'2020, हटाओ नीतीश...' बिहार चुनाव के लिए लालू यादव का नारा - सोशल

लालू प्रसाद यादव

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राजनीतिक लिहाज़ से साल 2020 खासा हलचल भरा रहने वाला है. इस साल बिहार विधानसभा चुनाव भी होने हैं जिसके लिए राजनीतिक दलों ने कमर कस ली है.

बिहार में फिलहाल एनडीए के सहयोगी दल, जेडीयू के नीतीश कुमार की सरकार है.

लेकिन इस चुनावी साल की शुरुआत में ही राज्य में विपक्षी आरजेडी के नेता लालू प्रसाद यादव ने उन्हें हटाने का नारा दे दिया है.

उन्होंने ट्वीट किया है, "दो हज़ार बीस, हटाओ नीतीश."

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उनके इस ट्वीट की सोशल मीडिया पर काफी चर्चा हो रही है. लोग इस पर प्रतिक्रिया भी दे रहे हैं.

लालू यादव के इस ट्वीट पर कमेंट करते हुए हंसराज मीणा नाम के यूज़र ने लिखा, "हटाकर दम लेंगे."

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वहीं राहुल राज यादव लिखते हैं, "दो हज़ार बीस, नीतीश फिनिश."

दीपक सिंह यादव कहते हैं, "2020 में अब बस बिहार को धोखा देने के बाद नीतीश कुमार को बिहार की जनता धोखा देगी!"

जितेंद्र यादव लिखते हैं, "लूट, हत्या, फिरौती, अपहरण और बलात्कार से बिहार में चौतरफा हाहाकार है."

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लेकिन कई लोग लालू यादव पर ही निशाना साध रहे हैं.

अमृता पांडे नाम की एक ट्विटर यूज़र लिखती हैं, "चालू हो गया दो हज़ार बीस, मरते दम तक जेल में चक्की पीस."

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इनके जवाब में धर्मेंद्र यादव लिखते हैं, "चक्की पीसना मंजूर हैं, पर सावरकर की तरह माफ़ी नामा लिखना नहीं."

वहीं ट्विटर यूज़र मिस्टर सिन्हा लिखते हैं, "10 रुपये किलो आलू, जेल में चुप बैठो लालू..."

कुछ लोग नीतीश का समर्थन करते भी दिखे.

शुभम एस. राजपूत ट्वीट करते हैं, "दो हज़ार बीस, फिर से आएँगे नीतीश."

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सुनील कुमार लिखते हैं, "आएंगे लालू, घोटाले हो जाएंगे चालू."

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सुनील राजा कह रहे हैं, "नीतीश हटाओ, गिरिराज लाओ."

बिहार की मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल 29 नवंबर 2020 को ख़त्म हो जाएगा.

दरअसल साल 2015 में नीतीश कुमार की जेडीयू ने लालू यादव की आरजेडी और कांग्रेस के साथ महागठबंधन में बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए के ख़िलाफ़ चुनाव लड़ा था. लेकिन बाद में नीतीश कुमार महागठबंधन से अलग हो गए और बीजेपी के समर्थन से मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बने रहे.

नीतीश कुमार ने महागठबंधन टूटने के लिए आरजेडी को ज़िम्मेदार ठहराया था.

'2020, हटाओ नीतीश...' बिहार चुनाव के लिए लालू यादव का नारा

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लालू यादव और उनकी पार्टी की तरफ़ से नीतीश कुमार पर ये आरोप लगाया गया कि महागठबंधन से बाहर जाने की योजना पर नीतीश बीजेपी के साथ मिलकर पहले से काम कर रहे थे.

लेकिन बीजेपी के साथ जाने के सवाल पर नीतीश कुमार ने कहा कि ये पहले से तय नहीं था. हालात ऐसे बन गए कि हम साथ आ गए.

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