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रविवार, 22 अप्रैल, 2007 को 16:03 GMT तक के समाचार

लंदन से उड़ान नहीं भर पाईं शेख़ हसीना

बांग्लादेश की सरकार के कहने पर पूर्व प्रधानमंत्री शेख़ हसीना को लंदन के हीथ्रो हवाई अड्डे से ढाका जाने वाले विमान पर नहीं चढ़ने दिया गया.

बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने सभी अंतरराष्ट्रीय विमान सेवाओं से कहा था कि वे शेख़ हसीना को अपने विमान में जगह ना दें. सरकार ने पहले ही कह दिया था कि अगर शेख़ हसीना देश पहुँचती हैं, तो उन्हें गिरफ़्तार कर लिया जाएगा.

पिछले साल अक्तूबर में चार प्रदर्शनकारियों की हत्या के मामले में शेख़ हसीना पर मामला दर्ज किया गया है. उन पर हत्या की कथित साज़िश रचने का आरोप लगाया गया है.

इस बीच एक अन्य पूर्व प्रधानमंत्री ख़ालिदा ज़िया के रिश्तेदारों का कहना है कि उन्हें देश से निर्वासित करने के लिए सऊदी अरब जाने वाले एक विमान पर भेजा जा रहा है.

शेख़ हसीना की आवामी लीग और बेगम ख़ालिदा ज़िया की बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी के समर्थकों के बीच झड़प और हिंसा के बाद जनवरी में होने वाले चुनाव टाल दिए गए थे और देश में आपात स्थिति लागू कर दी गई थी.

वारंट

इस बीच ढाका की एक अदालत ने शेख़ हसीना के ख़िलाफ़ गिरफ़्तारी का वारंट जारी करते हुए कहा है कि अगर वे देश लौटने की कोशिश करती हैं तो उन्हें गिरफ़्तार कर लिया जाए.

शेख़ हसीना के साथ बीबीसी हिंदी की बातचीत

शेख़ हसीना पर पिछले साल अक्तूबर में विपक्षी पार्टी के चार कार्यकर्ताओं की हत्या की कथित साज़िश रचने का मामला दर्ज किया गया है.

जनवरी में जब अंतरिम सरकार ने देश में आपातकाल की घोषणा की तो शेख़ हसीन देश छोड़कर ब्रिटेन चली गईं.

लेकिन उन्होंने शनिवार को बीबीसी हिंदी के साथ विशेष बातचीत में कहा था कि वे देश लौटना चाहती हैं और चुनाव में हिस्सा भी लेना चाहती हैं.

शेख़ हसीना आवामी लीग की नेता हैं. बीबीसी के साथ बातचीत में उन्होंने कहा था, "मुझे बांग्लादेश जाने से कोई रोक नहीं सकता. मैं चुनाव में हिस्सा लूँगी और अपने ऊपर लगे हत्या के आरोपों का भी जवाब दूँगी."

बांग्लादेश में सेना के समर्थन से चल रही अंतरिम सरकार ने गत बुधवार को पूर्व प्रधानमंत्री शेख़ हसीना की स्वदेश वापसी पर रोक लगा दी थी.

विरोध

अंतरिम सरकार के इस फ़ैसले पर शेख़ हसीना ने कड़ा विरोध प्रकट किया था और कहा था, "मुझे स्वदेश लौटने से रोकना मेरे नागरिक अधिकारों का हनन है. मैं अपने देश लौटना चाहती हूँ, अपने देश की जनता के बीच लौटना चाहती हूँ."

शेख़ हसीना ने कहा कि चाहे कुछ भी हो जाए वह बांग्लादेश तो ज़रूर लौटेंगी. उन्होंने कहा कि ऐसा सुना है कि बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने कुछ हिदायतें दी हैं कि शेख़ हसीना अगर ढाका पहुँचें तो उन्हें विमान से उतरने ही नहीं दिया जाए.

शेख़ हसीना ने कहा कि उन्होंने ब्रिटिश एयरवेज़ से टिकट बुक कराया है और उन्होंने भरोसा व्यक्त किया है कि वे देश ज़रूर पढ़ेंगी.

लेकिन ख़बर है कि सेना के समर्थन वाली कार्यवाहक सरकार ने बंदरगाह और हवाई अड्डों पर विशेष व्यवस्था की है और कुछ विमान सेवाओं को निर्देश भी दिया गया है कि वे शेख़ हसीना को अपने विमान में जगह ना दें.