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गुरुवार, 09 दिसंबर, 2004 को 23:30 GMT तक के समाचार
 
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क्या रिलायंस का बँटवारा तय है?
 

 
 
मुकेश अंबानी
मुकेश अंबानी रिलायंस इंडस्ट्रीज़ के चेयरमैन हैं
भारत की सबसे बड़ी निजी कंपनी रिलायंस की अंदरूनी लड़ाई इन दिनों अख़बारों के पन्नों पर लड़ी जा रही है.

रिलायंस इंडस्ट्रीज़ के चेयरमैन मुकेश अंबानी और उनके छोटे भाई अनिल अंबानी ने सीधे तौर पर मीडिया से अभी तक बात नहीं की है लेकिन उनके क़रीबी सूत्रों के हवाले से हर रोज़ नए-नए बयान सामने आ रहे हैं और अंबानी परिवार की ओर से इनका खंडन भी नहीं किया जा रहा.

ऐसे ही सूत्रों के हवाले से अब ये ख़बर चल रही है कि मुकेश अंबानी रिलायंस के बँटवारे पर बात करने को तैयार हैं.

लेकिन साथ ही अनिल अंबानी के क़रीबी सूत्रों का कहना है मुख्य कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड को लेकर किसी तरह के समझौते का सवाल ही नहीं उठता.

जानकारों का कहना है कि दोनों भाइयों के बीच रिश्ते ऐसे मोड़ पर आ गए हैं जहाँ से इनका अब मिल-जुल कर काम करना मुश्किल होगा.

इस स्थिति में सुलह-सफ़ाई या फिर बँटवारा ही रास्ता दिखता है. शायद इसी कारण दोनों भाइयों की ओर से मीडिया में तरह-तरह की ख़बरें लीक की जा रहीं हैं.

बँटवारा

रिलायंस समूह में एक लाख करोड़ की रिलायंस इंडस्ट्रीज़ है. सात-आठ हज़ार करोड़ की रिलायंस एनर्जी है, रिलायंस कैपिटल तीन हज़ार करोड़ की कंपनी है इसके अलावा भी रिलायंस इन्फ़ोकॉम सहित अन्य कंपनियाँ भी हैं.

इसलिए रिलायंस के बँटवारे को लेकर बड़े-बड़े दावे किए जा रहे हैं. इनमें सबसे प्रमुख है रिलायंस इंडस्ट्रीज़.

मुकेश अंबानी एक लाख करोड़ की रिलायंस इंडस्ट्रीज़ के चेयरमैन हैं. शेयरधारकों और वित्तीय संस्थानों का हिस्सा हटा लें तो भी रिलायंस का इस कंपनी में हिस्सा क़रीब 40 प्रतिशत तक बैठता है.

अनिल अंबानी भी इतनी आसानी से हार नहीं मानने वाले

ऐसी स्थिति में अगर कंपनी बँटी तो अंबानी भाइयों और उनकी माँ के हिस्से में 12-13 हज़ार करोड़ आएँगे.

अब सवाल ये है कि क्या अनिल अंबानी यह क़ीमत लेकर कंपनी पर अपना दावा छोड़ देंगे. अनिल अंबानी के क़रीबी सूत्रों का कहना है कि ऐसा नहीं होगा.

क्योंकि अनिल अंबानी रिलायंस इंडस्ट्रीज़ से उसी स्थिति में हटेंगे जब उन्हें इसके लिए बड़ी क़ीमत मिले. जबकि मुकेश अंबानी उन्हें ज़्यादा क़ीमत देने को तैयार नहीं.

अब पर्दे के पीछे इसी मामले पर सुलह-सफ़ाई की कोशिशें की जा रहीं हैं.

इसके अलावा अभी भी स्वामित्व का मामला बरक़रार है और इस पर सवाल बना हुआ है कि क्या धीरूभाई अंबानी ने मुकेश को मालिकाना हक़ सौंपा था.

फिर भी माना यही जा रहा है कि दोनों भाइयों के बीच जो स्थिति बन गई है, उसमें बँटवारा तो होगा लेकिन अनिल अंबानी इसके लिए भारी क़ीमत वसूल करेंगे.

 
 
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