IPL: दो इंग्लिश बल्लेबाज़ों ने बिगाड़ा बैंगलोर का खेल, हो गई प्लेऑफ़ की राह मुश्किल

    • Author, अभिजीत श्रीवास्तव
    • पदनाम, बीबीसी संवाददाता

आईपीएल-15 में जब अपना पहला मैच खेल रही बैंगलोर ने स्कोरबोर्ड पर 205 रनों का पहाड़ खड़ा किया था तब ये सोचा न होगा कि उसे एक ओवर बाकी रहते ही हार का सामना करना पड़ेगा. पंजाब ने तब बैंगलोर को हराकर इस टूर्नामेंट की ज़ोरदार शुरुआत की थी. अब क़रीब डेढ़ महीने बाद जब बैंगलोर फिर सामने था तब पंजाब ने दोबारा 200 से अधिक रन स्कोरबोर्ड पर टांग दिए.

तब ओडियन स्मिथ ने एक ही ओवर में तीन छक्के, एक चौके के साथ 25 रन बनाकर मैच का पलड़ा पंजाब के पक्ष में झुका दिया था तो शनिवार के मैच में ये ज़िम्मेदारी इंग्लैंड के दो अनुभवी बल्लेबाज़ों जॉनी बेयरेस्टो, लियम लिविंग्स्टन और गेंदबाज़ों ने ली.

प्लेऑफ़ की रेस में आगे बढ़ने के लिहाज़ से पंजाब के लिए शुक्रवार को बैंगलोर के ख़िलाफ़ मैच जीतना बेहद ज़रूरी था. तो बैंगलोर के लिए टॉप-4 में बने रहने के लिए इसे जीतना ज़रूरी था.

लेकिन पंजाब के ख़िलाफ़ 54 रनों से हार जाने से बैंगलोर के लिए अब प्लेऑफ़ की राह मुश्किल बन गई है. पहले से उसका नेट रन रेट निगेटिव में है, अब यह और बड़ा बन गया है.

पंजाब से हारने के बावजूद बैंगलोर अभी 14 अंकों के साथ चौथे पायदान पर बरकरार है लेकिन नेट रन रेट के मामले में वो सभी 10 टीमों में केवल मुंबई से बेहतर है, यानी 9वें स्थान पर है. इसका मतलब साफ़ है कि जिस किसी भी टीम के 14 अंक हो जाएंगे वो बैंगलोर को पांचवें नंबर पर धकेलते हुए ऊपर चौथे पायदान पर बैठ जाएगी.

अब बैंगलोर को अपना आख़िरी मुक़ाबला 19 मई (गुरुवार) को नंबर-1 की टीम गुजरात से खेलना है. गुजरात से इस आईपीएल में बैंगलोर पहले भी हार चुका है. लेकिन गुरुवार को अगर जीत मिल भी गई तो उसके 16 अंक ही होंगे. जबकि नेट रन रेट फिलहाल -0.323 है जिसे पॉजिटिव अंकों में लाने के लिए उसे बहुत बड़े अंतर से जीत हासिल करनी होगी.

अगर बैंगलोर की टीम ये मुक़ाबला जीत भी जाती है तो भी उसे प्लेऑफ़ में पहुंचने के लिए दूसरी टीमों के बीच होने वाले मैचों पर निर्भर रहना पड़ेगा.

बैंगलोर की प्लेऑफ़ में पहुंचने की संभावना कितनी?

अपना आखिरी मुक़ाबला बहुत बड़े अंतर से जीतने के बावजूद बैंगलोर के लिए पॉजिटिव नेट रन रेट ले आना मुश्किल है. वहीं अगर बैंगलोर की टीम गुजरात से हार जाती है तो प्लेऑफ़ में पहुंचने की उसकी संभावना लगभग ख़त्म ही हो जाएगी.

गुजरात पहले ही प्लेऑफ़ में पहुंच गया है. लखनऊ इसके मुहाने पर खड़ा है. उसे दो मैच खेलने हैं- राजस्थान रॉयल्स और कोलकाता नाइटराइडर्स से. यहां से प्लेऑफ़ में पहुंचने की उसकी सबसे अधिक संभावना है. एक मैच जीतने से भी लखनऊ ये मुकाम हासिल कर लेगा.

राजस्थान के साथ जो मुक़ाबला रविवार को होगा वो बहुत संभव ये तय करेगा कि पॉइंट टेबल में नंबर-2 पर कौन रहेगा.

वहीं दिल्ली और पंजाब के एक-एक मुक़ाबले जीतने की सूरत में भी 14 अंक हो जाएंगे और पॉजिटिव नेट रन रेट के आधार पर ये टीमें बैंगलोर से आगे रहेंगी.

वैसे सनराइज़र्स हैदराबाद को भी ख़ारिज नहीं किया जा सकता. उसने बाकी टीमों के मुक़ाबले सबसे कम केवल 11 मैच खेले हैं. यानी उसे तीन मैच और खेलने हैं. भले ही हैदराबाद की टीम लगातार चार मैच हार चुकी है लेकिन केन विलियम्सन के नेतृत्व में ये वापसी भी कर सकती है.

तो कम से कम बैंगलोर के लिए अपना आखिरी मैच जीतना, वो भी बड़े अंतर से, बेहद ज़रूरी है. और उसके बाद ये उम्मीद करना होगा कि बाकी टीमों के नतीजे उसके अनुरूप आएं.

बैंगलोर का ये हाल आखिरी किया किसने?

इसका सबसे आसान जबाव है, उसी पंजाब ने जिसने इस टूर्नामेंट में दूसरी बार बैंगलोर को हराया है. दोनों बार पंजाब ने 200 से अधिक रन बनाए हैं.

बैंगलोर के ख़िलाफ़ इस ताज़ा जीत की नींव रखी दो इंग्लिश बल्लेबाज़ों जॉनी बेयरेस्टो और लियम लिविंग्स्टन ने.

जॉनी बेयरेस्टो ने शिखर धवन के साथ पंजाब की पारी की ज़ोरदार शुरुआत की. दोनों ने पहले विकेट के लिए केवल 30 गेंदों पर 60 रन जोड़े. बेयरेस्टो ने अर्धशतक जमाया और 66 रन की अपनी पारी में चार चौके और 7 छक्के जमाए.

बैंगलोर के ख़िलाफ़ इस इंग्लिश बल्लेबाज़ ने केवल 21 गेंदों पर फ़िफ़्टी पूरी की और आईपीएल में अपने सबसे तेज़ अर्धशतक का रिकॉर्ड तोड़ डाला. इससे पहले 28 गेंदों पर 50 रन.. बेयरेस्टो के सबसे तेज़ अर्धशतक का रिकॉर्ड था.

'जॉनी बेयरेस्टो ने रुख़ मोड़ दिया'

29 गेंदों पर 66 रन बनाकर टीम को तेज़ शुरुआत देने के लिए मैन ऑफ़ द मैच बने जॉनी बेयरेस्टो ने कहा, "ये उन चंद दिनों में से हैं जो 'आपका दिन' के रूप में आते हैं. इंग्लैंड के लिए खेलना और यहां खेलना पूरी तरह से अलग चीज़ है. इंग्लैंड के लिए मिडिल ऑर्डर में काम करना होता है. यहां आकर आंकड़े बताते हैं कि मुझे बतौर ओपनर ज़्यादा मज़ा आता है."

बेयरेस्टो के बाद लियम लिविंग्स्टन ने 42 गेंदों पर 70 रनों की पारी खेली और टीम का स्कोर 209 रन पहुंचाने में बड़ा योगदान दिया.

जॉस बटलर के अलावा इंग्लैंड के जिस एक क्रिकेट ने इस आईपीएल में सबसे अधिक प्रभावित किया है वो हैं लियम लिविंग्स्टन. पंजाब के ख़िलाफ़ लिविंग्स्टन एक बार फिर अपने शबाब पर थे.

मैच के बाद बेयरेस्टो और अपनी पारी पर लियम लिविंग्स्टन बोले, "ये कुछ वैसा ही था जैसी क्रिकेट हम खेलना चाहते हैं."

उन्होंने कहा कि वो आगे भी अपनी टीम के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ देते रहने का प्रयास करेंगे जिससे उस दौरान मैच की स्थिति पर असर पड़े.

इंग्लैंड टीम के अपने साथी जॉनी बेयरेस्टो के बारे में लिविंग्स्टन बोले, "जॉनी लाजवाब थे और उन्होंने मैच का रुख मोड़ दिया. उनकी पारी के दौरान ही हम आगे निकल गए थे. उनकी इस पारी की बदौलत ही हमें, ख़ासकर मुझे, परिस्थिति का कुछ अधिक देर तक आकलन करने का मौका मिला. तो हमारे पास कुछ देर पिच पर रुकने और आखिर में बड़े शॉट्स लगाने का समय था. जिस तरह की ये पिच थी उस पर मुझे लगता है कि हमने 10-15 रन कम बनाए. लेकिन (बैंटिंग के लिए) इतनी अच्छी पिच पर हमारे गेंदबाज़ों ने तो कमाल ही कर दिया. तो पूरा क्रेडिट हमारे गेंदबाज़ों को जाता है.

लिविंग्स्टन ने जीत के बाद क्या कहा?

लियम लिविंग्स्टन 12 मैचों में 385 रन बना चुके हैं. वे आईपीएल के उन तीन विदेशी खिलाड़ियों में से हैं जो ऑरेंज कैप की रेस में जॉस बटलर का पीछा कर रहे हैं.

बैंगलोर के ख़िलाफ़ अपनी बैटिंग पर लिविंग्स्टन बोले, "बतौर बल्लेबाज़ मेरा किरदार अलग है. मैं बैटिंग में ऊपर नीचे आता रहता हूं. कभी मैं तीन ओवर बाकी रहने पर आता हूं तो कभी पॉवरप्ले (शुरुआती छह ओवर) के दौरान ही आ जाता हूं. अच्छी बात ये है कि मैं टीम के लिए योगदान दे पा रहा हूं."

मैच दर मैच अपनी छाप छोड़ते जा रहे लिविंग्स्टन ने कहा, "मुझे लगता है कि फिलहाल मुझे (गेंदबाज़ की डाली गई) गेंद अच्छे से दिख रही है. तो ये अच्छा है कि आप अपने प्रदर्शन से टीम की जीत में योगदान दे रहे हैं. और किसी भी ऑर्डर पर बल्लेबाज़ी करने की कला में रम जाना मुझे रास आ रहा है. पावरप्ले में बल्लेबाज़ी की जानकारी और पिच पर उतरने के साथ पहले गेंद से हिट करने की कला पर मैं बहुत मेहनत कर रहा हूं और मुझे इसमें कामयाबी पाकर खुशी है. तो जब भी टीम और कोच और कप्तान मुझे बल्लेबाज़ी के लिए उतारना चाहते हैं, मैं कोशिश करूंगा कि अपनी योग्यता के मुताबिक मैच की परिस्थिति पर प्रभाव छोड़ सकूं."

जो लोग लिविंग्स्टन से बतौर बल्लेबाज़ परिचित हैं उन्हें बता दूं कि वो एक ऑलराउंडर हैं. इस आईपीएल में भी उन्होंने गेंदबाज़ी की है और तीन विकेटें भी ले चुके हैं.

हसरंगा- पर्पल कैप की रेस में नंबर-1 पर

इस मैच में टॉस जीतने के अलावा बैंगलोर के लिए केवल एक ही चीज़ अच्छी हुई. वो है वानिंदु हसरंगा की गेंदबाज़ी.

जहां एक तरफ़ बैंगलोर के सभी गेंदबाज़ पिट रहे थे वहीं वानिंदु हसरंगा ने किफायती गेंदबाज़ी की. जहां जॉस हैज़लवुड 16 की औसत से (4 ओवरों में 64 रन) तो मोहम्मद सिराज 18 की औसत से (2 ओवर में 36 रन) रन दे रहे थे वहीं हसरंगा ने अपने चार ओवरों में 3.75 की औसत से केवल 15 रन दिए.

इरफ़ान पठान ने लिखा, "बैटिंग टीम ने 200+ का स्कोर खड़ा किया और #waninduhasaranga आपने चार ओवर में केवल 15 रन दिए."

इस दौरान हसरंगा दो विकेट लेकर पर्पल कैप की रेस में युजवेंद्र चहल की बराबरी पर आ गए.

हसरंगा और चहल ने इस आईपीएल में अब तक 23-23 विकेटें ली हैं. हालांकि चहल की तुलना में अच्छी इकॉनमी की बदौलत वो इस लिस्ट में पहले नंबर पर पहुंच गए हैं.

वानिंदु हसरंगा ने अपने पिछले मैच में हैदराबाद की आधी टीम का अकेले ही सफ़ाया कर डाला था.

पर्पल कैप की रेस में आगे निकले हसरंगा के प्रदर्शन पर श्रीलंका और आईपीएल के पूर्व तेज़ गेंदबाज़ और राजस्थान रॉयल्स के बॉलिंग कोच लसिथ मलिंगा ने उन्हें बधाई दी.

मलिंगा ने ट्वीट किया, "स्पिन के दो मास्टर्स वानिंदु हसरंगा और युजवेंद्र चहल के बीच पर्पल कैप के लिए एक रोमांचक लड़ाई होने वाली है."

इस पर चहल ने ये जवाब दिया.

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