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पाकिस्तान में 13 संदिग्ध गिरफ़्तार | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
दक्षिण-पश्चिमी पाकिस्तान में पुलिस का कहना है कि उन्होंने सोमवार को हुए बम हमले के संबंध में 13 लोगों को गिरफ़्तार किया है. इस हमले में चीन के तीन इंजीनियर मारे गए थे. ये विस्फोट उस समय हुआ था जब इंजीनियरों को ईरान की सीमा के निकट ग्वादार शहर में एक परियोजना पर काम करने के लिए ले जाया जा रहा था. कराची में 2002 में फ़्रांस के 11 लोगों के मारे जाने के बाद विदेशियों पर हुआ ये पहला प्रमुख हमला है. सोमवार को हुए हमले में घायल हुए 11 लोगों की हालत में अब कुछ सुधार हो रहा है. पहचान गुप्त ग्वादार के ज़िला पुलिस अधिकारी अब्दुल अली तारीन ने बताया, "हमने धमाके के संबंध में ग्वादार में दो लोगों को सोमवार रात को ही गिरफ़्तार कर लिया जबकि 11 अन्य लोगों को मंगलवार की सुबह गिरफ़्तार किया गया है." पुलिस का कहना है कि कराची से 1995 में चुराई गई कार विस्फोटकों से भरी थी और रिमोट कंट्रोल के ज़रिए उसमें विस्फोट किया गया. राष्ट्रपति परवेज़ मुशर्रफ़ ने इस हमले पर अफ़सोस जताया है. मुशर्रफ़ ने चीन के राष्ट्रपति हू जिंताओ को पत्र लिखकर कहा, "पाकिस्तान की सरकार और जनता इस तरह की आतंकवाद की हरकतों की निंदा करते हैं और पाकिस्तान-चीन के संबंधों पर असर डालने वाली ऐसी कोई भी हरकत होने नहीं दी जाएगी." इस हमले की वजह अभी तक अस्पष्ट है. इस्लामी चरमपंथियों ने विदेशियों को पहले भी निशाना बनाया है मगर इस इलाक़े ऐसा आमतौर पर नहीं हुआ है. |
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