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बिहार विधानसभा चुनावों की प्रक्रिया शुरू | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
बिहार में चुनावी अधिसूचना जारी होने के साथ ही विधानसभा चुनावों की रणभेरी बज गई है. राज्यपाल बूटा सिंह ने शुक्रवार को 18 अक्टूबर को 61 विधानसभा क्षेत्रों में होनेवाले मतदान की अधिसूचना जारी कर दी. इस चरण में राजधानी पटना सहित नक्सल प्रभावित ज़िलों रोहतास, बक्सर, भोजपुर, ओरंगाबाद, जहानाबाद, गया, नवादा, जमुई और बांका में मतदान होगा. इस चरण के लिए नामांकन दाख़िल करने की आख़िरी तारीख़ 30 सितंबर है. बिहार में चार चरणों में मतदान होगा और चुनावी प्रक्रिया लगभग एक महीने तक चलेगी. बिहार में मतदान 18 और 26 अक्तूबर के अलावा 13 और 19 नवंबर को होगा. मतगणना 22 नवंबर को होगी. चुनाव आयोग का कहना है कि दशहरा, दीपावली, ईद और छठ के कारण मतदान की तारीख़ों में इतना अंतर रखा गया है. बिहार में 5.27 करोड़ मतदाता हैं और 243 विधानसभा क्षेत्रों के लिए 50 हज़ार से अधिक मतदान केंद्र बनाए जाएंगे. चुनाव आयोग ने पहले ही स्पष्ट किया कि वह मतदान के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर ख़ासा गंभीर है और वह सभी संवेदनशील मतदान केंद्रों की वीडियोग्राफ़ी कराएगा. अदालत में मामला 23 मई को केंद्र सरकार ने बिहार में राष्ट्रपति शासन लगाने का फ़ैसला किया था.
उल्लेखनीय है कि बिहार विधानसभा भंग करने के केंद्र सरकार के फ़ैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई है और मुख्य न्यायाधीश आरसी लाहोटी की अध्यक्षता वाले तीन सदस्यीय पीठ इसकी सुनवाई कर रहा है. इसके पहले बिहार में चुनावी तैयारियों का जायज़ा लेने के सिलसिले में चुनाव आयोग का दो सदस्यीय दल पटना गया था. आयोग ने विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं और राज्य प्रशासन के साथ चुनाव की तैयारियों के संबंध में बातचीत की थी. |
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