मंगलवार, 16 जनवरी, 2007 को 19:24 GMT तक के समाचार
अमरीकी रक्षामंत्री रॉबर्ट गेट्स ने माना है कि अफ़ग़ानिस्तान की सीमा से लगे पाकिस्तान के इलाक़ों से तालेबान के हमलों में बढ़ोत्तरी हुई है.
उन्होंने इस पर चिंता जताते हुए कहा है कि यह एक समस्या है जिससे निपटने के लिए वे पाकिस्तान से चर्चा करेंगे.
हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया कि 'आतंक के ख़िलाफ़ लड़ाई में' पाकिस्तान अमरीका का सबसे मज़बूत साथी है और आगे भी बना रहेगा.
उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ महीनों में चरमपंथियों की हिंसा झेल रहे अफ़ग़ानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करज़ई कई बार दोहरा चुके हैं कि सीमापार से चरमपंथी अफ़ग़ानिस्तान में घुसकर गड़बड़ी फैला रहे हैं.
पाकिस्तान इससे इनकार भी करता रहा है.
आश्वासन नहीं
रक्षा मंत्री बनने के बाद रॉबर्ट गेट्स की यह अफ़ग़ानिस्तान की पहली यात्रा थी.
अफ़ग़ानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करज़ई और वहाँ तैनात नैटो सेना के कमांडरों से चर्चा करने अफ़ग़ानिस्तान पहुँचे रॉबर्ट गेट्स ने आश्वासन दिया है कि वे अफ़ग़ानिस्तान में सहयोग देना जारी रखेंगे.
हामिद करज़ई के साथ पत्रकारवार्ता में हालांकि उन्होंने इस सवाल पर कोई आश्वासन नहीं दिया कि क्या अमरीका अफ़ग़ानिस्तान में और सैनिक भेजेगा.
इस सवाल पर उन्होंने कहा, "मैंने कमांडरों की बातें सुनी हैं और उनकी बात मैं वॉशिंगटन तक पहुँचा दूँगा."
सीमापार से हमलों के सवाल पर उन्होंने कहा, "इसमें कोई शक नहीं है कि सीमापार से हमलों में बढ़ोत्तरी हुई है, ख़ासकर उत्तरी और दक्षिणी वज़ीरिस्तान से."
राष्ट्रपति करज़ई ने कहा है कि सर्दियों के बाद संभावित हमलों का जवाब देने के लिए अफ़ग़ानिस्तान की सेना और नैटो की सेना तैयार हैं.
उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ महीनों में हिंसा की घटनाओं में बढ़ोत्तरी हुई है और सन् 2006 में चरमपंथी हिंसा में चार हज़ार लोग मारे गए जिसमें से एक-चौथाई आम नागरिक थे.