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असम में अल्फ़ा का राज्यव्यापी बंद आज | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
असम में अल्फ़ा विद्रोहियों ने बुधवार को एक दिन के राज्यव्यापी बंद की घोषणा की है. इससे पहले मंगलवार को ग्रेनेड हमले में नौ लोग घायल हो गए. अल्फ़ा के अनुसार राज्य पुलिस छह अल्फ़ा विद्रोहियों की पत्नियों का कथित रूप से शोषण कर रही है. इसी के विरोध में इस बंद का आहवान किया गया है. ये छह महिलाएँ उन अल्फ़ा विद्रोहियों की पत्नी हैं जो वर्ष 2003 में भूटानी सैन्य अभियान के बाद से अभी तक लापता हैं. ये सभी लापता विद्रोही अल्फ़ा के शीर्ष नेता थे. लापता विद्रोहियों की पत्नियाँ पिछले 10 दिनों से भूख हड़ताल पर बैठी थीं. उनकी माँग थी कि उन्हें उनके पतियों के बारे में जानकारी दी जाए. पुलिस ने भूख हड़ताल पर बैठी इन सभी छह महिलाओं को बीते शुक्रवार गिरफ़्तार कर लिया था और इन्हें अस्पताल भेज दिया गया था. हमला उधर राजधानी गुवाहाटी में मंगलवार को हुए एक ग्रेनेड हमले में कम से कम नौ लोग घायल हो गए. घायलों में एक की हालत गंभीर बताई जा रही थी. जानकारी के मुताबिक अलगाववादी विद्रोहियों ने एक भीड़ भरे बाज़ार में ग्रेनेड से हमला किया. पुलिस का मानना है कि इस हमले के पीछे अल्फ़ा विद्रोहियों का हाथ है. ग़ौरतलब है कि अल्फ़ा और केंद्र सरकार के बीच संघर्ष विराम पिछले वर्ष के अंत में खत्म हो गया था. इसके बाद से पूर्वोत्तर में हिंसा जारी है जिनमें 100 से ज़्यादा लोगों की जान जा चुकी है. | इससे जुड़ी ख़बरें 'असम में जनमत संग्रह कराया जाए'18 फ़रवरी, 2007 | भारत और पड़ोस विद्रोहियों के ख़िलाफ़ भारत-बर्मा एकजुट15 फ़रवरी, 2007 | भारत और पड़ोस भारत से भूटान का सुरक्षा अनुरोध08 फ़रवरी, 2007 | भारत और पड़ोस असम में हिंसा के लिए कौन हैं ज़िम्मेदार?20 जनवरी, 2007 | भारत और पड़ोस 'अल्फ़ा हिंसा छोड़े तो बातचीत संभव'12 जनवरी, 2007 | भारत और पड़ोस | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
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