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महिला अधिकारी के ख़िलाफ़ जाँच शुरू | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
कर्नाटक की राजधानी बंगलौर की एक सैन्य अदालत में भारतीय वायुसेना की एक महिला अधिकारी के यौन उत्पीड़न के मामले की सुनवाई शुरू हो गई है. वायुसेना के एक प्रवक्ता विंग कमांडर रघुनाथ ने बताया कि सैनिक जाँच में फ्लाइंग ऑफिसर अंजलि गुप्ता ने जिन तीन वरिष्ठ अधिकारियों के ख़िलाफ़ आरोप लगाए हैं, उनकी जाँच की जाएगी. जाँच अदालत में वायुसेना के वरिष्ठ अधिकारी और ग़ैरसरकारी संगठन के प्रतिनिधि शामिल हैं. अंजलि गुप्ता ने आरोप लगाया था कि वो बंगलौर वायुसेना केंद्र पर तैनात एकमात्र महिला अधिकारी थीं और उन्हें यौन उत्पीड़न का शिकार होना पड़ा था. उनका कहना था कि जब उन्होंने अपने वरिष्ठ अधिकारियों पर आरोप लगाए तो उनके विभाग ने उन पर ही झूठे आरोप लगा दिए. लेकिन वायुसेना के एक प्रवक्ता ने कहा कि उनके यहाँ जाँच की पारदर्शी प्रणाली है और इसके बाद सत्य सामने आ जाएगा. अंजलि गुप्ता पर अनुशासनहीनता और वित्तीय अनियमितताओं के आरोप हैं. उनपर आरोप लगाया गया है कि वो अपनी निजी कार का इस्तेमाल करती थीं फिर भी उन्होंने कार का भत्ता लिया. इसके अलावा वो बंगलौर से दिल्ली वायुसेना के विमान से गईं लेकिन उन्होंने बंगलौर से दिल्ली का रेल किराया लिया. |
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