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हवाईअड्डा कर्मियों की हड़ताल की धमकी | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
दिल्ली और मुंबई के हवाई अड्डों के निजीकरण का विरोध कर रहे कर्मचारियों ने कहा है कि यदि सरकार ऐसा क़दम उठाती है तो वे देशव्यापी हड़ताल करेंगे. भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण या हवाईअड्डा प्राधिकरण के कर्मचारियों और भारतीय विमानन मंत्री प्रफुल्ल पटेल के बीच सोमवार को हुई बातचीत के बाद कर्मचारी नेताओं ने ये बयान दिया है. उल्लेखनीय है कि भारत सरकार दिल्ली और मुंबई हवाई अड्डों के आधुनिकीकरण के लिए इनका निजीकरण करने जा रही है और इसके लिए सरकार ने निजी कंपनियों से निविदाएँ भी आमंत्रित की हैं. हवाईअड्डा प्राधिकरण के कर्मचारी निजीकरण का विरोध करते हुए कह रहे हैं कि प्राधिकरण को ही दोनों हवाई अड्डों के आधुनिकीकरण का अधिकार दिया जाना चाहिए. कर्मचारी संगठन के संयोजक एमके घोषाल ने कहा, "यदि सरकार निजीकरण की दिशा में आगे बढ़ती है तो हम देश के सारे हवाईअड्डे बंद करने पर विचार करेंगे." उन्होंने कहा कि अभी तक कर्मचारियों ने हवाई अड्डों पर कोई बाधा नहीं पहुँचाई है लेकिन यदि सरकार ने कर्मचारियों की आवाज़ नहीं सुनी तो उनके पास कोई चारा नहीं बचेगा. | इससे जुड़ी ख़बरें वामपंथी लौटेंगे यूपीए की बैठकों में13 अक्तूबर, 2005 | भारत और पड़ोस हवाई अड्डा कर्मचारियों की हड़ताल ख़त्म29 सितंबर, 2005 | भारत और पड़ोस एयर इंडिया का विमान रनवे से उतरा30 जुलाई, 2005 | भारत और पड़ोस एयरपोर्ट कर्मचारी हड़ताल पर | भारत और पड़ोस विदेशी एयरलाइंस पर बक़ाया | भारत और पड़ोस | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
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