पाकिस्तान के प्रधानमंत्री जफ़रुल्लाह ख़ान जमाली ने कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर भारत की ओर से बाड़ लगाए जाने पर चिंता जताते हुए कहा है कि भारत को युद्ध विराम का दुरुपयोग नहीं करना चाहिए.
ख़बरें हैं कि पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने इस बारे में इस्लामाबाद स्थित भारतीय दूतावास को अपनी चिंता से अवगत करवा दिया है.
पाकिस्तान ने आरोप लगाया है कि भारत नियंत्रण रेखा पर बाड़ लगाने की कोशिश कर रहा है लेकिन फ़िलहाल भारत की ओर से इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.
उधर भारतीय प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की उस टिप्पणी पर कि दक्षिण एशिया में भविष्य में साझा मुद्रा संभव हो सकती है, पाकिस्तान ने ठंडी प्रतिक्रिया दी है.
'बाड़ नहीं'
समाचार एजेंसियों के अनुसार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री जफ़रुल्लाह ख़ान जमाली ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पाकिस्तान भारत के नियंत्रण रेखा पर बाड़ लगाने के फ़ैसले से सहमत नहीं हैं.
उन्होंने कहा कि भारत को कश्मीर में हाल के गोलीबारी बंद करने के फ़ैसले का दुरुपयोग नहीं करना चाहिए.
लेकिन प्रधानमंत्री जमाली ने ये भी कहा कि उन्हें नहीं लगता कि भारत के इस कदम से दोनो देशों के बीच चल रही शांति प्रक्रिया को कोई धक्का लगेगा.
इससे पहले राष्ट्रपति मुशर्रफ़ ने भी इस बारे में आपत्ति जताई थी.
पाकिस्तान के सूचना मंत्री शेख़ रशीद ने भी इस मामले में तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि नियंत्रण रेखा पर बाड़ लगाना भारत-पाकिस्तान द्विपक्षीय समझौते के भी ख़िलाफ़ होगा.
साझा मुद्रा
उधर भारतीय प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की उस टिप्पणी पर पाकिस्तान ने ठंडी प्रतिक्रिया दी है जिसमें प्रधानमंत्री वाजपेयी ने भविष्य में दक्षिण एशिया में साझा मुद्रा की संभावना की बात की थी.
नई दिल्ली में एक सम्मेलन में प्रधानमंत्री वाजपेयी ने कहा था कि यदि इस क्षेत्र के देशों में आर्थिक सहयोग और भरोसा बढ़ा तो वह दिन दूर नहीं जब सीमाएँ खुल जाएँगी और साझा मुद्रा भी संभव हो सकती है.
समाचार एजेंसियों के अनुसार प्रधानमंत्री जमाली ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अभी साझा मुद्रा की बात करने का समय नहीं आया है.
उनका कहना था कि ये करना इतना आसान नहीं है और इसमें समय लगेगा.
उधर समाचार एजेंसियों के अनुसार पाकिस्तान के सूचना मंत्री शेख रशीद ने प्रधानमंत्री वाजपेयी के इस सुझाव पूरी तरह नकारात्मक प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि ये संभव ही नहीं है.