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पंचायत के आदेश पर बलात्कार | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
पाकिस्तान में पुलिस ने सात लोगों पर एक पंचायत के कहने पर दो महिलाओं के साथ बलात्कार करने या उसके लिए प्रेरित करने का आरोप लगाया है. बीबीसी संवाददाता के मुताबिक दक्षिणी पंजाब के एक ज़मींदार ने अपनी बेटी के एक लड़के के साथ शारीरिक संबंधों की जानकारी मिलने पर उस लड़के की बहन को निशाना बनाया. यह महिला और उसका भाई एक ग़रीब परिवार से हैं. पुलिस का कहना है कि पंचायत ने ज़मींदार को अनुमति दी कि वह अपनी बेइज़्ज़ती का बदला ले सकता है. पुलिस के मुताबिक 30 अप्रैल को हुई इस पंचायत में लगभग पचास लोग शामिल थे और वे उस ज़मींदार की जाति के ही थे. बदला लेने की इस कार्रवाई का लाउड स्पीकरों के ज़रिए गाँव भर में प्रचार किया गया. पुलिस का कहना है कि दो महिलाओं को ज़बरदस्ती एक मकान में ले जाया गया और उनका बलात्कार किया गया. इस दौरान ज़मींदार के कुछ रिश्तेदार बाहर पहरा देते रहे. पुलिस के मुताबिक एक व्यक्ति, ज़मींदार के भाई को औपचारिक तौर पर गिरफ़्तार कर लिया गया है. मानवाधिकार संस्थाओं ने पाकिस्तान में सैकड़ों ऐसी हत्याओं की जानकारी दी है जो कथित इज़्ज़त बचाने के नाम पर की जाती हैं. अब से लगभग दो साल पहले पंचायत के ही आदेश पर बलात्कार करने के आरोप में चार लोगों को मौत की सज़ा सुनाई गई थी. उनकी अपील पर अब भी विचार हो रहा है. |
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