T20 World Cup: टीम इंडिया पर कहीं आईपीएल की थकान तो भारी नहीं पड़ रही?

    • Author, आदेश कुमार गुप्त
    • पदनाम, बीबीसी हिंदी के लिए

टी-20 विश्व कप में रविवार को ग्रुप बी में भारत और न्यूज़ीलैंड दुबई में आमने सामने थे. जहॉ न्यूज़ीलैंड ने भारत को आसानी से 8 विकेट से हरा दिया. न्यूज़ीलैंड के सामने जीत के लिए 111 रनों का लक्ष्य था जो उसने 14.3 ओवर में ही दो विकेट खोकर हासिल कर लिया.

न्यूज़ीलैंड के डेरेल मिचेल 48 और केन विलियम्सन 33 रन बनाकर नाबाद रहे.

इससे पहले टॉस हारकर पहले बल्लेबाज़ी करते हुए भारत ने 20 में सात विकेट पर 110 रन बनाए. जब इतने महत्वपूर्ण मैच में केएल राहुल, रोहित शर्मा, विराट कोहली और हार्दिक पांडया के अलावा ऋषभ पंत जैसे बल्लेबाज़ों के होते स्कोरबोर्ड पर इतने कम रन हो तो भला गेंदबाज़ कैसे ही मैच को बचा पाते. भारत और न्यूज़ीलैंड यह दोनों ही टीमें अपना पहला मैच पाकिस्तान से हारी गई थीं.

भारत और न्यूज़ीलैंड को हराकर पाकिस्तान ने वाहवाही लूट ली लेकिन भारत को हराकर न्यूज़ीलैंड ने भी राहत की साँस ली होगी.इसी के साथ दूसरी अब भारत के सेमीफ़ाइनल में पहुँचने की राह बेहद मुश्किल हो गई है.

क्या भारत सेमिफ़ाइनल में पहुंच सकता है?

क्रिकेट समीक्षक विजय लोकपल्ली कहते हैं कि पहले पाकिस्तान और अब न्यूज़ीलैंड से हारने के बाद भारतीय टीम सेमीफ़ाइनल में पहुँचने के लिए अगर-मगर की स्थिति में पहुँच गई है. अगर भारत अपने बचे हुए सभी मैच जीत जाता है, अफ़ग़ानिस्तान न्यूज़ीलैंड को हरा देता है और भारत का रन रेट ज़्यादा होता है, तब सेमीफाइनल में जगह बन सकती है.

फ़िलहाल भारत अपने ग्रुप में पांचवें स्थान पर है. पहले स्थान पर पाकिस्तान और दूसरे पर अफ़ग़ानिस्तान है. पाकिस्तान और अफ़ग़ानिस्तान ने तीन-तीन मैच खेले हैं, जिसमें पाकिस्तान ने तीन और अफ़ग़ानिस्तान ने दो मैच जीते हैं.

तीसरे स्थान पर न्यूज़ीलैंड है जिसे एक मौच में जीत और एक में हार मिली है.

रविवार का मैच

रविवार को खेले गए मैच में न्यूज़ीलैंड के कप्तान केन विलियम्सन ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाज़ी करने का फ़ैसला किया. उनके गेंदबाज़ों ने कप्तान के निर्णय को तब सही साबित कर दिया जब 10 ओवर के बाद भारत का स्कोर तीन विकेट खोकर केवल 48 रन था.

भारत ने पाकिस्तान के ख़िलाफ 10 विकेट से हारने के बाद न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ अपनी टीम में दो परिवर्तन किए. सूर्यकुमार यादव की जगह ईशान किशन और भुवनेश्वर कुमार की जगह शार्दूल ठाकुर को टीम में जगह मिली.

भारत ने अपनी बल्लेबाज़ी की शुरूआत केएल राहुल और ईशान किशन के साथ की.

सोढी, साउदी और बोल्ट ने दिए करारे झटके

न्यूज़ीलैंड के लिए पारी का पहला ओवर ट्रेंट बोल्ट ने किया और केवल एक रन देकर दिखाया कि इस विकेट पर न्यूज़ीलैंड के आक्रमण का सामना करना आसान नहीं होगा. इस आशंका को सच होने में अधिक समय नहीं लगा. तीसरे ओवर में ही ईशान किशन केवल चार रन बनाकर ट्रेंट बोल्ट की गेंद पर डेरेल मिचेल को कैच दे बैठे, तब भारत का स्कोर 11 रन ही था.

ईशान किशन की जगह रोहित शर्मा ने ली. उन्हें एक आसान जीवनदान भी मिला जब एडम मिल्न ने उनका कैच स्कॉयर लेग पर छोड़ दिया. इसके बावजूद रोहित शर्मा इसका लाभ नहीं उठा सके. उन्होंने 14 गेंदों का सामना करने के बाद इतने ही यानी 14 रन बनाए. वैसे इससे पहले सलामी बल्लेबाज़ केएल राहुल तीन चौकों की मदद से 18 रन बनाकर टिम साउदी की गेंद पर डेरेल निकेल मिचेल को कैच थमाकर लौट चुके थे. तब भारत का स्कोर केवल 25 रन था.

अभी स्कोर में केवल पाँच रन ही जुड़े थे कि रोहित शर्मा भी सोढी की गेंद पर मार्टिन गुप्टिल को कैच दे बैठे. 7.4 ओवर के बाद भारत का स्कोर तीन विकेट खोकर चालीस रन था.

70 रन तक लुढ़की आधी टीम

संकट की इस घड़ी में भारत को कप्तान विराट कोहली और विकेटकीपर बल्लेबाज़ ऋषभ पंत से बेहद उम्मीदें थीं लेकिन वह भी आयाराम गयाराम ही साबित हुए. विराट कोहली इससे पहले कि जम पाते ईश सोढी की गेंद पर ट्रेंट बोल्ट ने उन्हें लपक लिया. विराट कोहली 17 गेंदों का सामना कर केवल नौ रन ही बना सके. जब कोहली आउट हुए तब भारत का स्कोर चार विकेट खोकर 48 रन था. विराट कोहली के बाद न्यूज़ीलैंड ने ऋषभ पंत का शिकार किया. ऋषभ पंत ने 19 गेंद खेलकर 12 रन बनाए. उन्हें ट्रेंट बोल्ट ने बोल्ड किया.

हार्दिक पांडया भी दबाव में बिखेरे

तमाम आलोचनाओं के बावजूद टीम में अपनी जगह बनाने में कामयाब रहे हार्दिक पांडया ने पारी को सँभालने की बहुत कोशिश की लेकिन न्यूज़ीलैंड के गेंदबाज़ों ने उन्हें खुलकर खेलने का मौक़ा नहीं दिया. आख़िरकार हार्दिक पांडया भी ट्रेंट बोल्ट की गेंद को बाउंड्री लाइन के बाहर पहुँचाने की कोशिश में मार्टिन गप्टिल को कैच दे बैठे. उन्होंने 24 गेंदों पर 23 रन बनाए.

94 रन पर छह विकेट खोने के बाद मैदान में रविंद्र जडेजा और शार्दूल ठाकुर थे. शार्दूल ठाकुर का तो खाता भी नहीं खुला. वह बोल्ट की गेंद पर गप्टिल के हाथों कैच हुए.

अंत में रविंद्र जडेजा 19 गेंदों पर दो चौके और एक छक्के की मदद से 26 रन और मोहम्मद शमी बिना कोई रन बनाए नाबाद रहे.

न्यूज़ीलैंड की दमदार गेंदबाज़ी

न्यूज़ीलैंड के ट्रेंट बोल्ट ने करारे झटके देते हुए बीस रन देकर तीन, ईश सोढ़ी ने चार ओवर में केवल 17 रन देकर दो विकेट लेकर भारत की बल्लेबाज़ी की कमर ही नहीं बल्कि पूरी टीम को तोड़ डाला.

इनके अलावा टिम साउदी ने 26 रन देकर एक और एडम मिल्न ने भी चार ओवर में तीस रन देकर एक विकेट अपने नाम किया. इन सबके बीच स्पिनर मिचेल सैंटनर छुपे रूस्तम साबित हुए. उन्हें विकेट तो कोई नहीं मिला लेकिन उन्होंने चार ओवर में केवल 15 रन दिए. उनकी गेंदों के सामने भारतीय बल्लेबाज़ जैसे मूर्ति बनकर रह गए.

भारतीय टीम की इस हार को लेकर क्रिकेट समीक्षक विजय लोकपल्ली ने बीबीसी से कहा कि न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ भारतीय बल्लेबाज़ों ने टीम को शर्मशार किया. न्यूज़ीलैंड के गेंदबाज़ों ने धीमी पिच पर शानदार गेंदबाज़ी की. भारतीय बल्लेबाज़ गेंद की पिच पर जाकर शॉट खेलने में नाकाम रहे, यानि उनका शॉट चयन सही नहीं था.

टीम के चयन को लेकर भी विजय लोकपल्ली ने सवालों उठाते हुए कहा कि न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ ही नहीं वरन पाकिस्तान के ख़िलाफ भी सही टीम नहीं खेली. टीम के सलामी बल्लेबाज़ों से लेकर टीम के पांचवे गेंदबाज़ को लेकर टीम अनिश्चित थी. हार्दिक पांडया के अलावा भुवनेश्वर कुमार पाकिस्तान के ख़िलाफ नाकाम रहे क्योंकि वह पूरी तरह ना तो फ़िट थे और ना ही फ़ॉर्म में.

भुवनेश्वर कुमार धीमे हो गए थे. हार्दिक पांडया गेंद से बेहद साधारण लगे. लोकपल्ली कहते हैं कि यह टीम कहीं से भी अंतरराष्ट्रीय स्तर की नहीं लगी, पहले ही मैच से टीम पर आईपीएल की थकान साफ़ नज़र आई. टीम बस किसी भी तरह किसी चमत्कार के सहारे जीत के लिए उतावली थी.

मैच के बाद भारत के कप्तान विराट कोहली ने कहा कि यह हार बेहद निर्दयी सी है. टीम की शारीरिक भाषा से लेकर खेल सब निराशाजनक था.

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