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आईपीएल नीलामी 2023: एक क्लिक में सभी सवालों के जवाब जानिए
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 16वें सीज़न के लिए खिलाड़ियों की नीलामी 23 दिसंबर को केरल के कोच्चि में आयोजित की गई. हालांकि इस बार इसे मिनी-निलामी कहा गया क्योंकि ज़्यादातर टीमों ने अपने पुराने खिलाड़ियों को रीटेन किया है.
भारत के साथ-साथ दुनियाभर के कई लोकप्रिय खिलाड़ियों ने इस नीलामी में हिस्सा लिया. आइए जानते हैं नीलामी के बारे में सबकुछ.
कितने में बिका कौन-सा खिलाड़ी?
इंग्लैंड के ऑल राउंडर सैम करन सबसे महंगे खिलाड़ी रहे. उन्हें पंजाब किंग्स ने ख़रीदा. इस दौड़ में दूसरे सबसे महंगे खिलाड़ी रहे ऑस्ट्रेलिया के ऑल राउंडर कैमरन ग्रीन, जिन्हें मुंबई इंडियंस 17.5 करोड़ रुपये में अपनी टीम का हिस्सा बनाने में सफल रहा.
आईपीएल के लिए खिलाड़ियों की बोली में इंग्लैंड के टेस्ट कप्तान बेन स्टोक्स तीसरे महंगे खिलाड़ी साबित हुए, जिन्हें चेन्नई सुपर किंग्स ने 16.25 करोड़ रुपये में ख़रीदा.
सन राइज़र्स हैदराबाद ने इंग्लैंड के खिलाड़ी हैरी ब्रुक को 13.25 करोड़ रुपये में ख़रीदा. हालांकि ब्रुक 1.5 करोड़ रुपये के बेस प्राइज़ के साथ बोली में उतरे थे.
गुजरात टाइटंस ने दो करोड़ रुपये में न्यूज़ीलैंड के दिग्गज खिलाड़ी केन विलियम्सन को अपने नाम किया.
भारतीय खिलाड़ी अंजिक्य रहाणे को उनके बेस प्राइज़ 50 लाख रुपये में चेन्नई सुपर किंग्स ने ख़रीदा, जो इस नीलामी में उनके लिए बोली लगाने वाली अकेली टीम थी.
वेस्ट इंडीज़ के ऑल राउंडर खिलाड़ी जैसन होल्डर को 5.75 करोड़ में राजस्थन रॉयल्स ने ख़रीदा.
दक्षिण अफ़्रीका के बल्लेबाज़ रिली रोसोव और बांग्लादेश के ऑलराउंडर शेख़-अल-अल-हसन के लिए कोई ख़रीदार नहीं मिला.
नीलामी में कितने खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया?
मिनी-नीलामी के लिए 991 खिलाड़ियों ने पंजीकरण कराया था. इनमें 714 भारतीय और 277 अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी थे.
स्क्रीनिंग प्रक्रिया के बाद 10 टीमों से कुल 369 खिलाड़ियों को शॉर्टलिस्ट किया गया था. बाद में टीमों के आग्रह पर 36 और खिलाड़ियों को शामिल किया गया. कुल मिलाकर 405 खिलाड़ियों ने नीलामी में हिस्सा लिया.
इनमें 273 भारतीय और 132 विदेशी खिलाड़ी हैं. सहयोगी देशों के 4 खिलाड़ी मैदान में हैं.
अफ़ग़ानिस्तान (8), ऑस्ट्रेलिया (21), बांग्लादेश (4), इंग्लैंड (27), आयरलैंड (4), न्यूजीलैंड (10), दक्षिण अफ़्रीका (22), श्रीलंका (10), वेस्ट इंडीज़ (20), जिम्बाब्वे (2) , यूएई (1), नामीबिया (2), नीदरलैंड्स (1)
कुल कैप्ड खिलाड़ी 119, 282 अनकैप्ड खिलाड़ी और 4 सहयोगी देशों के खिलाड़ी हैं.
अधिकतम 87 स्लॉट उपलब्ध रहे, जिनमें से 30 विदेशी खिलाड़ियों के लिए थे.
11 खिलाड़ियों ने अपना बेस प्राइस 1.5 करोड़ रुपये तय किया था. 1 करोड़ की बेस प्राइस वाले 20 क्रिकेटरों में दो भारतीय खिलाड़ी मनीष पांडेय और मयंक अग्रवाल शामिल थे. हालांकि मयंक अग्रवाल को सनराइजर्स हैदराबाद ने 8.25 करोड़ रुपये में ख़रीदा है. वहीं मनीष पांडेय को दिल्ली कैपिटल्स ने 2.40 करोड़ में ख़रीदा.
नीलामी की प्रक्रिया 2:30 बजे दोपहर से शुरू की गई.
भारतीय खिलाड़ी 40 वर्षीय स्पिनर अमित मिस्रा, नीलामी में सबसे उम्रदराज खिलाड़ी रहे, वहीं अफ़ग़ानिस्तान के 15 वर्षीय अल्लाह मोहम्मद नीलामी में सबसे कम उम्र के खिलाड़ी.
किस टीम के पास कितना पैसा?
चूंकि ज़्यादातर टीमें प्रमुख खिलाड़ियों को बरक़रार रखती हैं, इसलिए उनके पास नीलामी में सीमित राशि होती है. वहीं जिन्हें ज़्यादा खिलाड़ियों को लेना है, उनका बजट ज़्यादा था.
नीलामी में पंजाब किंग्स और सनराइज़र्स हैदराबाद के पास अच्छी टीम बनाने के लिए पर्याप्त पैसा था.
चेन्नई सुपर किंग्स (20.45), दिल्ली (19.45), कोलकाता (7.05), मुंबई (20.55), पंजाब किंग्स (32.2), राजस्थान रॉयल्स (13.2), रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू (8.75), सनराइज़र्स हैदराबाद (42.25), लखनऊ सुपर जायंट्स (23.35), गुजरात टाइटन्स (19.25) . सभी आंकड़ें करोड़ों में हैं.
टीमों ने किन खिलाड़ियों को रिटेन किया?
आईपीएल टीमों के पास ऐसे खिलाड़ियों को रिटेन करने का मौक़ा होता है जो टीम की भविष्य की योजनाओं का हिस्सा हैं. ये खिलाड़ी रिटेंशन के कारण नीलामी के लिए उपलब्ध नहीं हैं.
पंजाब किंग्स - शिखर धवन, शाहरुख खान, राहुल चाहर, अर्शदीप सिंह, हरप्रीत बराड़, राज अंगद बावा, प्रभसिमरन सिंह, ऋषि धवन, जितेश शर्मा, बलतेज सिंह ढांडा, अथर्व तायडे, लियाम लिविंगस्टोन*, कगिसो रबाडा, जॉनी बेयरस्टो, नाथन एलिस , भानुका राजपक्षे
चेन्नई सुपर किंग्स - अंबाती रायुडू, दीपक चाहर, डेवोन कॉनवे, ड्वेन प्रीटोरियस, महेश ठीकशाना, मथीशा पथिराना, मिचेल सेंटनर, मोइन अली, एमएस धोनी, मुकेश चौधरी, प्रशांत सोलंकी, राजवर्धन हैंगरगेकर, रवींद्र जडेजा, ऋतुराज गायकवाड़, शिवम दुबे , सिमरजीत सिंह, सुभ्रांशु सेनापति, तुषार देशपांडे
मुंबई इंडियंस - आकाश मधवाल, अर्जुन तेंदुलकर, देवल्ड ब्रेविस, ऋतिक शौकीन, ईशान किशन, जेसन बेहरेनडॉर्फ (टी), जसप्रीत बुमराह, जोफ्रा आर्चर, कुमार कार्तिकेय सिंह, मो. अरशद खान, एन. तिलक वर्मा, रमनदीप सिंह, रोहित शर्मा, सूर्यकुमार यादव, टिम डेविड, ट्रिस्टन स्टब्स
कोलकाता नाइट राइडर्स - आंद्रे रसेल*, अनुकुल रॉय, हर्षित राणा, लॉकी फर्ग्यूसन (टी)*, नितीश राणा, रहमानुल्लाह गुरबाज (टी)*, रिंकू सिंह, शार्दुल ठाकुर (टी), श्रेयस अय्यर, सुनील नरेन*, टिम साउथी*, उमेश यादव, वरुण चक्रवर्ती, वेंकटेश अय्यर
सनराइज़र्स हैदराबाद - अब्दुल समद, अभिषेक शर्मा, एडेन मार्करम*, भुवनेश्वर कुमार, फज़लहक़ फ़ारूकी*, ग्लेन फिलिप्स*, कार्तिक त्यागी, मार्को जानसन*, राहुल त्रिपाठी, टी नटराजन, उमरान मलिक, वाशिंगटन सुंदर
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू - आकाश दीप, अनुज रावत, डेविड विली*, दिनेश कार्तिक, फाफ डु प्लेसिस*, फिन एलेन*, ग्लेन मैक्सवेल*, हर्षल पटेल, जोश हेजलवुड*, कर्ण शर्मा, महिपाल लोमरोर, मोहम्मद सिराज, रजत पाटीदार, शाहबाज़ अहमद, सिद्धार्थ कौल , सुयश प्रभुदेसाई, विराट कोहली, वानिन्दु हसरंगा*
राजस्थान रॉयल्स - देवदत्त पडिक्कल, ध्रुव जुरेल, जोस बटलर *, केसी करियप्पा, कुलदीप सेन, कुलदीप यादव, नवदीप सैनी, ओबेद मैकॉय*, प्रसिद्ध कृष्णा, आर अश्विन, रियान पराग, संजू सैमसन, शिमरोन हेटमेयर*, ट्रेंट बोल्ट*, यशस्वी जायसवाल, युजवेंद्र चहल
दिल्ली कैपिटल्स - अमन खान (टी), एनरिक नार्जे*, अक्षर पटेल, चेतन सकारिया, डेविड वार्नर*, कमलेश नागरकोटी, कुलदीप यादव, ललित यादव, लुंगीसानी एनगिडी*, मिचेल मार्श*, मुस्तफ़िज़ुर रहमान*, प्रवीन दुबे, पृथ्वी शॉ, रिपल पटेल, ऋषभ पंत, रोवमैन पॉवेल*, सरफ़राज़ ख़ान, सैयद ख़लील अहमद, विक्की ओस्तवाल, यश ढुल
गुजरात टाइटन्स - अभिनव सदरंगनी, अल्ज़ारी जोसेफ़*, बी. साईं सुदर्शन, दर्शन नालकंडे, डेविड मिलर*, हार्दिक पंड्या, जयंत यादव, मैथ्यू वेड*, मोहम्मद शमी, नूर अहमद*, प्रदीप सांगवान, आर. साई किशोर, राहुल तेवतिया, राशिद ख़ान*, शुभमन गिल, विजय शंकर, रिद्धिमान साहा, यश दयाल
लखनऊ सुपर जायन्ट्स - आवेश ख़ान, आयुष बडोनी, दीपक हुड्डा, के. गौतम, करण शर्मा, केएल राहुल, क्रुनाल पांड्या, काइल मेयर*, मनन वोहरा, मार्कस स्टोइनिस*, मार्क वुड*, मयंक यादव, मोहसिन ख़ान, क्विंटन डी कॉक*, रवि बिश्नोई
किन्हें रिलीज किया गया?
पंजाब किंग्स - मयंक अग्रवाल, ओडियन स्मिथ, वैभव अरोरा, बेनी हॉवेल, इशान पोरेल, अंश पटेल, प्रेरक मांकड़, संदीप शर्मा, रितिक चटर्जी
चेन्नई सुपर किंग्स - एडम मिल्ने, सी.हरि निशांत, क्रिस जॉर्डन, ड्वेन ब्रावो, के.भगत वर्मा, के.एम. आसिफ, एन. जगदीसन, रॉबिन उथप्पा
मुंबई इंडियंस - अनमोलप्रीत सिंह, आर्यन जुयाल, बासिल थम्पी, डेनियल सैम्स, फैबियन एलेन, जयदेव उनादकट, किरोन पोलार्ड, मयंक मारकंडे, मुरुगन अश्विन, राहुल बुद्धी, रिले मेरेडिथ, संजय यादव, टाइमल मिल्स
कोलकाता नाइट राइडर्स - एरोन फिंच, अभिजीत तोमर, अजिंक्य रहाणे, एलेक्स हेल्स, अशोक शर्मा, बाबा इंद्रजीत, चमका करुणारत्ने, मोहम्मद नबी, पैट कमिंस, प्रथम सिंह, रमेश कुमार, रासिख डार, सैम बिलिंग्स, शेल्डन जैक्सन, शिवम मावी
सनराइज़र्स हैदराबाद - जगदीश सुचित, केन विलियमसन, निकोलस पूरन, प्रियम गर्ग, आर समर्थ, रोमारियो शेफर्ड, सौरभ दुबे, सीन एबॉट, शशांक सिंह, श्रेयस गोपाल, सुशांत मिश्रा, विष्णु विनोद
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू -अनीश्वर गौतम, चामा मिलिंद, लवनिथ सिसोदिया, शेरफेन रदरफोर्ड
राजस्थान रॉयल्स -अनुनय सिंह, कॉर्बिन बॉश, डेरिल मिचेल, जेम्स नीशम, करुण नायर, नाथन कूल्टर-नाइल, रासी वैन डेर डूसन, शुभम गढ़वाल, तेजस बरोका
दिल्ली कैपिटल्स -अश्विन हेब्बर, के.एस. भरत, मनदीप सिंह, टिम सीफर्ट
गुजरात टाइटन्स - डोमिनिक ड्रेक्स, गुरकीरत सिंह, जेसन रॉय, वरुण आरोन
लखनऊ सुपर जायन्ट्स - एंड्रयू टाय, अंकित सिंह राजपूत, दुष्मंत चमीरा, एविन लुईस, जेसन होल्डर, मनीष पांडे, शाहबाज़ नदीम
इस साल आईपीएल कहां होगा?
आईपीएल प्रशासन ने इस संबंध में कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की है.
इस सीज़न के लिए टाटा टूर्नामेंट का मुख्य प्रायोजक होगा. इससे पहले वाले सीज़न में भी टाटा ही मुख्य प्रयोजक था. डीएलएफ, पेप्सी, वीवो, ड्रीम 11, वीवो प्रायोजक हैं.
आइए अब आपको बताते हैं कि आईपीएल नीलामी की पूरी प्रक्रिया कैसे होती है?
आईपीएल नीलामी है क्या?
आईपीएल नीलामी एक इवेंट है, जिसके ज़रिए दस आईपीएल टीमें आगामी टूर्नामेंट के लिए नए खिलाड़ियों को चुनती हैं. बीसीसीआई इस नीलामी का आयोजन करवाता है.
आईपीएल नीलामी का आयोजन पहली बार 2008 में हुआ था. इसके बाद से हर साल इसका आयोजन हो रहा है.
एक टीम अधिकतम 25 खिलाड़ी रख सकती है, जिसमें 8 विदेशी क्रिकेटर हो सकते हैं.
नीलामी कैसे होती है?
हर खिलाड़ी का बेस प्राइस तय होता है. इसी बेस प्राइस से उनकी बोली लगनी शुरू होती है. कोई भी टीम उस रकम से ज़्यादा की बोली लगाकर उस खिलाड़ी को ख़रीद सकती है.
अगर एक से ज़्यादा फ्रेंचाइज़ी उस खिलाड़ी को अपनी टीम में रखना चाहते हैं तो नीलामी शुरू होती है. अगर सबसे ज़्यादा बोली लगाने वाले को दूसरी टीमें चुनौती नहीं देतीं तो वो खिलाड़ी आख़िरी बोली लगाने वाली टीम में शामिल हो जाता है.
अगर किसी खिलाड़ी पर कोई भी बोली ना लगाए तो वो अनसोल्ड हो जाता है. सभी खिलाड़ियों के लिए बोली लगने के बाद, अनसोल्ड खिलाड़ियों का नाम फिर से लिया जाता है. टीमें उन्हें दूसरे दौर में ख़रीद सकती हैं.
हर टीम के पास कितना बजट होता है?
आईपीएल में हर फ्रेंचाइज़ी यानी टीम के मालिक के पास टीम बनाने के लिए 80 करोड़ रुपये होते हैं.
ऐसा ज़रूरी नहीं है कि किसी आईपीएल फ्रेंचाइज़ी को अपना पूरा बजट खर्च करना होगा. हालांकि नए नियमों के मुताबिक़, उन्हें 75% पैसा खर्च करना ही होगा जो 60 करोड़ रुपये के क़रीब होता है.
फ्रेंचाइज़ी 80 करोड़ रुपये तक खर्च कर सकता है. पिछली बार सीएसके ने खिलाड़ियों की तनख्वा पर 79.85 करोड़ रुपये खर्च किए, जिसके बाद उसके पास सिर्फ 15 लाख रुपये बचे.
फ्रेंचाइज़ी इस हिसाब से रणनीति बनाते हैं कि उन्हें कौन-सा खिलाड़ी चाहिए और उनके पास कितना पैसा है. अक्सर ये देखने में आया है कि फ्रेंचाइज़ी सही समय पर इस्तेमाल करने के लिए कुछ पैसा बचाकर रखते हैं.
आईपीएल नीलामी में कितने तरह के खिलाड़ी होते हैं?
आईपीएल टीम में मुख्य तौर पर तीन तरह के खिलाड़ी होते हैं. कैप्ड भारतीय खिलाड़ी, अनकैप्ड भारतीय खिलाड़ी और विदेशी खिलाड़ी.
कैप्ड खिलाड़ी वो खिलाड़ी भारतीय खिलाड़ी होते हैं जिन्होंने खेल के किसी भी फॉर्मेट में कम से कम एक बार भारत की सीनियर टीम का प्रतिनिधित्व किया हो. यानी टेस्ट, वनडे और टी-20 में से किसी एक में भी अपने देश के लिए खेला हो.
वहीं अनकैप्ड का मतलब ऐसे भारतीय खिलाड़ी, जो अपने देश के लिए इन तीनों में से किसी भी फॉर्मेट में न खेले हों. वो इंडियन फर्स्ट-क्लास सर्किट के घरेलू खिलाड़ी होते हैं जिन्होंने कभी भारत का प्रतिनिधत्व नहीं किया.
सभी नॉन-इंडियन खिलाड़ी विदेशी खिलाड़ी की श्रेणी में आता है. वो कैप्ड, अनकैप्ड या सहयोगी क्रिकेट देश के खिलाड़ी हो सकते हैं.
अंडर-19 के खिलाड़ी को अनकैप्ड श्रेणी में नहीं रखा जा सकता, जबतक कि उसने कोई फर्स्ट-क्लास या लिस्ट-ए क्रिकेट ना खेला हो.
तीनों तरह के खिलाड़ियों की आईपीएल नीलामी में कोई अंतर नहीं होता है. सिर्फ ये नियम है कि किसी भी टीम में विदेशी खिलाड़ी 8 से ज़्यादा नहीं हो सकते.
नीलामी में कितने खिलाड़ियों को लिस्ट किया जाता है?
नीलामी के लिए आने वाले खिलाड़ियों की संख्या तय नहीं है. हर नीलामी में खिलाड़ियों की संख्या अलग-अलग रही है.
ये संख्या इस पर निर्भर करती है कि कितने खिलाड़ियों ने अपने क्रिकेट बोर्ड से एनओसी लेकर नीलामी के लिए अपना नाम दिया है.
इसके बाद खिलाड़ियों को कई फेक्टर को ध्यान में रखते हुए शॉर्टलिस्ट किया जाता है. ये फेक्टर इस पर निर्भर करते हैं कि अलग-अलग तरह के कितने खिलाड़ी उनके पास हैं. खिलाड़ियों को खेलने के तरीक़े के आधार पर अलग-अलग पूल में डाला जाता है, जैसे विकेटकीपर, गेंदबाज़, बल्लेबाज़, अनकैप्ड आदि.
बेस प्राइस क्या होता है? खिलाड़ियों के लिए ये प्राइस कैसे तय होता है?
बेस प्राइस वो मूल्य होता है जिसके ऊपर बोली लगना शुरू होती है. बोली की रक़म बेस प्राइस से शुरू होती है. कोई भी खिलाड़ी बेस प्राइस से नीचे की रकम पर नहीं बिक सकता.
बेस प्राइस बीसीसीआई तय करता है, लेकिन खिलाड़ी ख़ुद भी अपना बेस प्राइस तय कर सकते हैं, लेकिन वो 10 लाख रुपये से कम नहीं होना चाहिए और दो करोड़ रुपये से ज़्यादा नहीं होना चाहिए.
कैप्ड और विदेशी खिलाड़ी आम तौर पर अपना बेस प्राइस अधिकतम सीमा तक रखते हैं वहीं अनकैप्ड भारतीय खिलाड़ी मुक़ाबलन कम बेस प्राइस रखते हैं.
बेस प्राइस तय करते वक़्त खिलाड़ियों की परफॉर्मेंस हिस्ट्री, हालिया फॉर्म, सोशल मीडिया फॉलोविंग आदि का ख़ास ख्याल रखना पड़ता है, नहीं तो बेस प्राइस बहुत कम या बहुत ज़्यादा हो जाने का जोखिम रहता है.
कई बार ऐसा हुआ है कि कई खिलाड़ी इसलिए नहीं बिक पाए क्योंकि उन्होंने अपना बेस प्राइस बहुत ज़्यादा रख दिया था.
आईपीएल की एक टीम में कितने खिलाड़ी हो सकते हैं?
हर फ्रेंचाइज़ी अपनी टीम में कम से कम 18 और ज़्यादा से ज़्यादा 25 खिलाड़ी रख सकता है. टीम में 8 से ज़्यादा विदेशी खिलाड़ी नहीं हो सकते.
मिसाल के तौर पर, अगर एक टीम में 25 खिलाड़ी हैं तो उनमें से 17 भारतीय खिलाड़ी होंगे (कैप्ड और अनकैप्ड) और 8 विदेशी खिलाड़ी.
ऐसा भी हो सकता है कि किसी टीम में सभी 25 भारतीय खिलाड़ी हों और एक भी विदेशी खिलाड़ी ना हो. ये संभव तो है, लेकिन आम तौर पर फ्रेंचाइज़ी विदेशी खिलाड़ियों को लेते ही हैं, क्योंकि विदेशी खिलाड़ी वैश्विक मंच पर खेल चुके होते हैं और फ्रेंचाइज़ी को लगता है कि इसका फायदा टीम को मिलेगा.
फ्रेंचाइज़ी के पास पैसा होता है तो वो विदेशी खिलाड़ियों पर भारी बोली भी लगाते हैं.
वो टीम के लिए अधिकतर 8 विदेशी खिलाड़ी ख़रीद सकते हैं, लेकिन मैच के दिन, 11 खिलाड़ियों की टीम में सिर्फ 4 विदेशी खिलाड़ियों को रखने का नियम है.
नीलामकर्ता कौन होता है?
नीलामीकर्ता वो शख़्स होता है जो नीलामी की प्रक्रिया का प्रबंधन करता है. निलामी के वक़्त निलामीकर्ता खिलाड़ी के नाम और बेस प्राइस की घोषणा करता है. जब बोली लगनी शुरू हो जाती है तो बढ़ी हुई क़ीमत वही सबको बताता जाता है.
वो सभी फ्रेंचाइज़ी पर नज़र रखता है कि किसने बोली पहले लगाई और कोई विवाद होने की स्थिति में मामला सुलझाता है.
सीधे शब्दों में बोलें तो नीलामीकर्ता ये सुनिश्चित करता है कि नीलामी की पूरी प्रक्रिया ठीक से और निष्पक्ष तरीक़े से हो.
जब नीलामीकर्ता घोषणा करता है - "एंड सोल्ड!" तब खिलाड़ी सबसे ज़्यादा बोली लगाने वाली फ्रेंचाइज़ी को बिक जाता है.
आयोजन की शुरुआत से दस साल तक रिचर्ड मेडले आईपीएल के नीलामीकर्ता रहे. 2018 में बीसीसीआई ने उनका कॉन्ट्रेक्ट ख़त्म कर दिया और उनकी जगह ब्रिटेन के ह्यू एडमीड्स ने ले ली. ह्यू एक इंडिपेंडेंट फाइन आर्ट, क्लासिक कार और चैरेटी नीलामकर्ता रहे हैं.
कौन-से खिलाड़ी सबसे ज़्यादा क़ीमत पर बिके?
ये देखना दिलचस्प होगा कि इस नीलामी में सबसे ज्यादा बोली किसकी लगती है. आइए जानें कि नीलामी में अब तक की सबसे महंगी बोली किसकी लगी.
2008-एमएस धोनी (6 करोड़)
2009 - एंड्रयू फ्लिंटॉफ और केविन पीटरसन (7.35 करोड़ प्रत्येक)
2010 - किरन पोलार्ड और शेन बॉन्ड (3.4 मिलियन प्रत्येक)
2011- गौतम गंभीर (11.4 करोड़)
2012-रवींद्र जडेजा (9.72 करोड़)
2013-ग्लेन मैक्सवेल (5.3 करोड़)
2014-युवराज सिंह (14 करोड़)
2015-युवराज सिंह (16 करोड़)
2016- शेन वॉटसन (9.5 करोड़)
2017-बेन स्टोक्स (14.5 करोड़)
2018-बेन स्टोक्स (12.50 करोड़)
2019-जयदेव उनादकट और वरुण चक्रवर्ती (8.4 करोड़ प्रत्येक)
2020-पैट कमिंस (15.5 करोड़)
2021- क्रिस मॉरिस (16.25 करोड़)
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