सोमवार, 15 अक्तूबर, 2007 को 14:24 GMT तक के समाचार
अमरीकी विदेश मंत्री का कहना है कि मध्य पूर्व में संघर्ष को समाप्त कराना राष्ट्रपति बुश की सबसे बड़ी प्राथमिकताओं में से एक है.
अमरीकी विदेश मंत्री कॉन्डोलिज़ा राइस ने ये बातें पश्चिमी तट के अपने दौरे में कही हैं.
राइस मध्य पूर्व में दोनों पक्षों से बातचीत करके अगले महीने होने वाली शांति वार्ताओं को पटरी पर लाने का प्रयास कर रही हैं.
कॉन्डोलिज़ा राइस का कहना है कि यह पिछले कुछ समय में अमरीका की तरफ़ से किए गए सबसे गंभीर प्रयासों में से एक है.
फ़लस्तीनियों का कहना है कि वे शांति वार्ताओं में तब तक हिस्सा नहीं लेंगे जब तक उसमें विचार-विमर्श के मुद्दों का बिल्कुल स्पष्ट उल्लेख न हो.
दूसरी ओर, इसराइली पक्ष का कहना है कि बातचीत से पहले उसके विषय पर सहमति आवश्यक नहीं है.
रविवार को राइस ने इसराइली नेताओं से बातचीत के बाद संकेत दिए थे कि शांति सम्मेलन स्थगित हो सकता है क्योंकि उसके एजेंडा पर सहमति नहीं बन पा रही है.
फ़लस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास के साथ उन्होंने संयुक्त रूप से एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया जिसमें उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि जॉर्ज बुश इसराइली-फ़लस्तीनी टकराव को समाप्त कराना चाहते हैं.
राइस ने कहा, "राष्ट्रपति बुश ने अपने कार्यकाल और अपने प्रशासन के लिए मध्य-पूर्व को सबसे उच्च प्राथमिकता दी हुई है. इसका मतलब है कि इस मामले का वे जल्द से जल्द निबटारा चाहते हैं और इसे लेकर वे पूरी तरह गंभीर हैं."
अमरीकी विदेश मंत्री ने अगले महीने अमरीका के मेरीलैंड में होने वाले शांति सम्मेलन के 'गंभीर और अर्थपूर्ण' होने की उम्मीद जताई है. उन्होंने कहा, "हम लोगों को वहाँ जुटाकर फोटो खिंचवाने से ज्यादा बेहतर काम करना चाहते हैं."
उन्होंने कहा कि फ़लस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास और इसराइली प्रधानमंत्री एहुद ओल्मर्ट के रवैए में काफ़ी गंभीरता और प्रतिबद्धता दिख रही है.