ऑस्ट्रेलिया: सिडनी के बोंडी बीच पर गोलीबारी में एक बंदूकधारी समेत 12 लोगों की मौत, चश्मदीदों ने क्या बताया

ऑस्ट्रेलिया के न्यू साउथ वेल्स राज्य के सिडनी में बोंडी बीच (समुद्र तट) पर गोलीबारी की घटना में 11 लोगों और एक हमलावर की मौत हो गई है, वहीं कई लोग घायल हैं.

सिडनी में मौजूद बीबीसी संवाददाता टिफ़नी टर्नबुल ने बताया है कि न्यू साउथ वेल्स पुलिस ने बताया है कि मरने वालों की लोगों की संख्या 11 है. लोगों को निशाना बनाने वाले एक बंदूकधारी की भी मौत हो गई है. 29 अन्य लोगों को अलग-अलग अस्पताल ले जाया गया है जिनमें एक बच्चा भी शामिल है.

ऑस्ट्रेलिया की न्यू साउथ वेल्स पुलिस ने एक्स पर पोस्ट किया, "आज बोंडी बीच पर दो लोगों की ओर से एक सार्वजनिक जगह पर हुई गोलीबारी के बाद वहां पुलिस ऑपरेशन जारी है."

न्यू साउथ वेल्स पुलिस कमिश्नर एम लेनयन के अनुसार घटना ऑस्ट्रेलियन ईस्टर्न डेलाइट टाइम के मुताबिक़ शाम को क़रीब 6 बजकर 47 मिनट पर बोंडी बीच में आर्चर पार्क के पास हुई.

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बीबीसी संवाददाता टेसा वॉन्ग के अनुसार घटना बोंडी बीच के उत्तर के हिस्से में भीड़भाड़ वाली जगह पर हुई.

वो बताती हैं, "बीच के पीछे घास वाली जगह के पास हनुका का कार्यक्रम चल रहा था. यहां एक फुटब्रिज था जिसका इस्तेमाल लोग बीच की तरफ जाने के लिए कर सकते थे. शायद बंदूकधारियों ने इसका इस्तेमाल निशाना साधने के लिए किया था."

टेसा वॉन्ग ने बताया, "गोलीबारी से लगभग घंटाभर पहले मैंने ब्रिज क्रॉस किया था और देखा कि वहां कम से कम 200 लोग मौजूद थे, वहां तेज़ म्यूज़िक बज रहा था और कई तरह की एक्टिविटी भी हो रही थी. हमलावरों ने गोली चलाने के लिए इस ऊँची जगह का इस्तेमाल किया."

वह कहती हैं, "जिस जगह पर कार्यक्रम हो रहा था उस पूरी जगह पर मेटल का एक बैरियर बनाया गया था. लोगों के अंदर आने और बाहर जाने के लिए वहां एक गेट था जो दिखने में बैग चेक की तरह था. मोटे तौर पर ऐसा दिख रहा था कि वहां सुरक्षा के कम इंतज़ाम थे."

सिडनी में मौजूद बीबीसी संवाददाता टिफ़नी टर्नबुल ने बताया है कि न्यू साउथ वेल्स के प्रीमियर क्रिस मिन्स ने बताया है कि बंदूकधारियों की गोली से 11 लोग मारे गए हैं.

क्रिस मिन्स ने बताया "मरने वालों में एक हमलावर है और एक कस्टडी में है."

उन्होंने कहा कि यह हमला "सिडनी के यहूदी समुदाय को निशाना बनाने के लिए रचा गया था."

उन्होंने आगे कहा कि जो रात "शांति और आनंद की रात होनी चाहिए थी, वह एक भयानक, बुरे हमले से चकनाचूर" हो गई.

न्यू साउथ वेल्स पुलिस कमिश्नर एम लेनयन ने बताया है कि रात को वहां लगभग एक हज़ार लोग मौजूद थे, जिनमें से कई वहां यहूदी त्योहार हनुका मनाने आए थे.

उनके मुताबिक़ स्थानीय समय के अनुसार शाम 6 बजकर 47 मिनट पर पुलिस को बोंडी बीच के एक घास वाले इलाके, आर्चर पार्क, में गोली चलने की कई सूचनाएं मिलीं.

उन्होंने भी पुष्टि की कि इस घटना में कम से कम 12 लोगों की मौत हो चुकी है और 29 अन्य लोगों को अलग-अलग अस्पतालों में ले जाया गया है.

इनमें दो पुलिस अधिकारी भी शामिल हैं, जिनकी हालत गंभीर बताई जा रही है.

पुलिस ने बताया है कि एक बंदूकधारी से जुड़ी कार में इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) बरामद किए गए हैं. इन्हें घटनास्थल से हटाया जा रहा है.

चश्मदीदों ने क्या बताया?

चश्मदीदों ने बताया है कि उन्होंने घटनास्थल पर "ज़मीन पर पड़े शव" देखे.

बीबीसी वेरिफ़ाई ने ऐसे वीडियो फुटेज की पुष्टि की है, जिसमें बोंडी बीच पार्क में आयोजित हनुका कार्यक्रम के दौरान कम से कम सात शव ज़मीन पर पड़े दिखाई दे रहे हैं.

बीबीसी को एक चश्मदीद ने बताया कि जब गोलीबारी शुरू हुई, तब वह अपने बच्चों के साथ बीच पर आयोजित हनुका कार्यक्रम में मौजूद थे.

उन्होंने कहा कि गोलियां चलने के बाद वह अपने बच्चों के साथ वहां से भाग गए.

बीबीसी के लिए ब्रोंटे से रिपोर्टिंग कर रही टैबी विल्सन ने बताया, "आज दोपहर मैं ब्रोंटे बीच पर थी, जैसा कि काम के बाद आम तौर पर करती हूं, तभी मुझे लगातार तेज़ धमाकों की आवाज़ें सुनाई दीं. मेरे अनुमान से क़रीब 20 धमाके थे."

उन्होंने कहा, "शुरुआत में किसी को खास चिंता नहीं हुई. लगा कि शायद पटाखे फोड़े जा रहे हैं. लेकिन जब हमने अपने उत्तर में स्थित दो बीच, तामारामा और बोंडी के ऊपर हेलिकॉप्टरों को चक्कर लगाते देखा, तब हमें लगा कि कुछ गड़बड़ है. इसके बाद लगातार शूटिंग की ख़बरें आने लगीं."

एक और चश्मदीद मार्कोस कार्वालो ने कहा, ''गोलियों की आवाज पटाखों जैसी लग रही थी. सपने में भी नहीं सोचा था कि बोंडी में कभी गोलीबारी जैसी घटना हो सकती है. जैसे ही बीच पर मौजूद लोगों को समझ आया कि क्या हो रहा है हर कोई भागने लगा. मैं अपनी जान बचाने के लिए नॉर्थ बोंडी की घास वाली पहाड़ी की ओर दौड़ा."

कार्वालो ने बताया कि वह और कुछ अन्य लोग बाद में एक आइसक्रीम वैन के पीछे छिप गए.

कार्वालो कहते हैं कि आपात सेवाओं के पहुंचने और गोलीबारी रुकने के बाद, उन्होंने घर जाने का रास्ता तलाशने की कोशिश की.

वो कहते हैं कि जब वह उस इलाके़ से गुजरे जहां यह घटना हुई थी, तो उन्होंने "ज़मीन पर पड़े शवों" को देखा.

बीबीसी संवाददाता केटी वॉटसन ने बोंडी में घटनास्थल पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों से बात की.

पिछले छह महीनों से बोंडी अमेरिकी नागरिक निको ने बताया, ''वो दोस्तों से मिलने और सर्फिंग के लिए जा रहे थे, तभी उन्होंने 'कई तेज़ धमाकों' की आवाज सुनी और लोगों को हर दिशा में दौड़ते देखा.''

निको कहते हैं कि शुरुआत में उन्हें लगा कि शायद पटाखे फोड़े जा रहे हैं. वो कहते हैं, ''मैंने हमलावर को नहीं देखा, लेकिन मुझे लगा कि गोलियों की आवाज़ "बहुत पास से" आ रही लग रही थी. मेरी प्रतिक्रिया बस यही थी - भागो.''

उन्होंने कहा कि पुलिस 'काफी जल्दी' पहुंच गई, लेकिन ऐसा लगा जैसे गोलीबारी 'ख़त्म ही नहीं हो रही थी'.

ब्रिटिश नागरिक फिन ग्रीन को भी पहले लगा कि आतिशबाज़ी हो रही है. उस समय वह अपने अपार्टमेंट में थे और आवाज़ सुनकर खिड़की के पास गए.

उन्होंने बताया कि उन्होंने एक आदमी को सफेद कार के ऊपर खड़े होकर "लगातार गोलियां चलाते" देखा. उन्होंने लोगों को गोली लगते हुए भी देखा.

इसके बाद लोग 'दौड़ते और चीखते हुए' उनके अपार्टमेंट ब्लॉक की ओर भागने लगे.

पास के एक रेस्तरां में काम करने वाले विलियम डोलिएंटे पेटी ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स को बताया, ''मुझे तुरंत समझ आ गया कि ये गोलियों की आवाज़ है.''

18 वर्षीय विलियम ने कहा कि उन्होंने लोगों को भागते देखा, लेकिन शुरुआत में उन्हें घटना की गंभीरता का अंदाज़ा नहीं था.

कुछ ही देर बाद रेस्तरां में मौजूद सभी ग्राहक खड़े हो गए और पीछे के दरवाज़े की ओर भागने लगे.

ऑस्ट्रेलियाई यहूदी समुदाय का प्रतिनिधित्व करने वाले संगठन एग्ज़ीक्यूटिव काउंसिल ऑफ ऑस्ट्रेलियन ज्यूरी के सह-सीईओ एलेक्स रिवचिन ने कहा है कि बोंडी बीच हमले में उनके परिवार और दोस्तों में से कुछ लोग "मारे गए लोगों में शामिल हैं".

बीबीसी रेडियो 4 के कार्यक्रम द वर्ल्ड दिस वीकेंड से बात करते हुए उन्होंने कहा कि मारे गए लोगों में "मेरा एक बहुत ही, बहुत ही क़रीबी दोस्त भी है, जो लगभग एक महीने पहले ही फिर से पिता बना था".

पुलिस ने क्या बताया?

न्यू साउथ वेल्स पुलिस के अनुसार बोंडी बीच पर हुई गोलीबारी में मारे गए लोगों में एक संदिग्ध हमलावर है. पुलिस ने एक और बंदूकधारी के घायल होने की ख़बर दी है और कहा है कि उसकी स्थिति गंभीर है.

ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज़ ने इस घटना को "चौंकाने वाली और बेहद परेशान करने वाली" बताया है.

पुलिस के अनुसार, इस घटना में दो पुलिस अधिकारी भी घायल हुए हैं.

न्यू साउथ वेल्स पुलिस अभी इस इलाक़े में विस्फोटकों का पता लगाने और उन्हें हटाने के लिए सक्रिय है. पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे इस इलाक़े में आने से बचें और अपुष्ट ख़बरें साझा न करें.

पुलिस ने कहा है कि घटना में दो पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. हालांकि उन्हें कितनी चोट आई है और उनकी स्थिति कैसी है, यह नहीं बताया गया है.

पुलिस ने कहा है कि अभी यह पता नहीं चल पाया है कि बीच पर आयोजित किए जा रहे 'हनुका' त्योहार से इस घटना का कोई संबंध है या नहीं. 'हनुका' यहूदियों का एक त्योहार है.

'यहूदियों पर आतंकवादियों का हमला'

इसराइल के राष्ट्रपति इसहाक हर्ज़ोग ने ऑस्ट्रेलिया के बोंडी बीच पर हुई घटना पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने इसे 'यहूदियों पर आतंकवादियों का हमला' बताया है.

इसराइली राष्ट्रपति हर्ज़ोग ने एक्स पर पोस्ट किया, "सिडनी में हमारे यहूदी बहनों और भाइयों के प्रति हमारी गहरी संवेदनाएं हैं, जिन पर आतंकवादियों ने हमला किया, जब वे हनुका की पहली मोमबत्ती जलाने गए थे."

"इस भयानक समय में हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं सिडनी के यहूदी समुदाय और पूरे ऑस्ट्रेलियाई यहूदी समुदाय के साथ हैं."

'यहूदी-विरोधी नफ़रत की कार्रवाई '

ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज़ ने एक प्रेस कॉन्फ़्रेंस में बोंडी बीच में हुई गोलीबारी को ऑस्ट्रेलियाई लोगों पर किया गया एक टारगेटेड हमला बताया.

उन्होंने कहा कि यह ऐसा दिन था, जो 'खुशी का दिन' होना चाहिए था.

अल्बनीज़ ने कहा, "यह यहूदी-विरोधी नफ़रत की कार्रवाई है''. ये एक आतंकवादी हमला है, जिसने हमारे देश के दिल पर वार किया है."

'यहूदी ज़िंदगियों को बचाने के लिए कड़ी कार्रवाई करें'

ऑस्ट्रेलिया में इसराइली दूतावास ने इस हमले की कड़ी निंदा की है.

इसराइली दूतावास ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, '' हम बोंडी बीच पर हनुका समारोह को निशाना बनाकर किए गए गोलीबारी हमले से स्तब्ध और आहत हैं. हमारी संवेदनाएं ऑस्ट्रेलिया के यहूदी समुदाय के साथ हैं. हनुका रोशनी का त्योहार है, लेकिन आज का दिन बेहद अंधकारमय महसूस हो रहा है.''

इसने लिखा, ''सिर्फ एकजुटता जताना पर्याप्त नहीं है. ऑस्ट्रेलियाई सरकार को यहूदी ज़िंदगियों को यहूदी-विरोधी हिंसा से बचाने के लिए ठोस और निर्णायक कदम उठाने होंगे.''

''ऑस्ट्रेलिया में इसराइल के राजदूत मैमोन , जो इस समय इसराइल में हैं, इस भयावह ख़बर के बाद ऑस्ट्रेलिया लौट रहे हैं.''

बीबीसी के लिए कलेक्टिव न्यूज़रूम की ओर से प्रकाशित.

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