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मोदी के समर्थन में एनडीए रैली करेगा | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को अमरीका के वीज़ा न दिए जाने के विरोध में राष्ट्रीय जनताँत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने अहमदाबाद में रविवार को 'स्वाभिमान रैली' के आयोजन का फ़ैसला किया है. इस रैली में भाजपा अध्यक्ष लालकृष्ण आडवाणी और एनडीए के संयोजक जॉर्ज फर्नांडिस हिस्सा लेंगे. भाजपा के सचिव और गुजरात के प्रभारी ओमप्रकाश माथुर ने पार्टी अध्यक्ष आडवाणी से मुलाक़ात के बाद यह घोषणा की. उनका कहना था कि अमरीका के फ़ैसले के विरोध में लोगों की नाराज़गी और एकजुटता प्रदर्शित करने के लिए इस रैली का आयोजन किया गया है. प्रेक्षकों का मानना है कि अमरीका के वीज़ा न देने के फ़ैसले से राजनीतिक रूप से नरेंद्र मोदी को फ़ायदा हुआ है. उनके ख़िलाफ़ अनेक विधायक मोर्चा खोले हुए थे लेकिन अब पार्टी ने गुजरात में नेतृत्व परिवर्तन की किसी भी संभावना से इनकार कर दिया है. पार्टी के सचिव ओमप्रकाश माथुर ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि नेतृत्व परिवर्तन का सवाल ही नहीं उठता है. जो शिकायतें हैं, उन्हें दूर कर लिया जाएगा. समर्थन दूसरी ओर इस मुद्दे पर नरेंद्र मोदी को सभी राजनीतिक दलों का समर्थन मिला है. नरेंद्र मोदी को वीज़ा देने से मना करने के अमरीकी फ़ैसले पर वामपंथियों और कांग्रेस ने भी कड़ी आपत्ति जताई है. कांग्रेस का कहना है कि भले ही नरेंद्र मोदी से उनका राजनीतिक विरोध रहा हो पर इस मामले में अमरीका का फैसला मान्य नहीं है. भाजपा का कहना है कि मोदी को वीज़ा न दिया जाना भारत सरकार के संप्रभु अधिकारों को न मानना है. यशवंत सिन्हा ने कहा, ''भारतीय जनता पार्टी अमरीकी प्रशासन के इस निर्णय का कड़ा विरोध करती है. ये निर्णय पूरी तरह आवांछनीय है. अमरीका के घरेलू कानून के आधार पर भारत के राजनेता को वीज़ा न देने का फैसला हमें स्वीकार नहीं है.'' भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने कहा कि अमरीका को मोदी को वीज़ा दिया जाना चाहिए पर उनके तर्क अलग है. सीपीआई महासचिव एबी बर्धन का कहना था, '' मोदी को वीज़ा देना चाहिए, इंकार करना ठीक नहीं है. अमरीका के भारतीय मूल के लोग उनका असली चेहरा तो देख सकें.'' |
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