आरएसएस के हाफ़ पैंट पर कांग्रेस और बीजेपी में छिड़ी 'महाभारत'

कांग्रेस ने सोमवार को एक खाकी हाफ़ पैंट की तस्वीर ट्विटर पर पोस्ट की जिसे लेकर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है.

ये खाकी हाफ़ पैंट पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का यूनीफ़ॉर्म (गणवेश) हुआ करता था और कांग्रेस के ट्वीट में इस निक्कर को एक सिरे से सुलगता हुआ दिखाया गया है. बीजेपी ने इस ट्वीट को हिंसा को 'उकसाने की कार्रवाई' करार दिया है.

कांग्रेस ने तस्वीर के साथ किए गए इस ट्वीट में कहा, "बीजेपी-आरएसएस ने जो नुक़सान पहुंचाया है, उसे ठीक करने और नफ़रत की बेड़ियों से इस देश को आज़ाद कराने के लिए क़दम दर क़दम हम अपने लक्ष्य पर पहुंचेंगे."

पार्टी की भारत जोड़ो यात्रा के हैशटैग के साथ किए गए इस ट्वीट की तस्वीर पर लिखा है, "145 दिन और रह गए हैं."

बीजेपी ने इस पर प्रतिक्रिया में कहा है कि कांग्रेस 'हिंसा को बढ़ावा' दे रही है और उसकी यात्रा 'भारत तोड़ो यात्रा' है.

कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा इस समय केरल से गुज़र रही है. बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने केरल में हुई आरएसएस कार्यकर्ताओं की हत्या का जिक्र करते हुए कहा, "विपक्षी पार्टी केरल में उसके कार्यकर्ताओं को निशाना बनाने के लिए 'आतंकवादियों' को संकेत दे रही है."

संबित पात्रा ने कांग्रेस से इस ट्वीट को फौरन हटाने की भी मांग की है और कहा कि देश के संवैधानिक ढांचे में हिंसा की कोई गुंजाइश नहीं है.

कांग्रेस पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि इस पार्टी का 'आग के साथ पुराना रिश्ता' रहा है. उन्होंने कहा कि 'जब कांग्रेस सत्ता में थी तो 1984 के दंगों के दौरान पंजाब को आग में झोंक दिया गया था और सिखों को ज़िंदा जला दिया गया था.'

ट्विटर पर 'महाभारत'

कांग्रेस के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए भारतीय जनता पार्टी के युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और दक्षिणी बेंगलुरु से पार्टी सांसद तेजस्वी सूर्या ने कहा, "कांग्रेस की आग ने 1984 में दिल्ली को जला दिया था. साल 2002 में इसके इकोसिस्टम ने गोधरा में 59 कारसेवकों को ज़िंदा जला दिया था. उन्होंने अपने इकोसिस्टम से एक बार फिर हिंसा का आह्वान किया है. 'इंडियन स्टेट के ख़िलाफ़ राहुल गांधी की लड़ाई' से कांग्रेस ने एक ऐसे राजनीतिक दल के रूप में अपना अस्तित्व ख़त्म कर लिया है जिसे संवैधानिक तौर तरीकों पर भरोसा हो."

असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्व सरमा ने भी उस ट्वीट को रीट्वीट करते हुए कहा, "इस तरह का शर्मनाक ट्वीट शर्मनाक मानसिकता को दिखलाता है. कांग्रेस पार्टी अपने इरादों को अब छुपा भी नहीं रही है. 'भारत जोड़ो' के नाम पर वो 'भारत तोड़ो' का काम कर रही है. राष्ट्रवादियों को नुक़साने पहुंचाने के उनके इरादों के लिए भारत उन्हें कभी माफ नहीं करेगा."

आरएसएस ने क्या कहा

एनडीटीवी की रिपोर्ट में आरएसएस नेता मनमोहन वैद्य को ये कहते हुए बताया गया है कि "वे लोगों को हिंसा से जोड़ना चाहते हैं. उन्होंने लंबे समय तक हमारे लिए नफ़रत को सींचा है."

"उनके पिता और उनके पूर्वजों ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को रोकने की कोशिश की, लेकिन आरएसएस रुका नहीं बल्कि बढ़ता रहा क्योंकि हमें लोगों का समर्थन लगातार मिलता रहा है."

कांग्रेस का जवाब

कांग्रेस प्रवक्ता जयराम रमेश ने कहा, "ये भारत जोड़ो यात्रा मन की बात नहीं होगी, ये जनता की चिंता होगी. मैंने ये कभी नहीं सोचा था कि ये 'जनता की चिंता' के साथ 'बीजेपी के लिए चिंता' हो जाएगी."

"जिस तरह बीजेपी नेताओं के बयान आ रहे हैं, झूठे व बेबुनियाद बयान आ रहे हैं, इनसे बिल्कुल साफ़ हो गया है कि भाजपा परेशानी में है और पीड़ित है. उससे पता चल रहा है कि भारत जोड़ो यात्रा को जनता का रिस्पॉन्स मिल रहा है."

बीजेपी की आक्रामक प्रतिक्रिया पर उन्होंने कहा, "दिक्कत ये है कि बीजेपी और आरएसएस को कांग्रेस की तरफ़ से आक्रामक प्रतिक्रिया की आदत नहीं रही है."

"इसलिए जब कांग्रेस आक्रामक प्रतिक्रिया देती है तो वो पीछे हट जाते हैं. अगर वो आक्रामक होंगे तो हम डबल आक्रामक होंगे. ये उनको समझ लेना चाहिए."

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