रविवार, 14 सितंबर, 2008 को 02:14 GMT तक के समाचार
दिल्ली में बीबीसी के संवाददाताओं से
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राजधानी दिल्ली में सिलसिलेवार धमाकों के बाद राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को सतर्क रहने और सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करने की हिदायत दी है.
ख़बरों के अनुसार बम धमाकों के सिलसिले में 10 लोगों को हिरासत में लिया गया है.
साथ ही दिल्ली में अस्पतालों में चिकित्सा सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए स्वास्थ्य प्रशासन को भी सतर्क कर दिया गया है.
धमाकों के बाद एक उच्चस्तरीय बैठक हुई जिसमें स्थिति की समीक्षा की गई.
राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने धमाकों की कड़ी निंदा की है. गृह मंत्री शिवराज पाटिल ने धमाकों की निंदा करते हुए दोषियों को कड़ी सज़ा देने की बात कही.
उन्होंने कहा कि सरकार ऐसे तत्वों से मजबूती से निपटेगी और सुरक्षा एजेंसियां जल्द इन घटनाओं के तह में जाएगी और दोषियों को सज़ा दी जाएगी.
गृह मंत्री शिवराज पाटिल ने कहा कि शनिवार को भीड़ भरे बाजारों में धमाके ये दर्शाते हैं कि हमला करनेवालों की मंशा अधिकतम लोगों को हताहत करने की थी.
उनका कहना था कि राष्ट्र विरोधी तत्व शांति में बाधा पहुँचाने और देश के विभिन्न भागों में लोगों के बीच दहशत फ़ैलाने की कोशिश कर रहे हैं.
इधर सिलसिलेवार धमाकों में मरनेवालों के परिवार को दिल्ली सरकार पाँच लाख और घायल हुए लोगों को 50 हजार रुपए का मुआवज़ा देगी.
दूसरी ओर केंद्र सरकार ने मृतकों के परिजनों को तीन लाख रुपए का मुआवज़ा देने की घोषणा की है.
दिल्ली सरकार ने ऐलान किया है कि घायलों का मुफ़्त इलाज किया जाएगा.
बम धमाके
गौरतलब है कि शनिवार को दिल्ली में एक के बाद एक पाँच सिलसिलेवार बम धमाकों में कम से कम 20 लोग मारे गए थे और 90 से ज़्यादा घायल हुए हैं.
ये धमाके कनॉट प्लेस के सेंट्रल पार्क और बाराखंभा रोड, गफ़्फ़ार मार्केट और ग्रेटर कैलाश-1 में हुए.
इसके अलावा तीन स्थानों- सेंट्रल पार्क, रीगल सिनेमा और इंडिया गेट पर बम निष्क्रिय किए गए.
दिल्ली में भारतीय समयानुसार लगभग साढ़े छह बजे सबसे पहले करोल बाग- ग़फ़्फ़ार मार्केट इलाक़े में धमाके की ख़बर आई. इसके बाद ग्रेटर कैलाश-1, कनॉट प्लेस के बाराखंभा रोड और सेंट्रल पार्क इलाक़ों में धमाके हुए.
दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता राजन भगत ने बीबीसी को बताया, "ग़फ़्फ़ार मार्केट ग्रेटर कैलाश, कनॉट प्लेस की बाराखंभा रोड और सेंट्रल पार्क इलाक़ों में धमाके हुए हैं. इनमें से दो जगह पर सीएनजी गैस सिलिंडर के धमाके हुए."
दिल्ली राममनोहर लोहिया अस्पताल के आपात विभाग के प्रमुख डॉक्टर एसके शर्मा ने बीबीसी संवाददाता श्याम सुंदर को बताया, " अस्पताल में 69 लोगों को लाया गया जिनमें से आठ मृत लाए गए और एक की बाद में मौत हो गई. अस्पताल लाए गए 35 लोग गंभीर रूप से घायल हैं जिनमें से 10 की हालत चिंताजनक है."
बीबीसी संवाददाता पाणिनी आनंद के अनुसार ग्रेटर कैलाश-1 में प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि उन्हें दो धमाके सुने. पहले धमाके के बाद ही लोगों में अफ़रातफ़री मच गई और बाज़ार में भगदड़ मच गई. कई लोगों के शरीर में वाहनों और दुकानों के टूटे हुए शीशे लगे लेकिन किसी को गंभीर चोट नहीं आई.
बीबीसी संवाददाता आलोक कुमार के अनुसार लोकनायक जयप्रकाश नारायण अस्पताल में आठ घायल लोगों को ले जाया गया जिनमें से से दो हालत गंभीर है.
इन धमाकों के ठीक पहले कुछ समाचार चैनलों को एक ईमेल मिला.
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी करनैल सिंह ने बीबीसी संवाददाता सुशीला सिंह को बताया, " इंडियन मुजाहिदीन नाम के एक संगठन ने ईमेल के ज़रिए इन हमलों की ज़िम्मेदार ली है लेकिन इसकी जाँच और पुष्टि होनी बाक़ी है."
उधर गृह मंत्री शिवराज पाटिल ने कहा कि इस समय किसी भी संगठन का नाम लेना बहुत मुश्किल है लेकिन हम इन कारनामों को अंजाम देने वाले लोगों को ख़ोज निकालेंगे.
अहमदाबाद धमाकों के ठीक पहले भी इसी तरह के ईमेल में इस संगठन ने धमाकों की ज़िम्मेदारी ली थी.