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फ़्लॉप शो तो नहीं होगा ये विश्व कप | |||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
क्रिकेट की सबसे बड़ी और खेल की दुनिया की बड़ी प्रतियोगिताओं में से एक विश्व कप क्रिकेट दर्शकों की कमी से जूझ रहा है. वेस्टइंडीज़ में हो रहे इस विश्व कप के ज़्यादातर मैचों में स्टेडियम आधे से ज़्यादा ख़ाली रहे हैं. और तो और ख़िताब के तगड़े दावेदार माने जा रहे भारत और पाकिस्तान के ग्रुप मैचों के बाद ही बाहर हो जाने के कारण स्थिति और ख़राब हो गई है. मेजबान वेस्टइंडीज़ की लगातार तीसरी हार ने भी स्थानीय क्रिकेट प्रशंसकों में भी उत्साह कम कर दिया है क्योंकि वेस्टइंडीज़ के सेमी फ़ाइनल में पहुँचने की उम्मीदें अब कम नज़र आने लगी हैं. बीबीसी के खेल संवाददाता एलेक्स कैप्स्टिक का कहना है कि अब ऐसी स्थिति बन गई है जो विश्व कप क्रिकेट के आयोजक नहीं चाहते थे. उनका मानना है कि भारत और पाकिस्तान के पहले ही विश्व कप से बाहर हो जाने के साथ-साथ पाकिस्तान के कोच बॉब वूल्मर की हत्या से भी उल्टा असर पड़ा है. ख़र्च स्थानीय आयोजकों ने विश्व कप के आयोजन को लेकर लाखों डॉलर ख़र्च किए हैं. इनमें नए स्टेडियम बनाना भी शामिल है. लेकिन इन तमाम कोशिशों के बावजूद ज़्यादातर मैचों में स्टेडियम पूरे भर ही नहीं पाए.
भारत के जल्दी ही विश्व कप से बाहर हो जाने के कारण उत्तरी अमरीका से आने वाले बड़ी संख्या में भारतीयों ने अपने कार्यक्रम रद्द कर दिए. सुपर-8 में भारत और पाकिस्तान के संभावित मैच को लेकर काफ़ी उत्साह था. उस मैच को लेकर ना सिर्फ़ भारत और पाकिस्तान के समर्थक बल्कि अन्य क्रिकेट प्रेमी भी काफ़ी उत्साहित थे. लेकिन अब इन दोनों देशों की जगह 15 अप्रैल को आयरलैंड और बांग्लादेश का मैच होगा. भारत और बांग्लादेश के बाहर हो जाने के बाद मेजबान वेस्टइंडीज़ के अच्छे प्रदर्शन पर आस टिकी थी. लेकिन सुपर-8 तक पहुँचने में जिस टीम ने अपने तीनों मैच जीते, वही टीम सुपर-8 में अभी तक अपने तीनों मैच हार चुकी है. श्रीलंका के हाथों मिली हार के बाद तो स्थानीय क्रिकेट प्रशंसक और निराश हो गए हैं. वेस्टइंडीज़ के एक क्रिकेट प्रशंसक ने तो यहाँ तक कह दिया कि वे अब स्टेडियम में आकर मैच नहीं देखेंगे. अगर वेस्टइंडीज़ की टीम बाहर हो जाती है तो अन्य क्रिकेट प्रशंसक भी मैच देखने शायद ही जाएँ. टिकट की क़ीमतों को भी कम लोगों के स्टेडियम आकर मैच देखने की बड़ी वजह माना जा रहा है. टिकटों की क़ीमत 60 से 100 डॉलर के बीच रखी गई है जो स्थानीय लोगों के लिए काफ़ी महंगी है. जानकारों को आशंका है कि वेस्टइंडीज़ में हो रहा विश्व कप अपनी समाप्ति तक पहुँचते-पहुँचते कहीं फ़्लॉप शो ना बन जाए. |
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