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मंगलवार, 12 जुलाई, 2005 को 01:27 GMT तक के समाचार

बोए और गिब्स पर गारंटी चाहता है बोर्ड

दक्षिण अफ़्रीका क्रिकेट बोर्ड ने इस बात की गारंटी मांगी है कि नवंबर में भारत दौरे पर हर्शेल गिब्स और निकी बोए से पूछताछ नहीं की जाएगी.

लेकिन उसे इस बात की चिंता भी है कि कहीं भारतीय पुलिस मैच फ़िक्सिंग मामले में इन खिलाड़ियों को गिरफ़्तार न करे.

इन दोनों खिलाड़ियों पर आरोप है कि वर्ष 2000 में भारत के दौरे पर इन्होंने मैच फ़िक्स किए थे.

दक्षिण अफ़्रीका क्रिकेट बोर्ड इस बात की गारंटी चाहता है कि नवंबर में इन दोनों खिलाड़ियों से पूछताछ नहीं की जाएगी.

दक्षिण अफ़्रीका और भारत के बीच नवंबर में एक दिवसीय सिरीज़ होनी है. दक्षिण अफ़्रीका क्रिकेट बोर्ड के प्रमुख गेराल्ड मजोला ने कहा कि वे यह जानने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या कार्यक्रम में कोई बदलाव हुआ है या नहीं.

उन्होंने कहा कि एक बार जवाब आ जाने के बाद यह खिलाड़ियों पर निर्भर करेगा कि वे चयन के लिए उपलब्ध रहते हैं या नहीं.

अभी तक के कार्यक्रम के मुताबिक़ दक्षिण अफ़्रीका को भारत के ख़िलाफ़ पाँच एक दिवसीय मैच खेलने हैं जो 14 से 30 नवंबर के बीच खेले जाएँगे.

गारंटी

पिछले साल इसी चिंता के कारण हर्शेल गिब्स और निकी बोए टेस्ट सिरीज़ के लिए भारत दौरे पर नहीं आए थे.

क्रिकेट बोर्ड के प्रमुख मजोला ने कहा कि पिछले साल पुलिस ने इस बात की गारंटी देने से इनकार कर दिया था कि इन दोनों खिलाड़ियों से पूछताछ नहीं की जाएगी.

2002 में दिल्ली पुलिस ने दक्षिण अफ़्रीका के पूर्व कप्तान हैंसी क्रोनिए, हर्शेल गिब्स, निकी बोए और पीट स्ट्राइडम के ख़िलाफ़ मैच फ़िक्सिंग को लेकर कई मामले दर्ज किए थे.

ये सारा मामला 2000 में दक्षिण अफ़्रीका के भारत दौरे से जुड़ा हुआ था. इस मामले में नया मोड़ उस समय आया जब हैंसी क्रोनिए ने मैच फ़िक्सिंग की बात स्वीकार कर ली.

जाँच के बाद क्रोनिए पर आजीवन पाबंदी लगी तो हर्शेल गिब्स पर सिर्फ़ छह महीने का प्रतिबंध ही लगाया गया. गिब्स ने यह माना था कि उन्होंने नागपुर एक दिवसीय मैच के पहले क्रोनिए की ओर से मैच फ़िक्सिंग का प्रस्ताव स्वीकार किया था.