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अफ़ग़ानिस्तान में अमरीका की बड़ी पहल | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
अफ़ग़ानिस्तान में मादक पदार्थों के ग़ैर क़ानूनी उत्पादन से निपटने के लिए अमरीका ने एक बड़ी पहल की है. एक वरिष्ठ अमरीकी अधिकारी ने बताया कि अमरीका अगले वित्त वर्ष में अफ़ग़ानिस्तान को 78 करोड़ डॉलर की अतिरिक्त सहायता देगा ताकि मादक पदार्थों के उत्पादन को रोका जा सके. इसके लिए उठाए जाने वाले क़दमों में शामिल है- अफ़ीम की खेती ख़त्म करना और किसानों के लिए वैकल्पिक खेती की व्यवस्था करना. अफ़ग़ानिस्तान में मादक पदार्थों का व्यापार देश की अर्थव्यवस्था का एक तिहाई हिस्सा है. आँकड़े अमरीका की ओर से नई पहल की घोषणा ऐसे समय की गई है जब संयुक्त राष्ट्र अफ़ग़ानिस्तान से मादक पदार्थों के व्यापार के बारे में आँकड़े जारी करने वाला है.
माना जा रहा है कि इस रिपोर्ट में मादक पदार्थों के व्यापार में ज़बरदस्त वृद्धि की बात है. अमरीकी अधिकारी इस पहल को अपनी प्रतिबद्धता बता रहे हैं जो उन्होंने नई अफ़ग़ान सरकार को मादक पदार्थों के व्यापार के ख़िलाफ़ समर्थन देने के बारे में कहा था. अब अमरीका ब्रिटेन और अफ़ग़ानिस्तान की नई सरकार के साथ मिलकर अगले साल के मादक पदार्थों के उत्पादन पर रोक लगाने की कोशिश में जुटा है. अमरीकी अधिकारियों का कहना है कि इस बारे में एक जनजागरण अभियान भी चलाया जाएगा, इस बारे में प्रभावी क़ानून भी बनेगा और साथ में किसानों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था भी की जाएगी. अफ़ग़ानिस्तान में दुनिया की 75 प्रतिशत अफ़ीम का उत्पादन होता है. |
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