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भारत-पाक रेल संपर्क पर वार्ता शुरू | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
भारत और पाकिस्तान के अधिकारियों के बीच मुनाबाव-खोखरापार रेल संपर्क की योजना को अंतिम रूप देने के लिए दिल्ली में बातचीत शुरू हो गई है. ये वार्ता तीन दिन तक चलेगी. मुनाबाव और खोखरापार के बीच रेल संपर्क 1965 में हुई लड़ाई के समय टूट गया था जिसे बहाल करने के बारे में दो साल पहले फ़ैसला किया गया था. भारतीय रेलवे की ओर से बातचीत का नेतृत्व अशोक गुप्ता कर रहे हैं जबकि पाकिस्तान के चार सदस्यों के दल की अगुआई सलीमुर रहमान अखंड कर रहे हैं. बातचीत में रेल यात्रा को अंतिम रूप देने के साथ ही इसे शुरू करने की तारीख़ के बारे में भी फ़ैसला लिया जाना है. भारत और पाकिस्तान ने दिसंबर 2004 में राजस्थान के मुनाबाव और सिंध के खोखरापार के बीच रेल संपर्क बहाल करने का फ़ैसला किया था. पहले ये उम्मीद की गई थी कि रेल संपर्क अक्तूबर 2005 तक शुरू हो सकेगा, फिर इसे एक जनवरी 2006 से शुरू करने की बात तय हुई. लेकिन दोनों देशों के बीच इस रेल संपर्क की योजना को अंतिम रूप देने पर होनेवाली बातचीत मे देरी होने के कारण एक जनवरी की तारीख़ भी टल गई. दोनों स्थानों के बीच पिछले 40 वर्षों से रेल सेवा बंद रहने के कारण रेल पटरियों की हालत बहुत ख़राब हो चुकी थी और उसे बहाल करने के लिए काफ़ी काम करना था. भारतीय विदेश मंत्रालय ने एक विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि मुनाबाव-खोखरापार रेल संपर्क दोनों देशों के बीच मौजूदा यातायात संपर्क में को और महत्वपूर्ण बनाएगा. | इससे जुड़ी ख़बरें मुनाबाव-खोखरापार रेल पर सरहद में शक05 दिसंबर, 2004 | भारत और पड़ोस 'खोखरापार-मुनाबाओ रेल सेवा 2005 से'25 नवंबर, 2004 | भारत और पड़ोस इंटरनेट लिंक्स बीबीसी बाहरी वेबसाइट की विषय सामग्री के लिए ज़िम्मेदार नहीं है. | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
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