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बाढ़ से उड़ीसा, मध्यप्रदेश में स्थिति गंभीर | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
भारत के उड़ीसा और मध्यप्रदेश राज्यों में बाढ़ की स्थिति गंभीर है. राजस्थान के बाड़मेर ज़िले से बाढ़ का पानी बाहर निकालने के प्रयास हो रहे हैं. उड़ीसा में महानदी कई जगहों पर ख़तरे के निशान से ऊपर बह रही है. समाचार एजेंसियों के अनुसार महानदी और उसकी सहायक नदियों का पानी उड़ीसा के छह ज़िलों में कम से कम 15 जगहों पर अपने तट के ऊपर बहते हुए खेतों और रिहायशी इलाक़ों में घुस गई हैं. अचानक आई बाढ़ में कई लोग मारे जा चुके हैं और रेल और सड़क यातायात प्रभावित हुआ है. उड़ीसा के प्रभावित ज़िलों में लोगों को हिदायत दी गई है कि वे अपने पशुओं और खाद्य सामग्री लेकर ऊँचे स्थानों पर चले जाएँ. मध्यप्रदेश प्रभावित उधर समाचार एजेंसियों के अनुसार भोपाल और उसके आसपास के क्षेत्रों में लगातार तीन दिन से हो रही बारिश के कारण सड़क और रेल यातायात बुरी तरह प्रभावित हुए हैं. राज्य में सभी नदियों और नालों में जल स्तर बढ़ जाने के कारण कई जगह बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है. रायसेन से सागर तक सड़क यातायात प्रभावित है जबकि भोपाल हवाई अड्डे पर पानी इकट्ठा हो जाने से उड़ानें प्रभावित हुई है. कई रेलगाड़ियाँ देरी से चल रही हैं. दूसरी ओर राजस्थान के बाड़मेर ज़िले में भरे बाढ़ के पानी को बाहर निकालने के लिए प्रशासन ने प्रयोग के तौर पर खुदाई करनी शुरु की है. इस काम में प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी भी सक्रिय हैं. |
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