सोमवार, 04 सितंबर, 2006 को 08:42 GMT तक के समाचार
अल्ताफ़ हुसैन
बीबीसी संवाददाता, श्रीनगर
भारत प्रशासित कश्मीर के अधिकारियों का कहना है कि राज्य में अचानक आई बाढ़ के कारण कम से कम दो लाख लोग प्रभावित हुए हैं.
चट्टान खिसकने से जम्मू और श्रीनगर को जोड़ने वाला राजमार्ग भी बंद कर दिया गया है. भारी बारिश के कारण आई बाढ़ में दो सौ गाँव डूब गए हैं.
राज्य के बाढ़ नियंत्रण मंत्री मोहम्मद दिलावर मीर ने बीबीसी को बताया कि बाढ़ के कारण फँसे ज़्यादातर लोगों ने अपना घर छोड़कर जाने से इनकार कर दिया है.
उन्होंने बताया, "लोग अपना घर छोड़कर जाने से इनकार कर रहे हैं. हर परिवार बोट मांग रहा है. लेकिन हमारे पास उतने बोट नहीं हैं. इसलिए मैंने अधिकारियों से बोट का इंतज़ाम करने को कहा है."
राहत कार्य
हालाँकि कई लोगों ने अपना घर छोड़ने से इनकार कर दिया है लेकिन बड़ी संख्या में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है. सेना ने कई लोगों को निकाला है.
सभी स्कूलों और कॉलेजों को बंद कर दिया गया है ताकि इसका इस्तेमाल अस्थायी शिविर के लिए किया जा सके.
इस बीच कश्मीर घाटी में स्थित झेलम नदी के जलस्तर में कमी आ रही है. रविवार रात को नदी में पानी का स्तर ख़तरे के निशान से ऊपर पहुँच गया था लेकिन सोमवार की सुबह इसमें गिरावट आई है.
जम्मू और श्रीनगर को जोड़ने वाला राजमार्ग अभी भी बंद है क्योंकि भारी बारिश के कारण चट्टान खिसकने से रास्ता अवरुद्ध हो गया है.
अचानक आई बाढ़ और श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग के बंद होने के कारण घाटी के लोगों के सामने ज़रूरी सामान की कमी आ सकती है.
लेकिन राज्य के खाद्य और आपूर्ति मंत्री ताज मोहिउद्दीन का कहना है कि जरूरी सामानों का पर्याप्त भंडार मौजूद है.