|
ओलंपिक से पहले चीन की आलोचना
|
|||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
बीजिंग ओलंपिक खेलों की शुरुआत से पहले अपने भाषण में अमरीकी राष्ट्रपति जॉर्ज बुश ने चीन की मानवाधिकार रिकॉर्ड को लेकर आलोचना
की है.
थाइलैंड की राजधानी बैंकॉक में दिए अपने भाषण में उन्होंने कहा कि वो चीनी नेतृत्व का विरोध नहीं कर रहे हैं लेकिन वो चाहते हैं कि चीन अपने लोगों को पूर्ण स्वतंत्रता दे. राष्ट्रपति बुश का कहना था,'' अमरीका मानता है कि चीन के लोग को मूलभूत स्वतंत्रता यानि मानवाधिकारों का नैसर्गिक अधिकार है.'' उनका कहना था,'' अमरीका चीन के राजनीतिक विरोधियों, मानवाधिकार और धार्मिक कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिए जाने का कड़ा विरोध करता है.'' लेकिन दूसरी ओर उन्होंने चीन के आर्थिक सुधार और अर्थव्यवस्था की तारीफ़ की. राष्ट्रपति बुश का कहना था कि वो चीन के भविष्य को लेकर आश्वस्त हैं और वो मानते हैं कि वहाँ अपने आप बदलाव आएँगे. आलोचना बीबीसी संवाददाता का कहना है कि ओलंपिक खेलों की शुरुआत से पहले राष्ट्रपति बुश की इस आलोचना से चीन का नाराज़ होना स्वाभाविक है.
बैंकॉक में अपने इस भाषण के बाद वो बीजिंग के लिए रवाना हो रहे हैं. ग़ौरतलब है कि राष्ट्रपति बुश के बीजिंग ओलंपिक खेलों के कार्यक्रम में जाने की कई मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने आलोचना की है. चीन में मानवाधिकार की हालत और तिब्बत को लेकर उसकी नीति के विरोध में मशाल यात्रा के विश्व भ्रमण के दौरान कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन हुए थे. लंदन, पेरिस और सैन फ़्रांसिस्को में तो मशाल यात्रा कार्यक्रम के दौरान भारी बाधा पहुँचाई थी. चीन ने आठ अगस्त से शुरू हो रहे ओलंपिक की भारी तैयारी की है. ग़ौरतलब है कि शुक्रवार को बीजिंग ओलंपिक का उदघाटन हो रहा है. |
इससे जुड़ी ख़बरें
बीजिंग की गलियों में ओलंपिक की मशाल06 अगस्त, 2008 | खेल की दुनिया
बीजिंग ओलंपिक पर अहम बैठक02 अगस्त, 2008 | खेल की दुनिया
मैं निर्दोष हूँ: मोनिका देवी06 अगस्त, 2008 | खेल की दुनिया
जब पदक से चूक गए भारतीय04 अगस्त, 2008 | खेल की दुनिया
हॉकी खिलाड़ियों के बिना भारतीय टीम04 अगस्त, 2008 | खेल की दुनिया
अबला नारी की तरह प्रताड़ित हुई हॉकी04 अगस्त, 2008 | खेल की दुनिया
देर ना हो जाए कहीं देर ना हो जाए....02 अगस्त, 2008 | खेल की दुनिया
इंटरनेट सेंसरशिप पर तकरार जारी02 अगस्त, 2008 | खेल की दुनिया
|
|||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
|
||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||