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एवरेस्ट की ऊंचाई बढ़ रही है
हिमालय पर्वत श्रंखलाएँ किसे नही लुभातीं और इन्हें छूने की चाहत हममे से कई में होगी. लेकिन क्या आपको पता है कि ये पर्वत श्रंखलाएँ हर साल बढ़ रही हैं? लंदन में इन दिनो भारतीय सर्वेक्षण विभाग की 'फेस्टिवल ऑफ़ ग्रेट आर्क' प्रदर्शनी लगी हुई है. इसमें पिछले 200 वर्षों के दौरान किए गए दक्षिण एशिया के भौगोलिक सर्वेक्षणों को दिखाया गया है. इन सर्वेक्षणों में पाया गया कि दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई दो सेंटीमीटर प्रति वर्ष के हिसाब से बढ़ रही है. हालाँकि भारतीय सर्वेक्षण विभाग का मानना है कि अत्याधुनिक उपकरणों की उपलब्धता के बावजूद पर्वतों का सर्वेक्षण अब भी एक बड़ी चुनौती है. एक दिलचस्प तथ्य यह भी बताया गया है कि हिमालय पर्वत श्रंखलाएँ सबसे नई हैं. माना जाता है कि भारत का दक्षिणी हिस्सा एशिया महाद्वीप से टकराया. इससे रेत मिट्टी का हिस्सा ऊंचे उठा और उसने पर्वत का रूप ले लिया. 'इतनी गति नहीं' भौगोलिक मामलों के विशेषज्ञ और जवाहर लाल नेहरू केंद्र अनुसंधान केंद्र, बंगलौर के केएस वल्दिया का कहना है,"इसमें कोई शक नहीं है कि हिमालय की ऊंचाई बढ़ रही है."
केएस वल्दिया का कहना था कि प्रायद्वीपीय भारत हिमालय के तल की ओर सरक रहा है. लेकिन उनका कहना था कि हिमालय की ऊंचाई सब जगह नहीं बढ़ रही है और उसकी गति भी एक समान नहीं है. कहीं-कहीं चट्टानों और बर्फ़ के ढहने के कारण ये कम भी हो रही है. केएस वल्दिया काएवरेस्ट की ऊंचाई 20 मिलीमीटर की गति से बढ़ रही है. |
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