बुधवार, 28 सितंबर, 2005 को 10:37 GMT तक के समाचार
भारतीय क्रिकेट टीम के के पूर्व कोच जॉन राइट ने भारतीय क्रिकेट जगत में जारी विवाद के लिए ग्रेग चैपल और सौरभ गांगुली दोनों की आलोचना की है.
जॉन राइट का मानना है कि कोच और कप्तान दोनों को अपने मतभेदों को ड्रेसिंग रूम से बाहर नहीं आने देना चाहिए था.
जॉन राइट ने कहा,"छोटी बातें बहुत जल्दी बड़ा रूप ले लेती हैं. कई बार जब कुछ चीज़ें सार्वजनिक हो जाती हैं तो वो अपने-आप ही गति पकड़ना शुरू कर देती हैं."
न्यूज़ीलैंड के कप्तान रह चुके जॉन राइट ग्रेग चैपल से पहले भारतीय टीम के कोच थे.
वे फ़िलहाल ऑस्ट्रेलिया में अक्तूबर में होनेवाली आईसीसी सुपर सिरीज़ क्रिकेट प्रतियोगिता में विश्व एकादश टीम के कोच हैं.
अच्छा अनुभव
भारतीय टीम के साथ अपना अनुभव बताते हुए राइट ने कहा कि कोच का काम बहुत चुनौती भरा होता है और कई बार अचानक कहीं से अनजान मसले सामने आ जाते हैं.
राइट ने बताया,"मैं इस कारण बड़ा भाग्यशाली था कि हम हमेशा इस बात पर भरोसा करते थे कि ड्रेसिंग रूम की बातें ड्रेसिंग रूम तक ही रहनी चाहिए".
ऐसी ख़बर आई है कि ग्रेग चैपल ने भारतीय क्रिकेट बोर्ड को जो ई-मेल किया था उसमें जॉन राइट के बारे में भी ये लिखा है कि उन्होंने गांगुली को क़ाबू में करने के लिए कुछ नहीं किया.
लेकिन इस बारे में राइट ने कहा,"मैंने जो किया मैं उसपर अटल हूँ. कोच बनने के पहले, दायित्व के दौरान और कोच पद से हटने के बाद भी मुझे आलोचना सुननी पड़ी है - ये तो कोच की भूमिका में होता ही है".
जॉन राइट ने कहा कि उन्होंने हमेशा ये कोशिश की कि वे टीम के तौर पर अच्छा खेलें और एक टीम के तौर पर उन्होंने अच्छे परिणाम भी हासिल किए.