गुरुवार, 29 दिसंबर, 2005 को 20:02 GMT तक के समाचार
विनोद वर्मा
बीबीसी संवाददाता, मुंबई से
एक विवादित सीडी को लेकर भाजपा महासचिव पद से इस्तीफ़ा देने वाले संजय जोशी के मामले में भारतीय जनता पार्टी का रुख़ बदल रहा है.
दो दिनों पहले जिस मामले को पार्टी दबाना चाह रही थी आज उसे लेकर पार्टी के वरिष्ठ नेता पूछ रहे हैं कि आख़िर संजय जोशी ने ग़लत क्या किया है.
उनका कहना है कि संजय जोशी ने अपने मूल संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नियमों का उल्लंघन भले ही किया हो उन्होंने देश का कोई क़ानून तो कम से कम नहीं तोड़ा है.
उल्लेखनीय है कि एक विवादित सीडी का मामला खुलने के बाद संजय जोशी ने भाजपा महासचिव पद से इस्तीफ़ा दे दिया था और रजत जयंती समारोह छोड़कर लौट गए थे.
इस सीडी में एक पुरुष और एक महिला को सहवास करते हुए दिखाया गया था. भाजपा इसे झूठा बताती है और इसके ख़िलाफ़ संजय जोशी ने रिपोर्ट भी दर्ज करवाई है.
इस घटना के दो दिनों बाद पार्टी के प्रवक्ता प्रकाश जावड़ेकर ने कहा, “संजय जोशी ने ऐसा कुछ भी नहीं किया है जिसका लोगों या देश के क़ानून से कोई लेना देना हो.”
उन्होंने कहा कि यह संघ का मामला है और यदि साबित हो जाता है कि सीडी में दिखाई गई महिला भाजपा कार्यकर्ता है तो यह पार्टी का मामला होगा वरना तो यह दो वयस्कों की सहमति से संबंध स्थापित करने का मामला है.
पार्टी के वरिष्ठ नेता बताते हैं कि वेंकैया नायडू जैसे वरिष्ठ नेताओं ने भी संजय जोशी को समझाया था कि वे इस्तीफ़ा न दें लेकिन जोशी चाहते थे कि इससे पार्टी में कोई ग़लत परंपरा शुरु न हो जाए.
संजय जोशी का मामला सामने आने के बाद यह चर्चा भी शुरु हो गई है कि संघ के प्रचारक के अविवाहित होने की शर्त को क्या ख़त्म नहीं कर देना चाहिए.