http://www.bbcchindi.com

शुक्रवार, 07 दिसंबर, 2007 को 10:48 GMT तक के समाचार

मोदी के बयान का मामला अदालत में

गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की सोहराबुद्दीन शेख़ मुद्दे पर विवादित टिप्पणी के बाद जहाँ राज्य की चुनावी राजनीति गरमा गई है वहीं मोदी के ख़िलाफ़ कार्रवाई की माँग करते हुए सुप्रीम कोर्ट में दो अर्ज़ियाँ दायर की गई हैं.

शुक्रवार को दायर इन अर्ज़ियों पर सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है.

ग़ौरतलब है कि सोहराबुद्दीन शेख़ 26 नवंबर 2005 को गुजरात पुलिस के आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) और राजस्थान पुलिस की कार्रवाई में मारे गए थे.

इस मुठभेड़ के फ़र्जी होने का आरोप लगाते हुए इसकी जाँच कराए जाने संबंधी याचिका पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट में दायर की गई थी जिसपर सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार और पुलिस विभाग को आड़े हाथों भी लिया था.

यह मामला अभी न्यायालय के अधीन है. ऐसे में सोहराबुद्दीन शेख़ की मौत पर मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की सार्वजनिक रूप से की गई टिप्पणी से नया विवाद खड़ा हो गया है.

नरेंद्र मोदी की टिप्पणी पर चुनाव आयोग पहले ही नोटिस ज़ारी कर चुका है जिसका उन्हें शनिवार तक जवाब देना है.

मंगलवार, 11 दिसंबर को गुजरात में राज्य विधानसभा चुनाव के लिए पहले चरण का मतदान होना है.

बढ़ी मुश्किलें

दूसरी ओर मोदी के बयान को अनुचित बताने वाले गुजरात सरकार के वकील केटीएस तुलसी की जगह पर राज्य सरकार ने रंजीत कुमार को नियुक्त किया है.

तुलसी ने बयान को लेकर मोदी की सफ़ाई न मिलने तक सुप्रीम कोर्ट में इस मामले की आगे पैरवी करने से इनकार कर दिया था.

दूसरी ओर मोदी ने गुरुवार को कपलवाड़ में एक सभा में कहा कि उन्होंने कभी फ़र्ज़ी पुलिस मुठभेड़ को सही नहीं ठहराया.

इस मामले पर कुछ नरम दिख रहे मोदी ने कहा, "फ़र्ज़ी मुठभेड़ को स्वीकार नहीं किया जा सकता. मैंने कभी इसे जायज़ नहीं ठहराया. मैंने हमेशा इसकी भर्त्सना की है."

'कार्रवाई हो'

सुप्रीम कोर्ट में वंज़ारा मामले में दो याचिकाएँ पहले से हैं. अब इनमें ताज़ा अर्ज़ियाँ के ज़रिए अदालत से अनुरोध किया गया है कि लोगों को भड़काने के लिए मुख्यमंत्री के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया जाए.

कोर्ट में सोहराबुद्दीन शेख़ के भाई रूबाबुद्दीन शेख़ की ओर से दुष्यंत दवे और जावेद अख़्तर और शबनम हाशमी की ओर से प्रशांत भूषण ने याचिका दायर की है.

वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने बीबीसी को बताया, "हमने अपनी अर्ज़ी में पुलिस अधिकारी डीजी वंज़ारा की टीम की सारी मुठभेड़ों में मोदी की भूमिका की जाँच की माँग के लिए विशेष जाँच दल गठित करने की माँग की है. साथ ही हमने ये भी माँग की है कि लोगों को भड़काने के आरोप में मोदी पर मामला दर्ज किया जाए."

सोहराबुद्दीन के भाई रुबाबुद्दीन ने अपने भाई की मुठभेड़ के मामले में मोदी को भी सह अभियुक्त बनाने की अपील कर चुके हैं.

रुबाबुद्दीन ने अपनी अर्ज़ी में मामले की सुनवाई गुजरात से बाहर करवाने और मोदी के ख़िलाफ़ कार्रवाई करने की माँग की है.

'चुनाव लड़ने से रोकें'

मोदी के बयान को लेकर राजनीतिक हलचल शुक्रवार को तेज़ हो गई है.

वामपंथी दलों ने चुनाव आयोग का दरवाज़ा खटखटाकर मोदी को चुनाव लड़ने से रोकने की माँग की है.

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी नेता गुरुदास दासगुप्ता ने कहा, "धार्मिक भावनाओं पर लोगों को भड़काना अपराध है. मोदी के ख़िलाफ़ क़ानून के मुताबिक कार्रवाई होनी चाहिए."

पहले चरण के मतदान के लिए काँग्रेस उम्मीदवारों के समर्थन में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने शुक्रवार को गुजरात में रैली की है.

एक जनसभा में मनमोहन ने कहा कि राज्य में भय और ख़ौफ़ का माहौल पैदा करने की कोशिश की जा रही है जो पूरे देश के लिए ख़तरनाक है.

प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने विकास के मुद्दे पर नरेंद्र मोदी के हमलों का जवाब दिया.

शनिवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी भी सौराष्ट्र, मध्य और दक्षिण गुजरात में कई सभाओं को संबोधित करेंगी. इन सभी इलाक़ों में भारतीय जनता पार्टी की अच्छी पकड़ मानी जाती है.