बुधवार, 19 अप्रैल, 2006 को 03:14 GMT तक के समाचार
अफ़ग़ानिस्तान में पहली बार किसी महिला की अध्यक्षता में संसद की कार्यवाही चल रही है.
फ़ौज़िया कोफ़ी संसद की उपाध्यक्ष हैं और अध्यक्ष की अनुपस्थिति में इस समय कार्यवाही की अध्यक्षता कर रही हैं. संसद के मौजूदा सत्र में सांसद देश के नए कैबिनेट पर अपनी राय ज़ाहिर करेंगे.
जानकारों का कहना है कि ये अफ़ग़ानिस्तान में लोकतंत्र के लिये शुभ संकेत है और इससे यह भी पता चलता है कि पिछले कुछ वर्षों के दौरान देश में कितना परिवर्तन आया है.
काबुल से बीबीसी संवाददाता एलेस्टर लीथेड का कहना है कि संसद में चल रही कार्यवाही को देखकर भी एहसास होता है कि देश प्रगति के रास्ते पर है.
दो हफ़्तो के सवाल-जवाब के बाद कैबिनेट मंत्री सांसदो के सामने और राष्ट्रीय टेलीविज़न पर अलग-अलग मुद्दों पर अपनी राय सामने रख रहे है.
स्वीकृति
इन मंत्रियो को राष्ट्रपति ने नियुक्त किया है लेकिन अभी उन्हे संसद की स्वीकृति मिलनी बाक़ी है.
इनमे से बहुत से मंत्रियो ने मुखर होकर देश में व्याप्त भ्रष्टाचार पर चर्चा की तो कुछ की मांग थी कि मादक पदार्थो की तस्करी करने वालो के नाम सार्वजनिक किए जाए.
25 सदस्यो की नई कैबिनेट के लिए सांसदो से अगले दो दिनो में विश्वास मत देने को कहा जाएगा.
हालाँकि जिन सांसदो को मंत्री बनाया गया है उनके चयन की आलोचनाएँ भी हुई हैं. या तो राजनीतिक कारणो से या फिर उनकी कार्यक्षमता पर प्रश्नचिन्ह लगाया गया है.
आलोचना इस कारण भी हो रही है कि मंत्रियों की सूची में सिर्फ़ एक महिला है. इस बात के आसार कम ही है कि विश्वास मत के दौरान सभी मंत्रियो की नियुक्ति मंज़ूर कर ली जाएगी.
यदि ऐसा होता है तो राष्ट्रपति को दोबारा सोचने पर मजबूर होना पड़ सकता है कि कैबिनेट में किसे शामिल किया जाए.