इतने दिनों से भाजपा के ‘फ़ीलगुड’ और ‘इंडिया शाइनिंग’ की काट ढूँढ़ने की कोशिश कर रही कांग्रेस को अब प्रधानमंत्री और उनके चुनाव क्षेत्र ने ही ऐसा मुद्दा दे दिया है जिसके ज़रिए कांग्रेस भाजपा पर दबाव बनाए रखना चाहती है.
कांग्रेस ने अब प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन का दोषी ठहराया है.
वहीं प्रधानमंत्री की अपील पर चुनावी अखाड़े से बाहर होने की ख़बरों के बीच राम जेठमलानी ने लंदन से फ़ैक्स के ज़रिए संदेश भेजकर कहा है कि उनका नामाँकन वापस लेने का अधिकार किसी और को नहीं है.
इधर भाजपा का कहना है कि कांग्रेस इन दिनों संविधान से भी ऊपर उठकर काम करने की कोशिश कर रही है.
निशाने पर वाजपेयी
कांग्रेस प्रवक्ता कपिल सिब्बल का कहना है कि राम जेठमलानी से चुनाव मैदान से हटने की अपील करके प्रधानमंत्री ने संहिता का उल्लंघन किया है.
सिब्बल ने कहा कि जनप्रतिनिधित्व क़ानून की धारा 123-दो के तहत प्रधानमंत्री की ये अपील किसी प्रत्याशी को मैदान से हटने के लिए दबाव माना जा सकता है.
![]() लालजी टंडन के बारे में चुनाव आयोग के फ़ैसले का विपक्ष ने स्वागत किया है |
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि अगर वाजपेयी सांसद चुने जाते हैं तो इसी मसले पर उनके चुनाव की वैधता पर सवाल उठाया जा सकता है.
मगर लखनऊ की राजनीतिक गर्मी की आँच दिल्ली तक सिर्फ़ प्रधानमंत्री के बयान से ही नहीं पहुँच रही है उसमें साड़ी वितरण काँड की चपेट में आ रहे लालजी टंडन का मसला भी सहयोग दे रहा है.
कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने फिर माँग की कि चुनाव आयोग को लखनऊ का चुनाव स्थगित कर देना चाहिए. उनकी माँग थी कि टंडन के विरुद्ध हत्या का मामला भी दर्ज़ होना चाहिए.
भाजपा बचाव में
कांग्रेस इस बारे में जहाँ चुनाव आयोग के फ़ैसले का स्वागत कर रही है वहीं भाजपा टंडन के बचाव में नज़र आ रही है.
भाजपा प्रवक्ता मुख़्तार अब्बास नक़वी ने फिर कहा कि पार्टी का उस कार्यक्रम से कोई लेना-देना नहीं था और वह आयोग के नोटिस का उपयुक्त जवाब देगी. उनका कहना था कि कार्यक्रम के बारे में टंडन से और जानकारी माँगी गई है और उसी के आधार पर जवाब दिया जाएगा.
इस बारे में चुनाव आयोग के नोटिस पर उनका कहना था कि पार्टी को आयोग का नोटिस मिल गया है.
पच नहीं रही सफ़ाई
भाजपा भले ही कितनी सफ़ाई दे मगर विपक्षियों को कोई जवाब पच नहीं रहा और इसी क्रम में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने भी आयोग के फ़ैसले का स्वागत करते हुए टंडन की गिरफ़्तारी की माँग की है.
पार्टी प्रवक्ता अमरेंद्र शरण ने कहा कि लालजी टंडन को गिरफ़्तार किया जाना चाहिए. पार्टी ने लखनऊ से भाजपा प्रत्याशी प्रधानमंत्री वाजपेयी के विरुद्ध भी चुनाव नियमों के तहत कार्रवाई की माँग की है.
पहले चरण के मतदान से चंद दिन पहले लखनऊ में हुए कांड और प्रधानमंत्री के बयान ने ही विपक्ष को एक मौक़ा दे दिया है जिससे वह भाजपा पर दबाव बना सके.
मगर यह काफ़ी महत्वपूर्ण होगा कि संगठन की क्षमता में कुशल मानी जाने वाली भाजपा पर यह दबाव कितने दिन बना रह सकेगा.