|
हुर्रियत के गिलानी गुट में टूट | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
भारत प्रशासित कश्मीर में अलगाववादी गुट हुर्रियत कॉन्फ़्रेंस के सैयद अली शाह गिलानी वाले कट्टरपंथी धड़े के दो प्रमुख सदस्यों ने गिलानी का साथ छोड़ दिया है. सैयद अली शाह गिलानी के लिए ये एक बड़ा झटका माना जा रहा है. नईम ख़ान और ग़ुलाम मोहम्मद हब्बी नाम के इन नेताओं ने पाकिस्तान की कश्मीर नीति पर गिलानी के रूख़ की आलोचना की है. नईम ख़ान नेशनल फ़्रंट नामक गुट के नेता हैं जबकि ग़ुलाम मोहम्मद हब्बी पीपुल्स कॉन्फ़्रेंस नामक एक दूसरे गुट के नेता है. सैयद अली शाह गिलानी कश्मीर पर पाकिस्तान की नीति की आलोचना करते हैं और उनका कहना है कि राष्ट्रपति परवेज़ मुशर्रफ़ ने इस बारे में पिछली नीति से समझौता किया है. वहीं गिलानी का साथ छोड़नेवाले दोनों नेता मानते हैं कि पाकिस्तान की नीति बिल्कुल व्यावहारिक है और कश्मीर समस्या का हल बातचीत से ही निकल सकता है. दोनों नेताओं ने साथ ही गिलानी पर अपने सहयोगी गुटों की उपेक्षा करने का भी आरोप लगाया. नईम ख़ान ने कहा,"हुर्रियत अध्यक्ष के तौर पर गिलानी ने हमें निराश किया है. उन्होंने हमें भरोसे में नहीं लिया". उल्लेखनीय है कि इसी महीने हुर्रियत कॉन्फ़्रेंस के उदारवादी धड़े के नेताओं ने दिल्ली में भारतीय प्रधानमंत्री से मुलाक़ात की थी. |
| ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||