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सर क्रीक में संयुक्त सर्वेक्षण होगा | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
भारत और पाकिस्तान के बीच सर क्रीक विवाद पर दिल्ली में चल रही दो दिनों की बातचीत शुक्रवार को इस सहमति के साथ ख़त्म हो गई कि दोनों ही देश मसले के समाधान के लिए विवादित क्षेत्र का संयुक्त रूप से सर्वेक्षण करेंगे. दो दिन की इस बातचीत में भारत का प्रतिनिधित्व सर्वेयर जनरल एम गोपाल राव और पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व अतिरिक्त रक्षा सचिव एडमिरल एहसान उल हक़ चौधरी ने किया. बातचीत की समाप्ति के बाद दोनों पक्षों ने बताया कि इस बार की बातचीत काफ़ी सकारात्मक रही है और इससे दोनों देश एक शांतिपूर्ण हल की दिशा में आगे बढ़े हैं. बातचीत की समाप्ति पर भारतीय प्रतिनिधि जनरल राव ने कहा, "पाकिस्तान की ओर से जो प्रयास रहा है वह काफ़ी सराहनीय है. दोनों देशों के बीच इस मसले पर मतभेदों को कम करने में हम सफल रहे हैं और यह दौर दोनों ही देशों के लिए काफ़ी फ़ायदेमंद साबित होगा." उन्होंने बताया, "अभी तक सर क्रीक क्षेत्र का कोई सर्वेक्षण नहीं हुआ था पर इस बार हम इसके संयुक्त सर्वेक्षण पर सहमत हुए हैं और हम इसको अंजाम देने के तकनीकी पहलुओं पर चर्चा कर रहे हैं." वहीं पाकिस्तानी प्रतिनिधि एहसान उल हक़ ने कहा, "कुछ प्रस्तावों पर हम सहमत हुए हैं पर इस मसले के समाधान के लिए तकनीकी जानकारियों और सर्वेक्षण जैसी चीज़ों की ज़रूरत होगी और हमें खुशी है कि दोनों देशों के बीच इस बारे में सहमति बनी है." समयसीमा पाकिस्तानी प्रतिनिधि ने भी भारतीय पक्ष की सराहना करते हुए कहा कि दोनों ही देश वर्ष 2009 तक की समयसीमा को ध्यान में रखकर काम कर रहे हैं.
ग़ौरतलब है कि भारत और पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र की समुद्री क़ानून पर संधि के सदस्य हैं और इस संधि में कहा गया है कि सभी देशों के समुद्री विवाद 2009 तक सुलझा लेने चाहिए अन्यथा विवादित क्षेत्र को अंतरराष्ट्रीय जल क्षेत्र घोषित कर दिया जाएगा. संयुक्त राष्ट्र ने संबंधित देशों को अपने-अपने दावे 2007 तक पेश करने के लिए कहा है. अभी दो दिन पहले ही दोनों देशों के बीच दिल्ली में सियाचिन मसले पर दिल्ली में हो रही सचिव स्तर की बातचीत बेनतीजा साबित हुई थी. इससे पहले मई 2005 में इस्लामाबाद में दोनों देशों के बीच सर क्रीक मसले पर दो दिन की बातचीत हुई थी पर इसका कोई नतीजा नहीं निकल सका था. भारत और पाकिस्तान ने व्यापक बातचीत के लिए जिन आठ विषयों की पहचान की है उनमें से सर क्रीक विवाद भी एक है. | इससे जुड़ी ख़बरें सर क्रीक वार्ता का एक और दौर25 मई, 2006 | भारत और पड़ोस सर क्रीक वार्ता बिना नतीजे के समाप्त29 मई, 2005 | भारत और पड़ोस सर क्रीक विवाद पर चर्चा जारी रहेगी07 अगस्त, 2004 | भारत और पड़ोस सर क्रीक विवाद पर चर्चा06 अगस्त, 2004 | भारत और पड़ोस | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
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