सोमवार, 27 अक्तूबर, 2008 को 06:23 GMT तक के समाचार
पश्चिमोत्तर पाकिस्तान में अमरीका के एक कथित मिसाइल हमले में शीर्ष तालिबान कमांडर समेत 20 लोग मारे गए हैं.
अधिकारियों के अनुसार दक्षिण वज़ीरिस्तान में एक चालकरहित विमान से किए गए इस मिसाइल हमले में मारे गए लोगों में तालिबान नेता मोहम्मद उमर भी शामिल थे.
उमर ने अफ़ग़ानिस्तान में तालेबानियों की ओर से 1990 के दशक में लड़ाई की थी.
अमरीका ने यह मिसाइल हमला अफ़ग़ान सीमा क्षेत्र में चरमपंथियों पर किया था.
रविवार रात को दक्षिण वज़ीरिस्तान क्षेत्र में मंदात्ता गाँव में मोहम्मद उमर के परिसर पर हमला हुआ.
मोहम्मद उमर तालेबान कमांडर नेक मोहम्मद के क़रीबी थे जो इसी क्षेत्र में चार साल पहले अमरीका के एक हमले में मारे गए थे.
आतंक
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि हमले के बाद स्थानीय लोग इस मैदान में मौजूद अपने साथियों की मदद करने के लिए दौड़े और हमले के बाद लोगों में आतंक व्याप्त हो गया.
स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि इस मैदान के मलबे से उन्होंने 20 शव निकाले.
इस हमले के बारे में अमरीका ने कोई टिप्पणी नहीं की है.
यह हमला पिछली बार हुए उस मिसाइल हमले के तीन दिनों के बाद हुआ है जो दक्षिण वज़ीरिस्तान क्षेत्र के दांडे दारपाखेल में हुआ था और जिसमें एक धार्मिक स्कूल के सात छात्र मारे गए थे.
क़रीब एक महीने पहले अमरीकी सेना ने दक्षिण वज़ीरिस्तान के मूसा निकाह क्षेत्र में एक ज़मीनी हमला किया था जिसमें 15 लोग मारे गए थे.
नागरिकों की मौत
पिछले सप्ताहों में अमरीका ने अफ़ग़ानिस्तान के सीमा क्षेत्र में चरमपंथियों के संदिग्ध ठिकानों पर अनेक हमले किए हैं.
वाशिंगटन ने कहा है कि यह हमले चरमपंथियों पर किए जा रहे हैं जबकि संवाददाताओं का कहना है कि जानकारी के अभाव में कई बार नागरिक भी मारे जाते हैं.
बीबीसी उर्दू सेवा के कुछ आँकड़े दर्शाते हैं कि पिछले एक महीने के दौरान दक्षिण और उत्तरी वज़ीरिस्तान क्षेत्र में हुए अमरीका के इन कथित हमलों में क़रीब 80 लोग मारे गए हैं.
अमरीका इन हमलों की न तो पुष्टि करता है और न ही इनसे इंकार करता है.
अफ़ग़ानिस्तान में चरमपंथियों के खिलाफ़ तैनात अमरीकी सेना के सीमा पार करने के मुद्दे को लेकर अमरीका और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है.