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शोएब को खरोंच नहीं लगीः शहरयार

पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष शहरयार ख़ान ने कहा है कि एमआरआई स्कैन से पता चला है कि हाल में भारत के ख़िलाफ़ अंतिम टेस्ट में शोएब अख़तर को खरोच नहीं लगी थी.

उनका कहना है कि डॉक्टर की भी यही राय थी, इसलिए शोएब अख़तर का मैदान में न आना उचित नहीं था. उन्होंने कहा कि पूरे मामले की जाँच करवाई जाएगी.

शहरयार ख़ान ने कहा कि वे स्पष्ट कर चुके हैं, "जो खिलाड़ी अपनी क्षमता से भी आगे बढ़कर प्रदर्शन नहीं कर सकता, उसका चयन नहीं होगा, इसलिए नौकरियाँ तो जाँएगी ही."

उन्होंने माना कि पाकिस्तानी टीम उम्मीद से बहुत ख़राब खेली और खिलाड़ी, प्रबंधक और बोर्ड सभी ज़िम्मेदार हैं.

उन्होंने बीबीसी वर्ल्ड के विशेष कार्यक्रम 'हार्डटॉक पाकिस्तान' में ये विचार व्यक्त करते हुए कहा कि खिलाड़ियों में देश के सम्मान और प्रतिष्ठा के लिए खेलने का जज़्बा नहीं दिखा.
 जो खिलाड़ी अपनी क्षमता से भी आगे बढ़कर प्रदर्शन नहीं कर सकता, उसका चयन नहीं होगा, इसलिए नौकरियाँ तो जाँएगी ही
 
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष

आख़िरी टेस्ट मैच के बारे में टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा, "पाकिस्तान की टीम ने बहुत जल्द ही हार मान ली. देश के सम्मान के लिए खेलने का जज़्बा और अंत तक लड़ने की बात नज़र नहीं आई."
उनका कहना था कि केवल आसिम कमाल, जो बुरी तरह घायल थे, जोश के साथ खेले.

शहरयार ख़ान के अनुसार सब ये देख सकते थे कि आसिम देश के लिए खेल रहे थे, चाहे नतीजा सामने नज़र आ रहा था.

शोएब के बारे जाँच

उनका कहना था, "ये भी मान लें कि शोएब गेंदबाज़ी नहीं कर सकते थे, लेकिन वे फ़ील्ड में क्यों नहीं गए? अगले दिन तो उन्होंने काफ़ी खुलकर बल्लेबाज़ी की."

शहरयार ख़ान का कहना था कि जाँच की इसलिए ज़रूरत है क्योंकि एमआरआई स्कैन से पता चला है कि उन्हें कोई खरोंच नहीं आई और डॉक्टर का भी यही मानना था.
शहरयार ख़ान
शहरयार ख़ान ने खुल कर अपने विचार प्रकट किए

उनसे पूछा गया कि यदि किसी खिलाड़ी की बात पर विश्वास न किया जाए तो ये वहाँ क्रिकेट की कैसी स्थिति दर्शाता है.

पाकिस्तान के क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष ने माना कि ये सब दुर्भाग्यपूर्ण है.

'मैच फिक्सिंग नहीं'

उनका ये भी कहना था कि वे खिलाड़ियों को व्यक्तिगत तौर पर उनके खेल की रिकॉर्डिंग दिखाएँगे और पूछेंगे कि वे ऐसा क्यों खेले?

जब शहरयार ख़ान से पूछा गया कि क्या भारत-पाकिस्तान क्रिकेट सिरीज़ केवल 'पब्लिक रिलेशंस' था तो वे इससे सहमत नहीं हुए.
 पाकिस्तान की टीम ने बहुत जल्द ही हार मान ली. देश के सम्मान के लिए खेलना के जज़्बा और अंत तक लड़ने की बात नज़र नहीं आई
 
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष

उनका कहना था कि खेल के स्तर को लेकर कोई समझौता करने की बात नहीं थी और वे चाहते थे कि दोनो टीमें अच्छा क्रिकेट खेलें और खिलाड़ियों में दोस्ताना रिश्ते हों और ऐसा ही हुआ.

'मैच फ़िक्सिंग' पर पूछे जाने पर उन्होंने इन आरोपों का ज़ोरदार खंडन किया.

उनका कहना था,"भारत और पाकिस्तान पारंपरिक प्रतिद्वंद्वी हैं और जब ये टीमें क्रिकेट खेलती हैं तो मैं नहीं मानता कि कोई एक खिलाड़ी भी 'मैच फ़िक्सिंग' में भाग ले सकता है.

पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष का कहना था कि भ्रष्टाचार निरोधक टीम के अधिकारी पूरी सिरीज़ के दौरान सतर्क रहे.
 भारत और पाकिस्तान पारंपरिक प्रतिद्वंद्वी हैं और जब ये टीमें क्रिकेट खेलती हैं तो मैं नहीं मानता कि कोई एक खिलाड़ी भी 'मैच फ़िक्सिंग' में भाग ले सकता है
 
शहरयार ख़ान

उन्होंने माना कि अंतिम टेस्ट मैच के आख़िरी दिन ऐसा लगा कि पाकिस्तान की बल्लेबाज़ी में 'रीढ़ की हड्डी' नहीं थी और उन्होंने ये भी कहा कि इस बारे में वे कार्रवाई कर रहे हैं.

पाकिस्तान की टीम के कप्तान इंजमाम के बारे में शहरयार ख़ान का कहना था कि वे बेहतरीन नेतृत्व करते हैं और वे ही पाकिस्तान के कप्तान रहेंगे.

भारत में खेलने के बारे में उन्होंने कहा कि यदि भारत चाहता है कि पाकिस्तान मुंबई, अहमदाबाद और गुजरात, जहाँ दंगे हुए थे, वहाँ खेले तो उन्हें कोई एतराज़ नहीं होगा.

उन्होंने कहा कि वे ऐसी कोई शर्त नहीं रखेंगे.

उनका कहना था कि 2005 में सर्दी के मौसम में या फिर उससे कुछ समय पहले पाकिस्तान भारत में पाँच एक दिवसीय मैच और तीन टेस्ट खेलना चाहेगा.

उनका कहना था सिद्धांत तौर पर ये तय हुआ है कि पाकिस्तानी टीम अगले साल भारत जाएगा और उससे अगले साल भारतीय टीम पाकिस्तान जाएगी.