बुधवार, 30 जुलाई, 2008 को 09:16 GMT तक के समाचार
सुबीर भौमिक
बीबीसी संवाददाता, पूर्वोत्तर भारत
बंगलौर और अहमदाबाद में सिलसिलेवार बम धमाकों के बाद से सार्वजनिक जगहों पर विस्फोट करने की धमकी वाले ई-मेल संदेशों ने देश के दूसरे हिस्सों में भी हड़कंप मचा रखा है.
पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में कुछ मीडिया संगठनों को मंगलवार को मिले एक ई-मेल में शहर के कई प्रमुख स्थानों पर धमाके की धमकी ने लोगों में घबराहट बढ़ा दी.
बीबीसी कार्यालय को भी इंटरनेट से भेजा गया यह संदेश मिला है.
मेल भेजने वाले का दावा है कि वो प्रतिबंधित संगठन स्टूडेंड्स इस्लामिक मूवमेंड ऑफ़ इंडिया यानी सिमी का प्रवक्ता है.
सिमी वह चरमपंथी संगठन है जिस पर बंगलौर और अहमदाबाद में हुए सिलसिलेवार बम धमाकों की साज़िश रचने का शक किया जा रहा है.
इस संदेश में कहा गया है, "तुम जो कर सकते हो, कर लो लेकिन हमें कोलकाता में धमाके करने से नहीं रोक पाओगे. धमाके दस बजे रात में शुरू होंगे."
'चरमपंथियों की सक्रियता'
संदेश भेजने वाले शख़्स ने कोलकाता के कुछ ख़ास जगहों के नाम भी गिनाए थे, जहाँ उसने धमाके करने की धमकी दी.
इन जगहों में कलकत्ता हाईकोर्ट, निक्को मनोरंजन पार्क, पार्क स्ट्रीट, साल्ट लेक, अपोलो अस्पताल, पार्क सर्कस और न्यू अलीपुर शामिल हैं.
हालाँकि हाईकोर्ट और निक्को पार्क में रात के समय कोई भीड़ नहीं होती है लेकिन बाक़ी इलाक़े ऐसे हैं जो आबादी वाले क्षेत्र हैं.
हाँ, पार्क स्ट्रीट के अलावा जिन भी जगहों के नाम इस मेल में डाले गए हैं, वहाँ रात में लोग आम तौर पर घरों में बंद हो चुके होते हैं.
ई-मेल में कहा गया, "हम इन जगहों को बर्बाद कर देंगे."
ख़ुफ़िया अधिकारियों का कहना है कि उनके पास इस बात की ख़बर है कि कोलकाता में चरमपंथी मुस्लिम संगठन सक्रिय हैं.
इनका मानना है कि अगर इन लोगों ने धमाकों की कोई योजना बनाई भी है तो यह ई-मेल सुरक्षा एजेंसियों को दिग्भ्रमित करने की कोशिश ही लगती है.
'भरमाने की कोशिश'
राज्य पुलिस की विशेष शाखा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "इस बात की कम गुंजाइश है कि वो उन जगहों पर धमाके करेंगे जिनके नाम उनलोगों ने लिखे हैं. ये हमारा ध्यान हटाने का प्रयास हो सकता है."
उनका कहना था, "वे रेलवे स्टेशन या हवाई अड्डे या बंदरगाह जैसे व्यस्त इलाक़े में इस तरह के हमले कर सकते हैं."
पुलिस ने शहर में तलाशी का सघन अभियान शुरू कर दिया है. तलाशी के काम में कोई दिक्कत न हो, इसके लिए शहर के शॉपिंग मॉल, सिनेमा हॉल और थियेटरों को बंद करा दिया गया है.
कर्नाटक की राजधानी बंगलौर और गुजरात की राजधानी अहमदाबाद में लगातार और सिलसिलेवार ढंग से हुए धमाकों में पचास से ज़्यादा लोगों की मौत हो गई थी.
अलग-अलग राज्य की पुलिस का दावा है कि चेन्नई और सूरत में इसी तरह के धमाकों की साज़िश को नाकाम कर दिया गया है.