|
एनडीएफबी ने युद्धविराम घोषित किया | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
भारत के पूर्वोत्तर राज्य असम में सक्रिय एक चरमपंथी संगठन ने एकतरफा युद्धविराम की घोषणा की है. नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ बोडोलैंड के प्रमुख का कहना है कि उन्होंने शांति वार्ता के असम सरकार के प्रस्ताव के जवाब में युद्धविराम का निर्णय किया है. एनडीएफबी के प्रमुख ने कहा कि उन्होंने विद्रोहियों से अपने ठिकानों पर वापस जाने को कहा है. उन्होंने उम्मीद जताई कि असम सरकार और भारतीय सेना एनडीएफबी के ख़िलाफ तत्काल अपनी कार्रवाई बंद कर देगा. असम और पूर्वोत्तर के राज्यों में पिछले दिनों हुई हिंसा के पीछे इसी संगठन का हाथ माना जाता है. पिछले दिनों की हिंसा में 70 से अधिक लोग मारे गए थे. इससे पहले पूर्वोत्तर में सक्रिय एक अन्य अलगाववादी संगठन यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम ने राज्य सरकार के शांति प्रस्ताव को ख़ारिज कर दिया था. उल्फा का कहना है कि वो केवल केद्र सरकार के साथ ही बातचीत करेगी. पूर्वोत्तर में हिंसक घटनाओं के बाद केंद्र सरकार ने उल्फा से बातचीत का इरादा जताया है लेकिन साथ ही कहा कि यह तभी संभव है जब यह संगठन चरमपंथी गतिविधियां छोड़ दें. भारत सरकार ने पूर्वोत्तर के चरमपंथी संगठनों के ख़िलाफ बांग्लादेश और बर्मा के साथ कार्रवाई की बात भी कही है . भूटान में ऐसी कार्रवाई की गयी थी. |
| ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||