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संदिग्ध हमलावर के सिर की तस्वीर जारी | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
पाकिस्तान में पुलिस ने एक तस्वीर जारी की है जिसमें उस संदिग्ध आत्मघाती हमलावर का धड़ से अलग सिर नज़र आता है जिसे पूर्व प्रधानमंत्री बेनज़ीर भुट्टो के काफ़िले पर हमला करने का ज़िम्मेदार कहा जा रहा है. लेकिन पुलिस अभी तक कोई ठोस सुराग़ हासिल करने में कामयाब नहीं हो सकी है. ग़ौरतलब है कि बेनज़ीर भुट्टो क़रीब आठ साल के राजनीतिक निर्वासन के बाद गुरूवार, 18 अक्तूबर को स्वदेश वापस लौटी थीं और उनके स्वागत के लिए कराची में लाखों लोग इकट्ठा हुए थे तभी स्थानीय समय के मुताबिक़ लगभग आधी रात को ज़ोरदर बम विस्फोट हुए जिनमें 130 से ज़्यादा लोगों की जान जा चुकी है और सैकड़ों अन्य घायल हुए हैं. अलबत्ता बेनज़ीर भुट्टो को इस हादसे में कोई नुक़सान नहीं पहुँचा है. उनकी सुरक्षा व्यवस्था के लिए व्यापक इंतज़ाम किए गए और उनके लिए बुलेट प्रूफ़ वाहन मुहैया कराए गए थे. हालाँकि बम विस्फोट में उनके वाहन के भी शीशे टूट गए थे. पुलिस ने गुरूवार को कहा था कि धड़ से अलग वह सिर बम विस्फोट के स्थान पर पाया गया था. पाकिस्तान के अख़बारों में यह तस्वीर प्रकाशित हुई है. इस तस्वीर में बिना दाढ़ी वाला चेहरा नज़र आता है और आँखें भी खुली हुई हैं. समाचार एजेंसी ने एक सुरक्षा अधिकारी के हवाले से ख़बर दी है, "इस संदिग्ध आत्मघाती हमलावर की उम्र 20 से 25 साल के बीच अनुमानित है और वह कराची का ही निवासी लगता है." जानकारों का कहना है कि जाँचकर्ताओं का मुख्य बिंदू यह पता लगाना है कि बम हमलावरों को किस संगठन ने भेजा था. सरकारी अधिकारियों का कहना है कि इस घटना के लिए ज़िम्मेदार तो इस्लामी चरमपंथी हैं लेकिन वे किस संगठन के हैं, इस बारे में कुछ ठोस नहीं कहा जा सकता. पुलिस ने कहा है कि शनिवार तक की सूचना के अनुसार इन बम धमाकों में मारे गए लोगों की संख्या 139 हो गई है और 325 लोग घायल हुए हैं. इन भीषण बम धमाकों के बाद इस तरह की आशंकाएँ भी उठने लगी हैं कि क्या जनवरी 2008 में प्रस्तावित आम चुनाव समय पर हो सकेंगे या नहीं. चुनाव और तनाव चरमपंथियों ने धमकी दी थी कि पूर्व प्रधानमंत्री बेनज़ीर भुट्टो अगर पाकिस्तान लौटती हैं तो उन पर हमले हो सकते हैं. सरकार ने भी इस तरह की आशंकाओं को देखते हुए बेनज़ीर भुट्टो की वापसी के समय सुरक्षा के व्यापक इंतज़ाम किए थे और यहाँ तक कि बेनज़ीर भुट्टो को कराची हवाई अड्डे से अपने घर तक हेलीकॉप्टर में जाने की भी पेशकश की थी.
प्रधानमंत्री शौक़त अज़ीज़ ने कहा है कि इस घटना से आम चुनाव प्रभावित नहीं होंगे लेकिन सरकारी अधिकारियों ने संकेत दिया है कि सुरक्षा चिंताओं को देखते हुए चुनाव प्रचार अभियान पर कुछ हद तक पाबंदियाँ लगाई जा सकती हैं. बेनज़ीर भुट्टो ने फिलहाल अपने एक दो दिन के कार्यक्रम स्थगित कर दिए हैं. उन्हें कराची से क़रीब 240 किलोमीटर पूर्वोत्तर स्थित शहर लरकाना जाना था जहाँ उनके पिता और पूर्व प्रधानमंत्री ज़ुल्फ़ेकार अली भुट्टो की समाधि है. ज़ुल्फ़ेकार अली भुट्टो को पूर्व सैनिक शासक जनरल ज़िया उल हक़ के सत्ता काल में 1979 में फाँसी दे दी गई थी. बेनज़ीर भुट्टो की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी की प्रवक्ता शीरी रहमान ने कहा है, "गुरूवार को हुए हादसे के बाद तीन दिन का शोक मनाया जा रहा है जो रविवार को ख़त्म होगा. उसके बाद हम अगले कार्यक्रम तय करेंगे." पुलिस ने कहा है कि बेनज़ीर भुट्टो के समर्थकों ने ग़ुस्से में कराची में शनिवार को सड़कों पर टायर जलाए, वाहनों और दुकानों पर पर पथराव किया लेकिन किसी के हताहत होने या नुक़सान की ख़बर नहीं है. | इससे जुड़ी ख़बरें कराचीः कोई अहम सुराग नहीं, जाँच जारी20 अक्तूबर, 2007 | भारत और पड़ोस बेनज़ीर भुट्टो के काफ़िले पर हमला19 अक्तूबर, 2007 | भारत और पड़ोस कराची के अस्पतालों में दर्दनाक मंज़र19 अक्तूबर, 2007 | भारत और पड़ोस 'तालेबान नहीं, सरकार के लोग ज़िम्मेदार'19 अक्तूबर, 2007 | भारत और पड़ोस बाल-बाल बचीं बेनज़ीर, सुरक्षा कड़ी18 अक्तूबर, 2007 | भारत और पड़ोस कराची में धमाकों का आँखों देखा हाल19 अक्तूबर, 2007 | भारत और पड़ोस 'चरमपंथ से अकेले नहीं लड़ सकते'19 अक्तूबर, 2007 | भारत और पड़ोस | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
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