IPL 2020: धुरंधर भी धवन, सिकंदर भी धवन

    • Author, टीम बीबीसी हिन्दी
    • पदनाम, नई दिल्ली

कहावत है, 'किस्मत भी बहादुरों का साथ देती है.'

दिल्ली कैपिटल्स के बल्लेबाज़ शिखर धवन इसकी गवाही दे सकते हैं.

चेन्नई सुपर किंग्स के ख़िलाफ़ शनिवार को किस्मत साथ न होती तो न वो आईपीएल में पहला शतक जमा पाते और न ही मैच के सबसे बड़े हीरो साबित होते.

चेन्नई के खिलाड़ियों ने धवन को एक नहीं, दो नहीं, तीन नहीं, बल्कि पूरे चार जीवनदान दिए. कैच टपकाने की शुरुआत तब हुई जब धवन के बल्ले से सिर्फ़ 25 रन निकले थे. 50 रन पूरे करने के बाद चेन्नई के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने धवन का कैच छोड़ा. उन्हें दो मौक़े और मिले.

कैच टपकाने के सिलसिले को देखकर फैन्स चुटकी लेने लगे.

किस्मत की मेहरबानी तब भी दिखी जब धवन 99 के स्कोर पर थे.

19 वें ओवर में सैम करन की गेंद पर धोनी ने धवन के ख़िलाफ़ कैच की अपील की.

अंपायर ने उंगली उठा दी. किस्मत थी कि दिल्ली टीम के पास रिव्यू का मौक़ा बचा था तो धवन को शतक पूरा करने का मौक़ा मिल गया.

'आउट होने से नहीं डरता'

हालांकि, धवन ने इस पारी को लेकर बात की तो अपनी खुशी के साथ दिलेरी की भी चर्चा की. धवन ने कहा, "मैं हौसले के साथ खेलता हूं. मैं आउट होने से नहीं डरता."

किस्मत आख़िरी ओवर में भी धवन और दिल्ली टीम पर मेहरबान थी. आख़िरी ओवर में दिल्ली को जीत के लिए 17 रन बनाने थे. 19वें ओवर में सैम करन ने सिर्फ़ चार रन ख़र्च किए थे. यानी गेंदबाज़ कांटे का होता तो मामला फंस सकता था.

दीपक चाहर और शार्दुल ठाकुर अपने कोटे के चार ओवर डाल चुके थे. उम्मीद थी कि कप्तान धोनी आख़िरी ओवर के लिए ड्वेन ब्रावो को बुलाएंगे. ब्रावो ने अपने तीन ओवर में 23 रन दिए थे. यानी हर ओवर में आठ रन से कम ख़र्च किए थे.

लेकिन ब्रावो फिट नहीं थे और मैदान पर भी नहीं थे. धोनी ने गेंद जडेजा को दी जिन्होंने इस ओवर के पहले सिर्फ़ एक ओवर ही डाला था और उसमें 13 रन दिए थे.

आख़िरी ओवर में उन्होंने पांच गेंद पर ही 22 रन लुटा दिए. इनमें तीन छक्कों की मदद से 20 रन अक्षर पटेल ने बनाए.

धोनी को क्या हुआ?

धोनी न तो अक्सर कैच छोड़ते हैं औऍर न ही कैलकुलेशन में ऐसी ग़लती करते हैं कि आख़िरी ओवर डालने के लिए ऐसा गेंदबाज़ ही न हो जो 17 रन बचाने के लिए विरोधी से पानी न लड़ा सके.

धोनी ने मैच के बाद इस बेबसी का ज़िक्र भी किया, "ब्रावो फिट नहीं थे. विकल्प थे जड्डू (रविंद्र जडेजा) और कर्ण (शर्मा). मैंने जड्डू को मौक़ा दिया."

लेकिन, उन्हें ज़्यादा शिकवा शिखर धवन को बार-बार जीवनदान दिए जाने का था. धोनी ने कहा, "शिखर का विकेट अहम था लेकिन हमने कई बार उनके कैच ड्राप किए."

क्रिकेट की रिकॉर्ड बुक गवाही दे सकती है कि धोनी के ऐसे दांव कई बार चले हैं. अटपटे और अजब-ग़जब दिखने वाले फ़ैसलों ने उन्हें अर्से तक क्रिकेट का सिकंदर बनाए रखा.

शारजाह में शनिवार को मैच का नतीजा चेन्नई के हक़ में आता तो भी वो ही धुरंधर और सिकंदर कहलाते. लेकिन, किस्मत की मेहरबानी से ही सही शनिवार को धुरंधर धवन रहे और उनकी पारी ने दिल्ली टीम को मैच का सिकंदर बना दिया.

जितना कमाया, उससे ज़्यादा गंवाया

बल्ले से धमाल दिखाते हुए सिर्फ़ 13 गेंदों में नाबाद 33 रन बनाने वाले जडेजा का पराक्रम गेंदबाज़ी की नाकामी में छुप गया.

उन्होंने 11 गेंदों में ही 35 रन खर्च कर दिए.

रंग में शिखर धवन

लगातार तीन मैचों में पचास से ज़्यादा रन की पारी खेलने वाले शिखर धवन आईपीएल-13 में सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज़ों की लिस्ट में चौथे नंबर पर आ गए हैं. वो इस सीज़न में शतक जमाने वाले तीसरे बल्लेबाज़ हैं.

धवन नौ मैचों में 359 रन बना चुके हैं. आठ मैचों में 448 रन बनाने वाले किंग्स इलेवन पंजाब के कप्तान केएल राहुल पहले नंबर पर हैं. हर मैच के साथ धवन का स्ट्राइक रेट भी बेहतर हो रहा है.

मुंबई इंडियन्स के ख़िलाफ़ भी वो 20 ओवर तक विकेट पर रूके थे लेकिन तब उनके बल्ले से 69 रन ही निकले थे और उनके धीमे स्ट्राइक रेट को दिल्ली की हार की एक वजह माना गया था.

मुंबई के ख़िलाफ़ उनका स्ट्राइक रेट 132 था जो राजस्थान के ख़िलाफ़ बढ़कर 172 हुआ और चेन्नई के ख़िलाफ़ उन्होंने 174 के बेहतरीन स्ट्राइक रेट से रन बनाए.

स्मिथ पर भारी कोहली

दिल्ली के ख़िलाफ़ जैसी मायूसी रविंद्र जडेजा के हाथ लगी लगभग वैसा ही हाल रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के ख़िलाफ़ मैच में राजस्थान रॉयल्स के गेंदबाज़ जयदेव उनदकट का था.

राजस्थान के कप्तान स्टीव स्मिथ ने 19वें ओवर में जयदेव को गेंद थमाई. तब बैंगलोर को 12 गेंद में जीत के लिए 35 रन चाहिए थे. बैंगलोर के बल्लेबाज़ों ने इस ओवर में 25 बनाए. एबी डिविलियर्स ने ओवर की पहली तीन गेंदों पर छक्के जड़कर उनकी लय बिगाड़ दी.

इस ओवर ने राजस्थान के कप्तान स्टीव स्मिथ पर बैंगलोर के कप्तान विराट कोहली को भी बढ़त दिला दी.

रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर और राजस्थान रॉयल्स का मुक़ाबला सिर्फ़ तीसरे और सातवें पायदान की टीमों के बीच नहीं था.

इस मैच में कसौटी पर बैंगलोर के कप्तान विराट कोहली और राजस्थान के कप्तान स्टीव स्मिथ का करिश्मा भी था. इन दोनों के बीच बरसों से नंबर वन बल्लेबाज़ और नंबर वन कप्तान होने का अनचाहा मुक़ाबला चल रहा है.

आईपीएल-13 में ये दोनों दूसरी बार एक दूसरे का इम्तिहान ले रहे थे. आईपीएल-13 के दोनों मैचों में विराट कोहली राजस्थान के कप्तान स्मिथ पर भारी पड़े हैं. तीन अक्टूबर को हुए मैच में प्रदर्शन के पैमाने पर भी विराट आगे थे और शनिवार के मैच में डिविलियर्स की बजोड़ पारी ने विराट कोहली को बेहतर कहलाने का मौक़ा दिया. बैंगलोर ने ये मैच सात विकेट से जीत लिया.

विराट कोहली के मुताबिक़, "गेंदबाज़ कोई हो. डिविलियर्स जो करते हैं, वही करते हैं."

वहीं सीजन में तीसरी बार मैन ऑफ़ द मैच चुने गए डिविलियर्स कहते हैं, "मैं टीम के लिए प्रदर्शन करना चाहता हूं. मैं (टीम) ओनर्स को दिखाना चाहता हूं कि मेरे यहां होने की अच्छी वजह है. मैं परिवार, फैन्स और ख़ुद को भी ये साबित करना चाहता हूं."

और बैंगलोर का ये बल्लेबाज़ मैच दर मैच ख़ुद को साबित करता जा रहा है.

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