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विश्व चैंपियनशिप में बिंद्रा को स्वर्ण | |||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
पीठ की दर्द के बावजूद भारत के अभिनव बिंद्रा ने विश्व शूटिंग चैंपियनशिप में सटीक निशाना लगाते हुए दस मीटर राएफल स्पर्द्धा का स्वर्ण पदक जीत लिया है. विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाले वे पहले भारतीय निशानेबाज़ बन गए हैं. उनकी इस क़ामयाबी पर मंगलवार को भारतीय संसद के निचले सदन लोकसभा ने उन्हें बधाई दी. साथ ही चीन में वर्ष 2008 में होने वाले अगले ओलंपिक में उनके खेलने का रास्ता भी साफ़ हो गया है. क्रोएशिया के ज़गरेब में आयोजित विश्व चैंपियनशिप में बिंद्रा ने शुरुआती सुस्ती से उबरते हुए अंतिम दौर में शानदार खेल का प्रदर्शन किया और लक्ष्य पर सटीक निशाने लगाए. उन्होंने कुल 699.7 अंक बटोरे. फाइनल से पहले बिंद्रा, रोमानिया के एलिन जॉर्ज मोल्दोवीनू और स्लोवाकिया के जोज़ेफ़ गोंसी लगभग 597 अंकों के साथ बराबरी पर थे. लेकिन फाइनल में बिंद्र ने पहले तीनों राउंड में 10.3 अंक जुटा कर बढ़त काएम कर ली. फाइनल राउंड में उन्हें कुल 102.1 अंक मिले. मोल्दोवीनू को रज़त पदक और चीन के सिनान झू को काँस्य पदक मिला. पीठ का दर्द बिंद्रा पिछले कुछ दिनों से पीठ में दर्द से परेशान हैं. इसीलिए पदक जीतने के तुरंत बाद ही वह डॉक्टरों से सलाह लेने जर्मनी रवाना हो गए. जानकारों के मुताबिक दर्द से निजात पाने के लिए उन्हें एक बड़े ऑपरेशन से गुजरना पड़ सकता है. बिंद्रा के कोच सनी थॉमस ने उनके प्रदर्शन पर खुशी जताते हुए कहा, "उन्होंने यहाँ सबसे ज़्यादा मेहनत की. ख़ास कर फाइनल राउंड में उनका प्रदर्शन सराहनीय रहा." | इससे जुड़ी ख़बरें बिंद्रा हारे, फ़ाइनल में सातवें नंबर पर रहे16 अगस्त, 2004 | खेल थार के रेगिस्तान के सपूत हैं राठौर18 अगस्त, 2004 | खेल भारतीय निशानेबाज़ों ने बटोरे पदक17 मार्च, 2006 | खेल नारंग ने भारत के लिए 14वां स्वर्ण जीता21 मार्च, 2006 | खेल निशानेबाज़ी में भारत को तीन स्वर्ण और23 मार्च, 2006 | खेल | |||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
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