रविवार, 14 नवंबर, 2004 को 15:24 GMT तक के समाचार
भारत के प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह ने कहा है कि सरकार ने कश्मीर में सैनिकों की संख्या में कटौती का फैसला करके जोखिम उठाया गया हैं.
प्रधानमंत्री ने हालाँकि साफ़ किया कि ऐसा जोखिम उठाया जा सकता हैं. मनमोहन सिंह अगले हफ्ते कश्मीर की यात्रा करने वाले हैं.
प्रधानमंत्री ग्रामीण इलाक़ों में कामकाज के बदले खाद्य कार्यक्रम के नए संस्करण की रविवार को आंध्र प्रदेश में शुरूआत करते हुए यह बात कही.
उन्होंने कहा कि अपनी कश्मी यात्रा के दौरान वो कोशिश करेंगे कि उम्मीदों का नया अध्याय शुरु हो.
कश्मीर में हिंसा को कम करने की कोशिशों के तहत प्रधानमंत्री ने कहा कि कश्मीर के लोग चरमपंथी हिंसा से तंग आ चुके हैं और उनके जीवन का यह दुखद अध्याय समाप्त होना चाहिए.
कश्मीर में सैनिकों की संख्या कम करने के कारणों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि भारतीय सेना की सतर्क निगरानी के कारण घुसपैठ में कमी आई है और सैंनिकों की संख्या में कटौती का यह भी एक कारण है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि ऐसा जोख़म उठाया जा सकता है और इस फैसले पर लगातार नज़र रखी जाएगी.
उन्होंने कहा कि अगर चरमपंथी गतिविधियों और हिंसा में फिर तेज़ी आती है तो सरकार इस फैसले पर फिर से विचार करेगी.
एक अन्य सवाल के जवाब में प्रधानमंत्री ने कहा कि कश्मीर मामले पर तीसरे पक्ष का हस्तक्षेप स्वीकार नहीं किया जाएगा.