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बेनज़ीर पर लगे नए प्रतिबंध | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनज़ीर भुट्टो के देश छोड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. बेनज़ीर की पार्टी पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के प्रवक्ता फरहतुल्ला बाबर ने बीबीसी को बताया कि उन्होंने इस मामले पर मुशर्रफ़ प्रशासन को लिखा है लेकिन अभी तक जवाब नहीं मिला है. बेनज़ीर भुट्टो पर भ्रष्टाचार के आरोपों के कारण पहले ही ऐसा प्रतिबंध लगा हुआ था लेकिन उनकी वतन वापसी के बाद सरकार ने भ्रष्टाचार के सभी मामले वापस ले लिए हैं. फरहतुल्ला बाबर का कहना है कि वतन वापसी के बाद उन पर ये प्रतिबंध दोबारा लगाया गया है. मुशर्रफ़ प्रशासन की ओर से इस पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. इस्लामाबाद से बीबीसी के संवाददाता मोहम्मद इलियास का कहना है कि इस तरह का प्रतिबंध बेनज़ीर भुट्टो पर दबाव बनाने के लिए लगाया गया हो सकता है. पीपीपी के प्रवक्ता का कहना है कि असल में पुराने प्रतिबंध मुक़दमे हटने के साथ ही हट जाने चाहिए थे, लेकिन नए सिरे से रोक लगा दी गई है. बेनज़ीर भुट्टो अकेले ही दुबई से पाकिस्तान आई हैं, उनके पति और बच्चे दुबई में ही हैं. 18 अक्तूबर को बेनज़ीर भुट्टो के काफ़िले पर ज़ोरदार आत्मघाती बम हमला हुआ था जिसमें लगभग 140 लोग मारे गए थे. बेनज़ीर भुट्टो ने ऐलान किया है कि वे आने वाले दिनों में पूरे देश का दौरा करेंगी और संसदीय चुनाव के लिए प्रचार करेंगी लेकिन बम धमाकों के ख़तरों को देखते हुए बड़ी जनसभाएँ नहीं करेंगी. | इससे जुड़ी ख़बरें हमले की कई देशों ने कड़ी निंदा की19 अक्तूबर, 2007 | भारत और पड़ोस 'लोकतंत्र के लिए संघर्ष जारी रहेगा'19 अक्तूबर, 2007 | भारत और पड़ोस 'चरमपंथ से अकेले नहीं लड़ सकते'19 अक्तूबर, 2007 | भारत और पड़ोस कराची में धमाकों का आँखों देखा हाल19 अक्तूबर, 2007 | भारत और पड़ोस कराची के अस्पतालों में दर्दनाक मंज़र19 अक्तूबर, 2007 | भारत और पड़ोस भारत सरकार, पार्टियों ने निंदा की19 अक्तूबर, 2007 | भारत और पड़ोस 'तालेबान नहीं, सरकार के लोग ज़िम्मेदार'19 अक्तूबर, 2007 | भारत और पड़ोस | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
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