रविवार, 04 सितंबर, 2005 को 05:55 GMT तक के समाचार
फ़ैसल मोहम्मद अली
बीबीसी हिंदी संवाददाता
छत्तीसगढ़ राज्य के दंतेवाड़ा ज़िले में बारूदी सुरंग फटने से केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ़) के 24 जवान मारे गए हैं.
राज्य के पुलिस मुख्यालय ने बताया कि उच्च पुलिस अधिकारी घटनास्थल पर गए हैं. इस घटना के पीछे नक्सलवादियों का हाथ होने का शक़ है.
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमण सिंह ने कहा, "ऐसे हमले नक्सली ही करते रहे हैं."
लेकिन किसी नक्सली या अन्य संगठन ने इस हमले की ज़िम्मेदारी नहीं ली है.
अधिकारियों का कहना है कि ये घटना बीजापुर कस्बे से क़रीब 10 किलोमीटर की दूरी पर उस वक़्त हुई जब सीआरपीएफ़ के जवान गश्त के बाद वापस लौट रहे थे.
ये विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि बख़्तरबंद वाहन में जा रहे इन जवानों में से 19 जवानों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई.
छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री रामविचार नेताम ने इस घटना के बारे में कहा है कि छत्तीसगढ़ में नक्सलवादियों के ख़िलाफ़ चल रहे अभियान के चलते नक्सलवादी बौखलाए हुए हैं.
झटका
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल ने इस हमले को छत्तीसगढ़ के लिए एक झटका बताया है, उनका कहना है कि यह हमला ऐसे समय में हुआ है जबकि राज्य में नक्सली हिंसा में कमी आ रही थी.
श्रीप्रकाश जायसवाल ने कहा कि राज्य सरकारों से अनुरोध किया जा रहा है कि वे सामाजिक और आर्थिक समस्याओं का हल तलाश करें ताकि विद्रोही तत्वों को बढ़ावा न मिले.
छत्तीसगढ़ भारत के उन राज्यों में से है जहाँ नक्सलवादी काफ़ी सक्रिय हैं.
नक्सलवादी राज्य के बस्तर ज़िले में अपना अड्डा बनाना चाहते हैं.
राज्य में यह पिछले कुछ समय में हिंसा की सबसे बड़ी घटनाओं में से एक है लेकिन इस इलाक़े में नक्सली हिंसा की घटनाएँ लगातार होती रहती हैं.