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बुधवार, 30 मई, 2007 को 22:44 GMT तक के समाचार

नारायण बारेठ,
बीबीसी संवाददाता, राजस्थान

राजस्थान: गतिरोध समाप्त करने के प्रयास

आरक्षण विवाद को सुलझाने के लिए राजस्थान सरकार और गूजर नेताओं के बीच बुधवार देर रात तक बातचीत नहीं हो पाई. यह बातचीत गुरुवार को होने की उम्मीद की जा रही है.

आंदोलनकारियों के नेता कर्नल किरोड़ी सिंह का कहना था कि गुरुवार की सुबह बातचीत हो सकती है.

दूसरी ओर गूजर समुदाय की ओर से टौंक और कुछ अन्य इलाक़ों में गुरुवार को बंद का आह्वान किया गया है.

ग़ौरतलब है कि आंदोलनकारियों से बातचीत के लिए राजस्थान सरकार ने चार मंत्रियों की एक समिति बनाई है जो वार्ता के लिए दौसा पहुँच गई है.

इसमें सिंचाई मंत्री सांवरलाल जाट, सार्वजनिक निर्माण मंत्री राजेंद्र सिंह राठौर, स्वास्थ्य मंत्री दिगंबर सिंह और समाज कल्याण मंत्री मदन दिलावर शामिल हैं.

दूसरी ओर बुधवार को दौसा में फिर हिंसा भड़क उठी और प्रदर्शनकारियों ने दो पुलिस थानों में आग लगा दी.

जयपुर से 115 किलोमीटर दूर दौसा ज़िले के पाटोली गांव में अब भी हज़ारों की संख्या में गूजर धरने पर बैठे हैं.

पहले से ही अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) में शामिल गूजर समुदाय की माँग है कि उन्हें अनुसूचित जनजाति का दर्जा दिया जाए.

राजनीति तेज़

गूजरों के विरोध ने अब राजनीतिक रंग लेना भी शुरु कर दिया है.

राज्य की भाजपा सरकार के पांच गूजर विधायकों ने पार्टी नेतृत्व से इस्तीफ़ा देने की अनुमति मांगी है. इनमें ग्रामीण विकास मंत्री कालूलाल गूजर भी शामिल है.

उन्होंने कहा कि मंगलवार की घटना से वो व्यथित हैं इसलिए चाहते हैं कि पार्टी उन्हें इस्तीफ़ा देने की अनुमति दे दे. भाजपा अपने विधायकों को मनाने का प्रयास कर रही है.

इस बीच, कांग्रेस नेता सत्यव्रत चतुर्वेदी के नेतृत्व में दौसा जा रहे पाँच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को पुलिस ने हिरासत में ले लिया.

ग़ौरतलब है कि आरक्षण की माँग को लेकर पुलिस और गूजर समुदाय के बीच मंगलवार को हुए संघर्ष में 14 लोगों की मौत हो गई थी और अनेक लोग घायल हुए थे.

बूंदी के पाटोली और पीपलखेड़ा में बड़ी संख्या में लोग पुलिस फ़ायरिंग में मारे गए छह लोगों के शवों के साथ सड़क पर धरना दे रहे हैं.

उनका कहना है कि जब तक सरकार सीधे उनसे बात नहीं करती तब तक मारे गए लोगों का दाह संस्कार नहीं किया जाएगा.

इस घटना के बाद दौसा में सेना तैनात कर दी गई है और बुधवार को सेना ने फ्लैग मार्च भी किया.

जयपुर-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग पर अब भी यातायात ठप्प है क्योंकि कई स्थानों पर प्रदर्शनकारियों ने सड़कों पर जाम लगा दिया है.