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नासा और स्पेसएक्स की ऐतिहासिक लॉन्चिंग ख़राब मौसम के कारण टली
- Author, पॉल रिंकन
- पदनाम, विज्ञान संपादक, बीबीसी न्यूज़ वेबसाइट
ख़राब मौसम के कारण स्पेसएक्स को ऐन मौक़े पर लॉन्चिंग का फ़ैसला टालना पड़ा. स्पेसएक्स नासा के दो अंतरिक्ष यात्रियों को मिशन पर भेज रहा है लेकिन अब यह मिशन शनिवार को रवाना होगा.
एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स अपने स्पेस व्हीकल- द क्रू ड्रैगन को लॉन्च करने वाली है. ख़ास बात यह है कि मस्क से इस स्पेस व्हीकल में पहली बार अंतरिक्ष यात्री मौजूद होंगे. यहां हम इस मिशन से जुड़े हुए सवालों के जवाब देने की कोशिश कर रहे हैं-
एक निजी कंपनी नासा के एस्ट्रोनॉट्स को क्यों लॉन्च कर रही है?
नासा 2000 के दशक की शुरुआत से ही अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर क्रू की आवाजाही का काम छोड़ने की योजना बना रहा है. 2003 में कोलंबिया शटल के पृथ्वी पर वापसी के दौरान दुर्घटना का शिकार होने के बाद से ही नासा ने एक ऐसा स्पेसशिप विकसित करने पर ध्यान केंद्रित करना शुरू कर दिया था जो कि चंद्रमा तक जा सके.
आईएसएस पर क्रू और कार्गो की आवाजाही के लिए निजी फर्मों को शामिल करना इस प्रोग्राम को चालू रखने की दिशा में एक अहम क़दम था.
2014 में आंत्रप्रेन्योर एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स और एयरोस्पेस सेक्टर की दिग्गज कंपनी बोइंग क्रू ट्रांसपोर्ट सेवाओं के लिए नासा का कॉन्ट्रैक्ट हासिल करने में सफल रही.
स्पेसएक्स अपना स्पेसक्राफ्ट पहले लॉन्च कर रही है. बुधवार को फ्लोरिडा के केनेडी स्पेस सेंटर से फ़ाल्कन 9 रॉकेट के ऊपर सवार होकर क्रू ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट उड़ान भरेगा.
स्पेसएक्स क्या है?
स्पेसएक्स एक अमरीकी कंपनी है जो कि फाल्कन 9 और फाल्कन हैवी रॉकेट्स पर कमर्शियल और सरकारी लॉन्च सेवाएं देती है.
आंत्रप्रेन्योर एलन मस्क ने 2002 में इस कंपनी की नींव रखी थी. इसका मक़सद अंतरिक्ष में ट्रांसपोर्टेशन की लागत को कम करना है. साथ ही इसका एक मक़सद मंगल ग्रह पर इंसानी बस्तियां बनाना भी है.
स्पेसएक्स दुनिया की अकेली ऐसी निजी कंपनी है जो कि नियमित तौर पर धरती पर रॉकेट के स्टेज वापस लौटाती है ताकि इनको फिर से लॉन्च किया जा सके.
कंपनी आईएसएस पर नियमित रूप से कार्गो भेजती रही है और अब वह एस्ट्रोनाॉट्स को लॉन्च कर रही है. मस्क की कंपनी स्टारशिप नाम से बड़े स्पेसक्राफ्ट भी विकसित कर रही है जिन्हें मंगल पर इंसानों की बस्तियां तैयार करने में इस्तेमाल किया जाएगा.
एलन मस्क कौन हैं?
दक्षिण अफ्ऱीका में पैदा हुए एलन मस्क ईबे को अपनी ऑनलाइन पेमेंट सर्विस कंपनी पेपल को बेचकर 16 करोड़ डॉलर कमा चुके हैं. इंसानों को अंतरिक्ष में आवाजाही करते देखने की उनकी ख्वाहिश के चलते ही स्पेसएक्स का जन्म हुआ है. लेकिन, वह कई तरह की दूसरी कंपनियों की नींव रखने में भी शामिल रहे हैं. इनमें इलेक्ट्रिक कार बनाने वाली कंपनी टेस्ला भी शामिल है.
वह हाइपरलूप प्रोजेक्ट पर भी काम कर रहे हैं. यह एक हाई-स्पीड ट्रांसपोर्टेशन सिस्टम है जिसमें ट्यूब्स के एक सिस्टम के जरिए पॉड्स में बैठकर लोग ट्रैवल कर सकेंगे.
उनकी रंगीन शख्सियत और लाइफस्टाइल से ही रॉबर्ट डॉनी जूनियर के मार्वल कॉमिक्स के कैरेक्टर टोनी स्टार्क को प्रेरणा मिली है.
मस्क विवादों से भी अछूते नहीं रहे हैं. उनके ट्वीट्स क़ानूनी विवादों की वजह बने हैं और इस वजह से उन्हें टेस्ला के चेयरमैन पद को छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा है. हालांकि, वह अभी भी टेस्ला के सीईओ हैं.
यह लॉन्च इतना अहम क्यों है?
2011 में स्पेस शटल के रिटायर होने के बाद से ही नासा को अपने एस्ट्रोनॉट्स को लॉन्च करने के लिए रूस को लाखों डॉलर चुकाने पड़ रहे हैं. रूस इन अंतरिक्ष यात्रियों को अपने सोयुज स्पेसक्राफ्ट के ज़रिए स्पेस में भेजता है.
फ्लोरिडा से क्रू ड्रैगन से एस्ट्रोनॉट्स का लॉन्च होना इस लिहाज से भी एक अहम पड़ाव है क्योंकि नौ साल में पहली बार कोई इंसान अमरीकी धरती से अंतरिक्ष जाएगा. इंसानों को अंतरिक्ष में भेजने के मामले में यह अमरीका के सम्मान की बहाली भी होगी. यह भी पहली बार हो रहा है जबकि कोई निजी कंपनी एस्ट्रोनॉट्स को अंतरिक्ष की कक्षा में भेजने जा रही है.
क्रू ड्रैगन क्या है?
क्रू ड्रैगन एक स्पेसक्राफ्ट है जो कि बुधवार को एस्ट्रोनॉट्स को अंतरिक्ष में आईएसएस तक ले जाएगा. यह आईएसएस तक कार्गो ले जाने वाले ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट का तराशा हुआ वर्जन है.
क्रू ड्रैगन को इस तरह से तैयार किया गया है कि इसमें अधिकतम सात यात्री ही बैठ सकते हैं, लेकिन नासा की फ्लाइट्स में केवल चार लोग ही जाएंगे. बाकी की जगह का इस्तेमाल सप्लाई रखने के लिए किया जाएगा.
इसमें थ्रस्टर्स लगे हुए हैं जिससे यह स्पेस में आसानी से अपनी पोजिशन बदल सकता है. साथ ही यह स्वतंत्र रूप से स्पेस स्टेशन से जुड़ सकता है.
मनुष्यों के लिए डिजाइन किए गए पिछले स्पेसक्राफ्ट से उलट इसमें क्रू केबिन में बटनों की जगह टचस्क्रीन कंट्रोल लगे हुए हैं.
अंतरिक्ष में जाने वाले एस्ट्रोनॉट्स कौन हैं?
बॉब बेनकेन और डग हर्ले नासा के एस्ट्रोनॉट हैं. इनका चयन 2000 में हुआ था और ये दोनों ही स्पेस शटल के ज़रिए दो-दो बार अंतरिक्ष में जा चुके हैं. ये नासा के एस्ट्रोनॉट कॉर्प्स के सबसे ज्यादा अनुभवी लोग हैं.
ये दोनों ही टेस्ट पायलट के तौर पर प्रशिक्षित हैं. हर्ले का स्पेस में रहने का अनुभव 28 दिन और 11 घंटे का है. दूसरी ओर, बेनकेन 29 दिन और 12 घंटे तक स्पेस में रह चुके हैं, इसमें 37 घंटे का अनुभव स्पेसवॉकिंग का है. दोनों की ही शादी एस्ट्रोनॉट्स से ही हुई है.
एस्ट्रोनॉट्स वहां क्या करेंगे?
एस्ट्रोनॉट्स को ले जाने वाले स्पेसक्राफ्ट को एक प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है जिसके जरिए यह सुनिश्चित किया जाता है कि एस्ट्रोनॉट्स सुरक्षित रूप से काम कर पाएं. यह लॉन्च इसकी पुष्टि की दिशा में एक अंतिम कदम है. अंतरिक्ष की कक्षा में पहुंचने के बाद बेनकेन और हर्ले क्रू ड्रैगन के इन्वाइरन्मेंटल कंट्रोल सिस्टम, डिस्प्ले और कंट्रोल और मैनुवरिंग थ्रस्टर्स को टेस्ट करेंगे.
स्पेस स्टेशन पहुंचने के दौरान ये स्वायत्त डॉकिंग सिस्टम पर निगरानी रखेंगे. इसके बाद ये आईएसएस क्रू के सदस्य बन जाएंगे. ऑर्बिटिंग आउटपोस्ट पर ये क्रू ड्रैगन के टेस्ट करेंगे और स्पेस स्टेशन के दूसरे काम भी करेंगे. जब इसकी पृथ्वी पर वापसी होगी तब क्रू ड्रैगन अटलांटिक सागर में पैराशूट के सहारे गिरेगा. इसके बाद कैप्स्यूल और क्रू को गो नैविगेटर नाम के शिप के जरिए निकाल लिया जाएगा.
लॉन्च के दौरान अगर कुछ गड़बड़ हो गई तो?
क्रू ड्रैगन में एक अबॉर्ट सिस्टम लगा है. किसी भी आपात स्थिति में यह क्रू को बचा लेगा. अगर ऊपर जाते वक्त कोई दिक्कत होती है तो क्रू ड्रैगन व्हीकल के इंजन को चला देगा और इसमें बैठे हुए लोग रॉकेट से अलग हो जाएंगे. इसके बाद कैप्स्यूल उन्हें सुरक्षित तरीके से पैराशूट के जरिए उतार देगा. स्पेसएक्स 19 जनवरी 2020 को अपने इन-फ्लाइट अबॉर्ट सिस्टम का सफलतापूर्वक परीक्षण कर चुका है.
इनके स्पेससूट कैसे हैं?
बेनकेन और हर्ले जो फ्लाइट सूट पहनेंगे वे पहले के डिजाइन से काफी अलग हैं. ये कद्दू जैसे पीले रंग वाले बड़े सूट्स और गोल हेलमेट्स से बिलकुल अलग हैं. स्पेसएक्स के सूट पतले और एक पीस वाले हैं. इनके हेलमेट भी पतले और 3डी प्रिंटिंग वाले हैं. हर सूट हर एस्ट्रोनॉट के हिसाब से अलग से तैयार किया गया है.
अगर ये किसी साइंस मूवी की किसी चीज जैसे दिखते हैं तो ऐसा शायद इस वजह से है क्योंकि इनके लुक हॉलीवुड कॉस्ट्यूम डिजाइनर जोस फर्नांडेज ने तैयार किए हैं. फर्नांडेज बैटमैन, एक्समैन और थोर मूवीज के लिए काम कर चुके हैं.
लेकिन, ये सूट प्रैक्टिकल भी हैं. इन्हें केबिन में डीप्रेशराइजेशन यानी स्पेसक्राफ्ट में अंदर हवा के खत्म हो जाने की स्थिति में क्रू को जिंदा बनाए रखने के लिहाज से भी तैयार किया गया है.
आगे क्या होगा?
अगर क्रू ड्रैगन डेमो-2 मिशन सफल होता है तो स्पेसएक्स आईएसएस पर छह ऑपरेशनल मिशन के लिए आगे बढ़ेगा. नासा के साथ स्पेसएक्स के 2.6 अरब डॉलर के कॉन्ट्रैक्ट के तहत ऐसा किया जाना है. बोइंग की भी इसी तरह की डील है जिसकी कीमत 4.2 अरब डॉलर है. बोइंग अपने सीएसटी-100 स्टारलाइनर व्हीकल के जरिए क्रू को स्पेस भेजेगा.
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