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सभी कोरियाई बंधक रिहा हुए | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
अफ़ग़ानिस्तान में तालेबान विद्रोहियों ने आख़िरी तीन दक्षिण कोरियाई बंधकों को भी रिहा कर दिया है. इससे पहले गुरुवार को ही चार अन्य दक्षिण कोरियाई बंधकों को रिहा किया गया था, गुरुवार को कुल सात बंधक रिहा किए गए. तालेबान विद्रोहियों ने लगभग छह सप्ताह पहले कुल 23 दक्षिण कोरियाई नागरिकों को अगवा कर लिया था. तालेबान ने दो बंधकों की हत्या कर दी थी और दो बंधकों को इस महीने के शुरू में छोड़ दिया था. इसके बाद बुधवार और गुरूवार को बंधकों को तीन-चार के समूह में रिहा किया गया है, इस तरह अब सभी बंधक रिहा हो गए हैं. फिरौती नहीं दक्षिण कोरियाई अधिकारियों और तालेबान के बीच एक क़बायली बुजुर्ग की मध्यस्थता के बाद समझौता हो सका जिसके तहत सभी बंधकों को रिहा किया गया.
मंगलवार को ही तालेबान के एक प्रवक्ता ने सभी बंधकों को रिहा करने की घोषणा कर दी थी. दक्षिण कोरियाई सरकार और तालेबान, दोनों ने कहा है कि इन लोगों की रिहाई के लिए कोई फिरौती नहीं दी गई है. तालेबान का एक गुट अब भी चार अफ़ग़ानों और एक जर्मन नागरिक को बंधक बनाए हुए है, इन लोगों को दक्षिण कोरियाई नागरिकों के अपहरण से ठीक एक दिन पहले अपहृत किया गया था. ये सभी लोग ईसाई धर्म का प्रचार करने वाली एक संस्था से जुड़े थे और उनकी संस्था ने आश्वासन दिया है कि वे अफ़ग़ानिस्तान में ईसाई धर्म-प्रचार की गतिविधियाँ नहीं चलाएँगे. इतना ही नहीं, दक्षिण कोरिया ने अपने 200 सैनिकों को इस वर्ष के अंत तक अफ़ग़ानिस्तान से वापस बुलाने और अपने नागरिकों के वहाँ जाने पर रोक लगाने की घोषणा की है. | इससे जुड़ी ख़बरें बंधकों पर बातचीत के लिए तालेबान राज़ी03 अगस्त, 2007 | भारत और पड़ोस कोरियाई बंधकों तक दवा पहुँचाई गई05 अगस्त, 2007 | भारत और पड़ोस दो महिला बंधकों को रिहा किया11 अगस्त, 2007 | भारत और पड़ोस दो दक्षिण कोरियाई बंधक रिहा13 अगस्त, 2007 | भारत और पड़ोस तालेबान 'बंधकों को छोड़ने पर राज़ी'28 अगस्त, 2007 | भारत और पड़ोस | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
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