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एवरेस्ट के पास भी इंटरनेट
माउंट एवरेस्ट के पास इंटरनेट कैफ़े? जी हाँ! हो सकता है कि बहुत से लोगों को ये न पता हो लेकिन ये सच है. दुनिया की सबसे ऊंची चोटी के पास एक छोटे कस्बे नामचे में छह इंटरनेट कैफ़े काम कर रहे हैं. हिमालय पर्वत श्रंखला में माउंट एवरेस्ट के आसपास शायद ये सबसे अधिक इस्तेमाल होने वाले इंटरनेट कैफ़े हैं. शाम छह बजे, जहाँ इस कस्बे में अंधेरा छा रहा है और ठंड बढ़ रही है, वहाँ ऑस्ट्रिया के वुल्फ़गैंग उर्त्ज़ नामचे साइबर कैफ़े में अपने दोस्तों को ईमेल लिखने कि लिए आते हैं.
यहाँ घूमने वाले लगभग सभी शेरपा और पश्चिमी देशों के पर्वतारोही इधर इंटरनेट का इस्तेमाल करने आते हैं. कैफ़े के मैनेजर सुमन लामा भी एमएसएन पर 'चैट' कर रहे हैं. वे कहते हैं, "जब मैं चैट करते समय लोगों को बताता हूँ कि माउंट एवरेस्ट के करीब नामचे में हूँ तो लोग हैरान हो जाते हैं." उनका कहना है कि बहुत से लोगों को नहीं पता कि ये कहाँ है और वे पूछते हैं कि क्या नामचे में येती हैं और क्या सर एडमंड हिलेरी वहाँ रहते हैं.
ग्यालत्सेन तड़के आकर वहाँ गाँव से आए लड़कों को कंप्यूटर चलाना सिखाते हैं. उनका कैफ़े 'लिंकिंग एवरेस्ट' नाम की कंपनी के उपग्रह लिंक से जुड़ा हुआ है. यहाँ एक महत्वाकांक्षी योजना को अंजाम दिया जा रहा है जिसके तहत 13 दूरदराज़ के गाँवों को बिना तार के फ़ोन से जोड़ा जाएगा. ग्यालत्सेन का कहना है, "हमने एवरेस्ट के बेस कैंप पर इस साल एक इंटरनेट कैफ़े बनाया है. अगर हम ये कर सकते हैं तो हम कुछ भी कर सकते हैं." यह 5400 मीटर की ऊँचाई पर है और छह हफ़्ते काम करता है. तीन साल पहले नामचे में माओवादी विद्रोहियों ने फ़ोन कनेक्शन नष्ट कर दिए थे और ग्यालत्सेन को एक 'सुपर स्विचबोर्ड' से सीधे उपग्रह के साथ कनेक्शन कायम करना पड़ा. मज़े की बात ये है कि ये इंटरनेट कैफ़े और कनेक्शन 24 घंटे चलते रहते हैं. |
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