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पुलिस कैंप पर माओवादी हमला | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
पश्चिम बंगाल के पश्चिमी मिदनापुर ज़िले एक पुलिस कैंप पर मंगलवार को देर रात माओवादियों ने हमला किया है. इस हमले में 12 पुलिस कर्मियों के घायल होने की ख़बरें हैं. माओवादियों को हुए नुक़सान की जानकारी नहीं मिल पाई है. अधिकारियों का कहना है कि माओवादियों के ख़िलाफ़ लगातार कसते शिकंजे से परेशान होकर उन्होंने यह क़दम उठाया है. बीबीसी के पूर्वोत्तर भारत संवाददाता सुबीर भौमिक के मुताबिक़ हमला पश्चिमी मिदनापुर के निगोड़िया इलाक़े में हुआ है. बिहार और झारखंड से लगे इस इलाक़े में माओवादियों की गतिविधियाँ बढ़ रही थीं और इसे रोकने के लिए पश्चिम बंगाल सरकार ने पिछले कुछ महीनों से वहाँ कैंप की स्थापना करके माओवादियों पर शिकंजा कसना शुरु किया था. अधिकारियों का कहना है कि पाँच सौ के क़रीब माओवादियों ने देर रात कैंप को घेरकर गोलीबारी शुरु की. पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की और थोड़ी देर बाद माओवादी वहाँ से निकल भागे. जाते-जाते उन्होंने एक छोटे कैंप पर भी हमला किया लेकिन वे वहाँ भी घुस नहीं सके. अधिकारियों का कहना है कि हमले में किसी के मारे जाने की ख़बरें नहीं मिली हैं. पुलिस के 12 जवान इसमें घायल हुए हैं. अभी यह जानकारी नहीं मिली है कि इस पुलिस की जवाबी कार्रवाई में माओवादियों को कितना नुक़सान पहुँचा है. | इससे जुड़ी ख़बरें झारखंड में दो रेलवे स्टेशनों में धमाके01 अगस्त, 2007 | भारत और पड़ोस नक्सलियों पर विधानसभा की गुप्त कार्रवाई26 जुलाई, 2007 | भारत और पड़ोस रोहतास में नक्सली हमला, आठ मरे01 जुलाई, 2007 | भारत और पड़ोस माओवादियों ने झारखंड को ठप्प किया27 जून, 2007 | भारत और पड़ोस छत्तीसगढ़ में शीर्ष नक्सली नेता ग़िरफ़्तार06 मई, 2007 | भारत और पड़ोस माओवादियों के बंद से जनजीवन प्रभावित20 मार्च, 2007 | भारत और पड़ोस | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
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