|
| |||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
पाकिस्तान के परमाणु राज़ लीक होने की जाँच
पाकिस्तान ने कहा है कि ईरान को परमाणु तकनीक के राज़ बताए जाने के मामले की शुरुआती जाँच से पता चला है कि कुछ वैज्ञानिकों ने लालच में आकर ऐसा कर दिया होगा. माना जा रहा है कि अंतराष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी ने ईरान में जाँच की थी जिसके बाद उन्हें पता चला था कि पाकिस्तान से कुछ परमाणु जानकारियाँ वहाँ पहुँची हैं. पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मसूद ख़ान ने मंगलवार को इस्लामाबाद में कहा, "शुरुआती संकेतों से पता चलता है कि कुछ वैज्ञानिक किसी लालच या निजी महत्वाकाँक्षा के दबाव में इसके लिए तैयार हो गए होंगे." मसूद ख़ान ने ज़ोर देकर कहा कि पाकिस्तान सरकार ने किसी भी वैज्ञानिक या व्यक्ति को ईरान को परमाणु तकनीक स्थानांतरित करने के आदेश नहीं दिए थे. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान इस पूरे मामले की व्यापक जाँच करेगा लेकिन अभी तक इस मामले में कुछ भी साफ़ तौर पर नहीं कहा जा सकता. मसूद ख़ान ने इस्लामाबाद में पत्रकारों से कहा, "हमें अभी कोई भी नतीजे नहीं निकालने चाहिए." उन्होंने कहा कि इस मामले में अभी "बहुत थोड़े से वैज्ञानिकों से पूछताछ की जा रही है. ग़ौरतलब है कि सोमवार को पाकिस्तान सरकार ने कहा था कि देश के परमाणु कार्यक्रम के जनक डॉक्टर अब्दुली क़दीर ख़ान से भी इस मामले में पूछताछ की जा रही है. देश की सर्वोच्च परमाणु प्रयोगशाला के दो वैज्ञानिकों से भी इसी महीने पूछताछ की गई है. |
| |||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||